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कैमूर: 56 करोड़ की लागत से बनेगा अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय

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Published : Apr 21, 2021, 12:52 PM IST

अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय हेतु अंचल चैनपुर में भूमि चिन्हित कर ली गई है. आगे की कार्रवाई के लिए विभाग को प्रस्ताव उपलब्ध करा दिया गया है. बच्चों के लिए ऐसे विद्यालय की कमी है. आवासीय विद्यालय खुलने से इस समस्या का समाधान होगा.

KAIMUR
चैनपुर में बनेगा अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय

कैमूर:जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र में जिलास्तरीय अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालयका निर्माण किया जाना है. छात्र छात्राओं को उच्च शिक्षा दिलाने को लेकर 56 करोड़ की लागत से अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का निर्माण किया जाएगा. विद्यालय भवन निर्माण के लिए कवायद प्रारंभ कर दी गई है.

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नवीं से लेकर 12वीं तक निशुल्कआवासीयशिक्षा
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय योजना के तहत अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों को नवीं से लेकर 12वीं तक निशुल्क आवासीय शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए 56 करोड़ की लागत से विद्यालय भवन निर्माण साढ़े तीन एकड़ भूमि पर होगा. इसके लिए भूमि का चयन चैनपुर के अवंखरा में हुआ है. इसका प्रस्ताव राज्य मुख्यालय को भेजा जा चुका है.

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अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिभावान विद्यार्थियों को मिलेगी मदद
विद्यालय भवन निर्माण के संबंध में पूछे जाने पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि कैमूर में बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय योजना के तहत विद्यालय भवन का निर्माण कराया जाएगा.

जिसका मुख्य उद्देश्य है कि अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिभावान विद्यार्थियों को चयनित किया जा सकें. विद्यार्थियों के चयन के बाद उनके सर्वांगीण विकास की दिशा में प्रयास कर उन्हें मानसिक शारीरिक, सामाजिक और भावनात्मक रूप से सक्षम बनाते हुए पठन-पाठन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये.

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'विद्यालय में नवीं कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई की उत्तम व्यवस्था के साथ-साथ बच्चों को मुफ्त रोजमर्रा की सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी. यह विद्यालय पठन-पाठन सहित शिक्षा-प्रणाली पर आधारित होगा. विद्यालय में 50% सीटें बालिकाओं के लिए आरक्षित होंगी. बालक और बालिकाओं दोनों वर्गों में 75 प्रतिशत ग्रामीण विद्यार्थियों के लिए ही आरक्षित रहेंगी. इसके अलावा विद्यालय में विशेष कोचिंग और व्यवसायिक प्रशिक्षण की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. ताकि पठन-पाठन के साथ व्यवसायिक प्रशिक्षण भी छात्र-छात्राओं को दिया जा सके'.-सत्येंद्र कुमार, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी

गौरतलब हो कि कैमूर में अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय बन जाने से जिले के अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए इधर-उधर नहीं भटकना होगा. राज्य सरकार की बेहतर व्यवस्था के तहत यहां के बच्चे भी शिक्षा प्राप्त कर पठन-पाठन को बेहतर ढंग से कर सकेंगे और उनका भविष्य उज्जवल होगा.

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