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Ramcharitmanas Controversy: 'एक अपराधी रामचरितमानस का ज्ञान दे दुर्भाग्यपूर्ण'- सम्राट चौधरी

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Published : Jun 16, 2023, 7:00 PM IST

राष्ट्रीय जनता दल के विधायक रीतलाल यादव के रामचरितमानस को लेकर दिए विवादित बयान पर सम्राट चौधरी ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि एक अपराधी रामचरितमानस का ज्ञान दे इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या है?

Samrat Choudhary attacked Ritlal Yadav
Samrat Choudhary attacked Ritlal Yadav

बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी

पटना: रामचरितमानस को लेकर राजद के विधायक रीत लाल यादव ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि रामचरितमानस को मस्जिद में लिखा गया है. इसको लेकर बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि रामचरितमानस पर बोलने का अधिकार गुंडों और अपराधियों को नहीं है.

पढ़ें- Ramcharitmanas Controversy : 'रामचरितमानस मस्जिद में लिखी गई'.. RJD विधायक के बोल पर भड़की BJP

बोले सम्राट चौधरी- 'अपराधी को रामचरितमानस पर बोलेने का हक नहीं': वहीं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को लेकर भी बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने जमकर हमला बोला और कहा कि राजद का पूरी तरह से अपराधीकरण हो गया है. राजद ने रीतलाल यादव जैसे गुंडे को पार्टी में लाकर विधायक बनाया और आज यह अपराधी विधायक रामचरितमानस पर प्रवचन दे रहा है.

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"रीतलाल यादव को कौन नहीं जानता है, किस तरह के अपराधी हैं और कितना आतंक उनका दानापुर क्षेत्र में है. किस तरह से उनको राजनीति में लाया गया है, सभी को पता है. वो आज रामचरितमानस को लेकर ज्ञान बांट रहा हैं, ये दुर्भाग्यपूर्ण है. जनता सब देख रही है. ऐसी पार्टी जो अपराधी को राजनीति में लाकर राज करता है, समय आने पर जनता उसे सबक सिखाएगी."- सम्राट चौधरी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष

क्या कहा था रीतलाल यादव ने: आरजेडी विधायक रीतलाल यादव ने कहा है कि हिंदुत्व राज, एक-दूसरे को लड़ाने के फेर में हैं. ऐसा कब तक चलेगा. एक समय राम मंदिर की चर्चा का आया था. रामचरितमानस जब लिखा गया था तो एक मस्जिद में लिखा गया था. इतिहास देख लीजिए. उस समय हमारा हिंदुत्व खतरे में नहीं था? मुगलकाल में हमारा हिंदुत्व खतरे में नहीं था?

शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर भी दे चुके हैं विवादित बयान:शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने जनवरी 2023 में नालंदा के एक कार्यक्रम में कहा था कि रामचरितमानस नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है. यह समाज में दलितों ,पिछड़ों और महिलाओं को पढ़ाई से रोकता है.उन्हें उनका हक दिलाने से रोकता है. मनुस्मृति ने समाज में नफरत का बीज बोया. इसे बाबा साहेब अंबेडकर ने इसलिए जलाया क्योंकि वह दलितों और वंचितों के हक छीनने की बातें करती है.

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