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बिहार के सरकारी स्कूल के शिक्षक रडार पर, हफ्ते में दो बार होगी विद्यालयों की जांच

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Published : Nov 20, 2022, 3:48 PM IST

बिहार के सरकारी स्कूल (Goverment School Of Bihar) के शिक्षक रडार पर आ गए हैं. अब स्कूल से गायब नहीं रह सकते हैं. चुंकि बिहार शिक्षा विभाग की ओर से राज्य के सभी स्कूलों को लेकर एक आदेश जारी किया गया है कि जिले के सभी वरीय पदाधिकारी स्कूलों का निरीक्षण करेंगे. पढ़ें पूरी खबर...

बिहार के सरकारी स्कूलों की होगी जांच
बिहार के सरकारी स्कूलों की होगी जांच

पटनाः जिला शिक्षा पदाधिकारी (Education Department Of Bihar) हर माह में प्रारंभिक स्कूल की श्रेणी में कम से कम 8 विद्यालयों की जांच करेंगे, वहीं माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों की श्रेणी में कम से कम तीन विद्यालयों की जांच करेंगे. इसी प्रकार सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रारंभिक स्कूल की श्रेणी में कम से कम 10 विद्यालय जबकि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल की श्रेणी में कम से कम चार विद्यालयों की जांच करेंगे.

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सभी कार्यक्रम पदाधिकारी प्रारंभिक स्कूल श्रेणी में कम से कम 10 विद्यालय माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल श्रेणी में कम से कम पांच विद्यालय तथा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रारंभिक स्कूल की श्रेणी में कम से कम 20 विद्यालय और माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक स्कूल की श्रेणी में कम से कम 5 विद्यालय की जांच करेंगे.

ऐप से होगी मॉनिटरिंगः विद्यालयों का निरीक्षण बुधवार एवं बृहस्पतिवार को निश्चित रूप से किया जाए. साथ ही अन्य दिनों में भी निरीक्षण किया जा सकता है. बता दें कि शिक्षा दिवस 2022 के मौके पर सीएम नीतीश कुमार के द्वारा राज्य के सभी विद्यालयों के डिजिटल तकनीक आधारित रीयलटाइम अनुश्रवण के लिए बेस्ट ऐप का शुभारंभ किया गया था. जिसके बाद शिक्षा विभाग बिहार सरकार के द्वारा इस नए मोबाइल ऐप के माध्यम से विद्यालयों का नियमित अनुसरण कराए जाने का निर्णय लिया गया है.

डीईओ करेंगे कार्रवाईः अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों की विवरणी के साथ प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को प्रखंड शैक्षिक आंकड़ा प्रबंधन केंद्र के कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा बीईओ को उपलब्ध कराया जाएगा. इसी प्रकार डीईओ और डीपीओ सभी अनुश्रवित विद्यालयों से संबंधित रिपोर्ट को पोर्टल के माध्यम से स्वयं अवलोकन कर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे.

प्राचार्य पूरी तरह से जिम्मेदारःजांच के दौरान विद्यालय में पाया जाता है कि विद्यालय निर्धारित समय पर नहीं खुला है या निर्धारित समय के पूर्व बंद हो गया है तो ऐसी स्थिति में विद्यालय के प्राचार्य पूरी तरह से जिम्मेदार माने जाएंगे. संबंधित प्रचार के खिलाफ सक्षम पदाधिकारी द्वारा नियम के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. जिले के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रारंभिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान इस ऐप के माध्यम से किए जाने वाले जांच कार्य के लिए नोडल पदाधिकारी होंगे.

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