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झारखंड का रण: क्या नीतीश कुमार और PK बढ़ाएंगे BJP की मुश्किलें?

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Published : Nov 17, 2019, 6:35 PM IST

जेडीयू ने बीजेपी से अलग लड़ने का फैसला किया है. ऐसे में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा रहा है. हालांकि, बीजेपी के नेता लगातार इस बात से इंकार कर रहे हैं.

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पटना:झारखंड चुनाव में सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंकी दी है. चुनाव प्रचार अब धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगा है. जेडीयू भी झारखंड में कई सीटों पर चुनाव लड़ने जा रहा है. जेडीयू की ओर से जारी प्रचारकों की सूची में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, प्रशांत किशोर, आरसीपी सिंह, ललन सिंह के साथ बिहार सरकार के मंत्री शामिल हैं.

जेडीयू ने बीजेपी से अलग लड़ने का फैसला किया है. ऐसे में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा रहा है. हालांकि, बीजेपी के नेता लगातार इस बात से इंकार कर रहे हैं. बीजेपी नेताओं का कहना है कि गठबंधन केवल बिहार में है. अगर जेडीयू किसी अन्य राज्य में अकेले लड़ता है तो इससे बिहार गठबंधन में फर्क नहीं पड़ेगा और ना ही बीजेपी को नुकसान होगा.

5 चरणों में होगा झारखंड का चुनाव
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा का चुनाव पांच चरणों में होना है. 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच वोट डाला जाएगा. फिर 30 नवंबर के बाद 7 दिसंबर को दूसरे चरण का चुनाव होगा. 12 दिसंबर को तीसरे, 16 दिसंबर को चौथे और 20 दिसंबर को पांचवें चरण का चुनाव होगा.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

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बिहार में भी दिख रहा असर
5 चरणों में होने वाले झारखंड चुनाव को लेकर बिहार में भी सरगर्मी बढ़ी हुई है. जेडीयू ने कई सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही है. चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पार्टी के सभी दिग्गजों को झारखंड में झोंकने की तैयारी है. चुनाव झारखंड में है लेकिन बिहार से जेडीयू के 20 स्टार प्रचारक शामिल हैं. जेडीयू के कई नेता तो झारखंड में पिछले काफी समय से डेरा डाले हुए हैं. पार्टी प्रवक्ता अरविंद निषाद का कहना है जेडीयू के लिए सभी चुनाव अहम हैं.

अरविंद निषाद, जेडीयू

बीजेपी दे रही सफाई
नीतीश कुमार के साथ जेडीयू के कई दिग्गजों के चुनाव प्रचार करने से झारखंड में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. लेकिन बीजेपी प्रवक्ता अफजर शम्सी की मानें तो जेडीयू अलग पार्टी है. उसे चुनाव लड़ने का हक है. जेडीयू के अलग लड़ने पर बीजेपी के जनाधार पर कोई असर नहीं होगा.

अजफर शम्सी, बीजेपी
Intro:पटना-- झारखंड चुनाव सभी दल पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है। धीरे-धीरे चुनाव प्रचार जोर पकड़ने लगा है बिहार में प्रमुख सत्ताधारी दल जदयू भी कई सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है और प्रचार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रशांत किशोर आरसीपी सिंह ललन सिंह के साथ बिहार सरकार के कई जदयू कोटे के मंत्री अपनी ताकत दिखाएंगे । बीजेपी के लिए जदयू के महारथी मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। लेकिन बीजेपी के नेता कह रहे हैं कि जदयू अलग पार्टी है और बिहार में ही उसके साथ केवल गठबंधन है बीजेपी की किसी से मुश्किल बढ़ने वाली नहीं है।
पेश है खास रिपोर्ट---


Body: 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा का चुनाव पांच चरणों में होना है और 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच वोट डाला जाएगा 30 नवंबर के बाद 7 दिसंबर को दूसरे चरण का चुनाव होगा 12 दिसंबर को तीसरे और 16 दिसंबर को चौथे और 20 दिसंबर को पांचवें चरण का चुनाव होगा । 5 चरणों में होने वाले चुनाव को लेकर बिहार में भी सरगर्मी बढ़ी हुई है बिहार की प्रमुख सत्ताधारी दल जदयू ने कई सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही है और चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पार्टी के सभी दिग्गज को जदयू ने झारखंड में झोंकने की तैयारी कर ली है। चुनाव झारखंड में है लेकिन बिहार से जदयू के 20 स्टार प्रचारक शामिल है । जदयू के कई नेता झारखंड में पिछले काफी समय से डेरा डाले हुए हैं वहीं मुख्यमंत्री नीतीश, प्रशांत किशोर, आरसीपी सिंह ललन सिंह और बिहार सरकार के कई मंत्रियों के प्रचार का कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है । पार्टी प्रवक्ता अरविंद निषाद का कहना है जदयू के लिए सभी चुनाव महत्वपूर्ण होता है लेकिन झारखंड के चुनाव का विशेष महत्व है।
बाईट--अरविंद निषाद, जदयू प्रवक्ता।
नीतिश कुमार के साथ जदयू के कई दिग्गज के चुनाव प्रचार करने से झारखंड में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती है लेकिन बीजेपी प्रवक्ता अफजर शमसी की माने तो जदयू अलग पार्टी है और उसे चुनाव लड़ने का हक है लेकिन उसके चुनाव लड़ने से बीजेपी की कोई मुश्किल बढ़ने वाली नहीं है।
बाईट-- अफजर शमसी बीजेपी प्रवक्ता


Conclusion: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जदयू के मंत्री सांसद विधायक झारखंड की बीजेपी सरकार के खिलाफ चुनाव प्रचार में मोर्चा खोलेंगे यह तय है ऐसे में देखना है बिहार में उसका कितना असर पड़ेगा । बिहार बीजेपी की ओर से भी कई नेता झारखंड चुनाव प्रचार में जाएंगे लेकिन उसमें उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी नहीं जाएंगे। पार्टी ने उनका नाम स्टार प्रचारक की सूची में नहीं डाला है और इसको लेकर भी कई तरह की चर्चा है नीतीश कुमार के साथ उनकी नजदीकी भी स्टार प्रचार सूची में से नाम हटने का बड़ा कारण बताया जा रहा है अब देखना है 23 दिसंबर को जब झारखंड का रिजल्ट आएगा तो उसका बिहार पर कितना असर पड़ेगा ।
अविनाश, पटना।

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