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Violence In Bihar: वीआईपी की अपील- 'शांति, समर्पण, त्याग और ज्ञान की धरती है बिहार, शांति बनाये रखें लोग'

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Published : Apr 5, 2023, 3:43 PM IST

रामनवमी जुलूस के दौरान बिहार के कई जिलों में उपद्रव और हिंस हुई थी. फिलहाल सब जगह शांति बहाल कर दी गयी है. लेकिन, इस पर राजनीति तेज है. पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं. वीआईपी ने इस मौके पर राज्य के लोगों से शांति और सौहार्द्र बनाये रखने की अपील की है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि बिहार शांति, समर्पण, त्याग, बलिदान और ज्ञान की धरती है. इस धरती पर इस तरह की घटनाएं होना अच्छी बात नहीं है.

वीआईपी
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पटना: रामनवमी जुलूस के बाद राज्य के कई हिस्सों में हुए उपद्रव के बाद वीआईपी ने आम आवाम से शांति और सद्भाव बनाए रखने की (VIP appealed to maintain peace) अपील की है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने बुधवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि बिहार शांति, समर्पण, त्याग, बलिदान और ज्ञान की धरती है. इस धरती पर इस तरह की घटनाएं होना अच्छी बात नहीं है. जहां-जहां भी सामाजिक माहौल को बिगाड़ने वाली घटनाएं हुई हैं, वहां प्रशासन पूरी मुस्तैदी से शांति व्यवस्था कायम रखने का कार्य कर रहा है.

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"ऐसे मामलों में जिनकी भी संलिप्तता पाई जाती है उनके ऊपर कठोर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो और कानून व्यवस्था को हाथ में लेने से पहले दंगाई प्रवृत्ति के लोग सौ बार सोचें"- देव ज्योति, राष्ट्रीय प्रवक्ता, VIP

संवेदनशील मामलों पर राजनीति नहींः देव ज्योति ने कहा कि उनकी पार्टी समाज के तमाम वर्गों और लोगों से कानून को हाथ में न लेने और सामाजिक समरसता को बनाए रखने की अपील करती है. राज्य के प्रत्येक निवासियों का यह कर्तव्य है कि सब एक होकर बिहार को प्रगति के पथ पर ले जाने में अपना योगदान दें. देव ज्योति ने इस मौके पर राजनीतिक पार्टियों पर हमला करते हुए कहा कि संवेदनशील मामलों पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए.

कठोर कार्रवाई की मांगः देव ज्योति ने कहा कि ऐसे मामलों में शांति व्यवस्था जल्द से जल्द स्थापित हो इस पर कार्य करने की जरूरत होती है. उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि ऐसे मामलों में जिनकी भी संलिप्तता पाई जाती है उनके ऊपर कठोर कार्रवाई की जाए. भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति ना हो और कानून व्यवस्था को हाथ में लेने से पहले दंगाई प्रवृत्ति के लोग कुछ उपद्रव करने से पहले सौ बार सोचे.

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