बिहार

bihar

प्रदेश में कम हो रहे हैं कोरोना संक्रमण के मामले, पिछले 24 घंटे में मिले 3009 नए संक्रमित

By

Published : Jan 21, 2022, 7:18 PM IST

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत (Health Secretary Pratyaya Amrit ) ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि बिहार में 14 जनवरी के बाद से संक्रमण के नए मामलों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. साथ ही रिकवरी प्रतिशत भी बढ़ रही है. नीचे देखें पूरा आंकड़ा..

bihar corona update
bihar corona update

पटनाःबीते 24 घंटे में प्रदेश भर संक्रमण से 3009 नए (Bihar Corona Update) मामले सामने आए हैं. प्रदेश में संक्रमण दर भी कम हो रही है और रिकवरी प्रतिशत बढ़ रहा है. 14 जनवरी के बाद से प्रदेश में संक्रमण (Corona Infection In Patna) के नए मामलों में लगातार गिरावट का ट्रेंड देखने को मिल रहा है. इस बात की जानकारी शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी. उन्होंने कोरोना से जुड़े आंकड़े और वैक्सीनेशन संबंधी विस्तृत जानकारी मीडिया में साझा की.

ये भी पढ़ेंःबिहार में कोरोना के 3475 नए मामले, एक्टिव मरीजों की संख्या अब 26673

प्रत्यय अमृत ने बताया कि बिहार वैक्सीनेशन के मामले में देश में चौथे स्थान पर आ गया है. जो बीते 2 दिनों पहले पांचवें स्थान पर था. बिहार में वैक्सीनेशन अभियान भी काफी तेज गति से चल रहा है और इसमें आम जनमानस का पूरा सहयोग देखने को मिल रहा है. 15 से 18 एज ग्रुप के लगभग 40 फ़ीसदी बच्चों का वैक्सीनेशन कंप्लीट कर लिया गया है और महीने के अंत तक इस ग्रुप के शत-प्रतिशत बच्चों के वैक्सीनेशन का विभाग ने लक्ष्य रखा है. उन्होंने ये भी कहा कि संक्रमण की तीसरी लहर में नए मामले लगातार कम होने शुरू हो गए हैं और इसके पीछे आयुर्वेद का भी काफी अहम रोल है.

वहीं, राज्य आयुष समिति के कार्यपालक निदेशक अरविंदर सिंह ने कहा कि कोरोना काल में घरेलू नुस्खे और आयुर्वेदिक औषधियां जीवन रक्षक साबित हुई हैं. होम आइसोलेशन में लोग आयुर्वेदिक नुस्खे से जल्द स्वस्थ हुए हैं. उन्होंने कहा कि खाने पीने में जीरा, हल्दी, दालचीनी, तुलसी पत्ता इत्यादि काफी फायदेमंद साबित हुआ है. गर्म दूध में हल्दी डालकर पीने से शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है.

इन उपायों से भी लोग तेजी में स्वस्थ हुए हैं. इसके अलावा गले में खराश होने पर गुनगुने पानी का गलाला का बहुत फायदा करता है. उन्होंने बताया कि संक्रमण की दूसरी लहर में राज्य की इस समिति ने 40000 आयुष काढ़ा पैकेट का होम आइसोलेशन वाले मरीजों को वितरित किया था. संक्रमण के तीसरे लहर में 10,000 आयुष काढ़ा वितरित किया गया है और राज्य में औषधि निर्माण शाला में अभी 5000 आयुष काढ़े का निर्माण किया जा रहा है.

राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार ने कहा कि प्रदेश में अब तक 10,89,20,900 वैक्सीनेशन हो गए हैं. 15 से 18 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन अभियान काफी तेज गति से चल रहा है और 83.46 लाख के टारगेट वैक्सीनेशन में 3249296 वैक्सीनेशन कंप्लीट कर लिए गए हैं. यानी कि लगभग 40 फ़ीसदी इस एज ग्रुप के बच्चों का फर्स्ट डोज का वैक्सीनेशन हो गया है. बच्चों के वैक्सीनेशन में जमुई टॉप पर है और यहां 53.05% वैक्सीनेशन हुआ है.

आंकड़े के मुताबिक पूर्वी चंपारण में 52.10% वैक्सीनेशन हुआ है. वहीं, बच्चों के वैक्सीनेशन में सबसे फिसड्डी जिला किशनगंज है. जहां 21.84% वैक्सीनेशन हुआ है. कटिहार में 25.64% वैक्सीनेशन हुआ है. बच्चों के वैक्सीनेशन में राजधानी पटना भी फिसड्डी जिले में है और यहां 4.93 लाख बच्चों में 1.64 लाख बच्चों का ही वैक्सीनेशन हुआ है. यानी कि 33.32%.

इसे भी पढ़ें-Bihar Corona Update: बीते 24 घंटे में मिले 6325 नए मरीज, 4 की मौत, मरने वालों को थी अन्य बीमारियां

वही प्रिकॉशनरी डोज के वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी देते हुए संजय कुमार ने बताया कि शुक्रवार तक प्रिकॉशनरी डोज के लिए एलिजिबल 324387 हेल्थ केयर वर्कर में 177074 हेल्थ केयर वर्कर्स ने टीका लिया है. यानी कि 54.6%. 176523 एलिजिबल फ्रंटलाइन वर्कर्स में 78061 ने प्रिकॉशनरी डोज का टिका लिया. यानी कि 44.2% और प्रिकॉशनरी डोज के लिए एलिजिबल 6 प्लस कोमोरबिड 343110 लोगों में 56090 ने टीका लिया. यानी कि एलिजिबिलिटी का 16.3% वैक्सीनेशन कवरेज है.

स्वास्थ्य प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने साफ किया कि बाजार में जितने भी घर बैठे खुद से जांच करने वाले एंटीजन कीट मिल रहे हैं, वो सभी एंटीजन कीट मानक के अनुरूप हैं. आईसीएमआर से इसकी अनुमति है. तभी बाजार में बिक रहे हैं. लेकिन उन्होंने साफ कहा कि यह सभी किट सेल्फ टेस्टिंग के लिए है. कोरोना मरीजों को मिलने वाला लाभ और संक्रमित के आंकड़ों में लोगों की गिनती तभी की जाएगी, जब सरकार की तरफ से चलाए जा रहे कोरोना जांच सेंटर या सरकार से मान्यता प्राप्त जांच सेंटर से रिपोर्ट मिली हो.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP

ABOUT THE AUTHOR

...view details