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New Parliament Building: 'नए संसद भवन के नाम पर देश के कलंक का इतिहास लिखा जा रहा', JDU का हमला

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Published : May 28, 2023, 12:11 PM IST

नई संसद पर सियासी संग्राम जारी है. आरजेडी की ओर से ताबूत के साथ संसद भवन की नई तस्वीर पोस्ट करने के बाद अब जेडीयू ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला है. मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि नए संसद भवन के नाम पर देश के कलंक का इतिहास लिखा जा रहा है.

New Parliament Building Inauguration
New Parliament Building Inauguration

जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार

पटना: आज देश को नया संसद भवनमिला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का लोकार्पण किया. हालांकि राष्ट्रपति के हाथों उद्घाटन नहीं होने से कई विपक्षी दल नाराज है. 21 दलों ने इस कार्यक्रम का विरोध भी किया था. इस बीच बिहार की सत्ता में शामिल जनता दल यूनाइटेड ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि यह सरकार देश के गौरवशाली इतिहास को बदलना चाहती है.

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"नए संसद भवन के नाम पर देश के कलंक का इतिहास लिखा जा रहा है, इतिहास को बदलने की तैयारी है. सावरकर, जिनको वीर कहा जाता है, उन्होंने 5 बार अंग्रेजों से माफी मांगी. 65 रुपये अंग्रेजों से पेंशन लिया. आज वीर सावरकर के जन्मदिन के नाम पर नए संसद का ये नया अवतार है"- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जनता दल यूनाइटेड

सावरकर जयंती पर संसद भवन का लोकार्पण: नीरज कुमार ने कहा कि नए संसद भवन के नाम पर देश के कलंक का इतिहास लिखा जा रहा है. वीर सावरकर जिनको वीर कहा जा रहा है. 5 बार जिन्होंने अंग्रेज से माफी मांगी और 65 रुपये अंग्रेजों से पेंशन लिया, आज उनके जन्मदिन के नाम पर नए संसद भवन का नया अवतार है.

सेंट्रल हॉल खत्म करना ठीक नहीं:जेडीयू मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि अब तक देश में आजादी के बाद केवल हिंदी भाषी प्रदेश को जोड़ा जाएगा तो 2416 हिंदू मंदिर को तोड़े जाने का माथे पर राजनीतिक कलंक लेने वाले प्रधानमंत्री ने सेंट्रल हॉल की भूमिका को खत्म कर दिया है. सेंट्रल हॉल नए पार्लियामेंट में नहीं रहेगा, क्योंकि उसमें पंडित नेहरू को याद किया जाता है. भीमराव अंबेडकर और सरदार पटेल को याद किया जाता है. अब लोकसभा को न्यायपालिका का भी दायित्व दिया जा रहा है. पार्लियामेंट में यह राजदंड की स्थापना किस लिए हो रही है.

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