बिहार

bihar

सीएम नीतीश को 'पीएम मैटेरियल' बताने के पीछे क्या है वजह, पढ़िए इनसाइड स्टोरी

By

Published : Sep 2, 2021, 3:09 PM IST

एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को पीएम मैटेरियल बताया जा रहा है, दूसरी तरफ खुद सीएम इस बात को नकार रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इस तरह की राजनीति के क्या मायने हैं. कौन सी दिशा में जेडीयू की राजनीति जा रही है. ऐसे ही कई सवाल हैं जिनका जवाब ईटीवी भारत ने जानने की कोशिश की है. पढ़िए पूरी खबर..

Nitish as pm material
Nitish as pm material

पटना: जेडीयू में अजब तरह की सियासत चल रही है. एक तरफ राष्ट्रीय परिषद (JDU National Council) की बैठक में नीतीश 'पीएम मैटेरियल' हैं ऐसा प्रस्ताव पारित होता है, तो वहीं दूसरी ओर सीएम नीतीश 'पीएम मैटेरियल' को फालतू बताते हैं. इस मुद्दे पर सवाल पूछते ही मीडिया के सामने हाथ जोड़ लेते हैं. लेकिन सवाल यही है कि जब सीएम नीतीश खुद इसे नकार रहे हैं तो फिर वो कौन सी सियासी 'खिलाड़ी' हैं जो पार्टी के अंदर इस तरह के पासे बार-बार फेंक रहे हैं.

ये भी पढ़ें- PM मटेरियल पर नीतीश ने फिर कहा- फालतू बात, पार्टी की बैठक में हो संगठन पर चर्चा

पीएम मैटेरियल के सियासी चाल में दो पासे अहम रोल निभा रहे हैं. पहला उपेन्द्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) का नाम सबसे ऊपर है. उपेन्द्र कुशवाहा जहां भी जाते हैं उनके सामने ही नारे लगने लग जाते हैं- 'हमारा प्रधानमंत्री कैसा हो? नीतीश जैसा हो!' वहीं दूसरा नाम केसी त्यागी का है. ऐसा लगता है कि दोनों के ऊपर ही पीएम मैटेरियल को प्रमोट करने की छिपी हुई जिम्मेदारी दी गई है.

देखें वीडियो

उपेन्द्र कुशवाहा नारे लगवाकर आखिर क्या दिखाना चाहते हैं. क्या नारे लगवाना उपेन्द्र कुशवाहा की मजबूरी बन गई है? या सीएम नीतीश को पीएम प्रमोट करके खुद सीएम बनने का सपना संजोए हुए हैं. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उपेन्द्र कुशवाहा के बिहार यात्रा के दौरान 'भावी सीएम उपेन्द्र कुशवाहा' वाला पोस्टर भी लगाया जा चुका है.

सीएम नीतीश लगातार पीएम मैटेरियल को फालतू बता रहे हैं. बल्कि ये कहिए कि मीडिया के सामने इस सवाल से पिंड छुड़ा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर उपेन्द्र कुशवाहा लगातार इसपर अड़े हुए हैं. मंगलवार को जैसे ही छपरा में उपेन्द्र कुशवाहा पहुंचे, जोर-शोर से नारेबाजी शुरू हो गई.

इस दौरान कार्यकर्ता नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा के समर्थन में जमकर नारे लगाए. जोश से लबरेज कार्यकर्ताओं ने नारा लगाया, 'देश का प्रधानमंत्री कैसा हो... नीतीश कुमार जैसा हो.' वहीं 'उपेंद्र कुशवाहा के लिए भी नारे लगे. कार्यकर्ताओं ने जोश भरे अंदाज में कहा, बिहार का नेता कैसा हो... उपेंद्र कुशवाहा जैसा हो.' आपको बताएं कि कुशवाहा खुद भी कई बार कह चुके हैं कि नीतीश कुमार 'पीएम मैटेरियल' हैं.

बता दें कि जदयू के कई नेता लगातार नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री का दावेदार बता रहे हैं. उन्हें पीएम मैटेरियल बताया जा रहा है. जदयू नेताओं का कहना है कि नीतीश कुमार में वे तमाम गुण हैं जो एक प्रधानमंत्री पद के दावेदार में होने चाहिए. जदयू के नेता नीतीश कुमार के पीएम मैटेरियल होने को लेकर लगातार बयानबाजी कर रहे हैं.

उपेंद्र कुशवाहा और पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी (K C Tyagi) के बयान अलग अलग आए थे. केसी त्यागी ने कहा था की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में नीतीश कुमार पीएम पद के दावेदार नहीं है. हालांकि उनमें पीएम बनने की योग्यता है. यह प्रस्ताव लाया गया. उनमें पीएम मैटेरियल के सारे गुण हैं. नीतीश कुमार की मौजूदगी में ये प्रस्ताव लाया गया. वहीं इससे पहले भी उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार में पीएम मैटेरियल के गुण होने की बात कह चुके हैं. उसे लेकर बीजेपी नेताओं की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया हुई थी.

ये भी पढ़ें- उपेंद्र कुशवाहा के सामने लगा नारा, 'देश का प्रधानमंत्री कैसा हो... नीतीश कुमार जैसा हो'

ये भी पढ़ें- 'जिन्हें CM पद के लिए भी संख्या बल न हो, वह देख रहे हैं PM बनने का सपना'

ABOUT THE AUTHOR

...view details