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पटना: नगर निगम की अनदेखी से धूल फांक रहा है करोड़ों की लागत से बना मॉड्यूलर टॉयलेट

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Published : Nov 22, 2019, 11:25 AM IST

राजधानी को साफ और स्वच्छ रखने के लिए करोड़ों की लागत से मॉड्यूलर टॉयलेट का निर्माण नगर निगम ने कराया था. लेकिन आज वो सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गई है. एक साल बीत जाने के बाद भी उसका ताला तक नहीं खुला है.

धूल फांक रहा करोड़ों की लागत से बना मॉड्यूलर टॉयलेट

पटना:स्वच्छ भारत मिशन को धरातल पर उतारने के लिए सरकार शहर से लेकर गांव तक ओडीएफ घोषित करने के लिए पहल कर रही है. लेकिन राजधानी में ये योजना सिर्फ कागजों तक सिमट कर रह गई है. सरकार की पहल से नगर निगम पटना के 75 वार्डों में करोड़ों की लागत से मॉड्यूलर टॉयलेट तो बनाए गए, लेकिन आज तक उसमें ताला लटका हुआ है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मेयर सीता साहू ने तकरीबन एक साल पहले इस मॉड्यूलर टॉयलेट का उद्घाटन किया था. इस शौचालय को लेकर अपनी खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा था कि शौचालय बनने से लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी और शहर गंदा नहीं होगा, लेकिन एक साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी यहां ताला लटका हुआ है.

जानकारी देते ईटीवी भारत के संवाददाता

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नगर निगम की लापरवाही
राजधानी के 75 वार्डों में लगभग 2 करोड़ की लागत से 120 मॉड्यूलर टॉयलेट का निर्माण कराया गया है. लेकिन इसकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है. जो इक्के-दुक्के शौचालय खुले भी हैं, वहां गंदगी का अंबार लगा है. निगम ने शौचालय बनाने के लिए टेंडर जिस कंपनी को दी थी उसी कंपनी को सुबह-शाम शौचालय की सफाई करने का भी जिम्मा था. लेकिन न तो सफाई कर्मी शौचालय की सफाई कर रहे हैं और न ही निगम उस कंपनी पर कार्रवाई कर रहा है.

Intro: पटना को साफ एवं स्वच्छ रखने के लिए करोड़ों की लागत से मॉडलर टॉयलेट का निर्माण नगर निगम ने किया था लेकिन आज वह सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गई है उसका ताला तक नहीं खुला है


Body:पटना--- स्वच्छ भारत मिशन का सपना देखने वाला देश के साथ प्रदेश हर गांव को ओडीएफ घोषित करने के लिए पहल कर रहा है लेकिन राजधानी पटना की बात करें तो यहां पर सुंदरता पोलूशन मुक्त लिए सरकार हर संभव प्रयास करती है लेकिन वह सिर्फ काम कागजों तक ही सीमित रहता है सरकार की पहल से पटना नगर निगम पटना के 75 वार्डों में विभिन्न जगह करोड़ों की लागत से बना मॉड्यूलर टॉयलेट मैं अभी भी लटके हुए हैं ताले लगभग 1 साल से ऊपर हो चुके इस सभी शौचालयों का उद्घाटन बजाता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू ने की थी और इस शौचालय को लेकर अपनी खुशी भी इजहार किए थे और कहा था कि इस शौचालय बनने से लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी और शहर गंदा नहीं होगा लेकिन 1 साल से ऊपर हो गए इन सभी शौचालय में ताला लटका हुआ है इसे अभी कोई देखने वाला नहीं है कि आखिर इस शौचालय में ताला क्यों लटका हुआ है।

राजधानी पटना में 2 करोड रुपए के खर्च के बाद 120 मॉड्यूलर टॉयलेट बनकर तैयार है लेकिन सभी मॉडलर टॉयलेट में ताले लटके हुए नजर आ रहे हैं ना तो इन्हें कोई देखने वाला है और ना ही इनको खुलने वाला। बता दें कि राजधानी पटना में जलजमाव के बाद नगर निगम की नाकामी सामने दिखी उसके बाद अब एक और नाकामी देखने को मिल रहा है सरकार के द्वारा एक तरफ राजधानी पटना को स्मार्ट बनाने की बात कही जाती है लेकिन दूसरी तरफ पटना में शौचालय पर ताला लगा दिया गया है पटना के 75 वार्डों में करोड़ों की लागत से लगभग 120 शौचालय बना है लेकिन इसे कोई अभी खोलने वाला नहीं है जो भी शौचालय खुले हैं उसमें सफाई की भी व्यवस्था नहीं है कि लोग जाकर उस शौचालय का इस्तेमाल कर सकें निगम ने जो शौचालय बनाने के लिए टेंडर कंपनी को दी थी उसी कंपनी को सुबह-शाम शौचालय की सफाई करनी थी लेकिन वह भी हो नहीं पा रही है सूत्रों की मानें तो शौचालय बनाने वाली कंपनी और नगर निगम के बीच कुछ मनमुटाव को लेकर रस्साकशी चल रही है ना सफाई कर्मी शौचालय की सफाई कर रहे हैं और ना ही निगम उस कंपनी पर करवाई कर रहा है।

शहर भर में बने शौचालय पर ताले लगे होने के चलते अब राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है इनका कहना है कि जब से यह शौचालय बन कर तैयार है तब से ही इन सभी शौचालय में ताले लटके हुए हैं।


Conclusion:बता दें कि राजधानी पटना में जलजमाव को लेकर नगर निगम की लापरवाही सामने आ गई वहीं इसको लेकर विपक्षी दलों ने नीतीश कुमार पर निशाना साधने में देरी नहीं की अब एक बार फिर से नगर निगम की लापरवाही शौचालय में बंद ताले को लेकर सामने आ रही है फिर एक बार सरकार की फजीहत होना तय माना जा रहा है ।

ईटीवी भारत के लिए पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट

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