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गोपालगंज उपचुनाव में तेजस्वी की मामी बिगाड़ेंगी महागठबंधन का गणित!

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Published : Oct 13, 2022, 7:12 AM IST

गोपालगंज उपचुनाव 2022 (Gopalganj By Election) को लेकर सभी दलों ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. पहले इस सीट पर बीजेपी और आरजेडी के बीच टक्कर मानी जा रही थी, लेकिन अब इस चुनावी दंगल में तेजस्वी यादव की मामी इंदिरा यादव ने भी ताल ठोंक दी है.

तेजस्वी की मामी बिगाड़ेंगी महागठबंधन का गणित
तेजस्वी की मामी बिगाड़ेंगी महागठबंधन का गणित

गोपालगंज:बिहार में गोपालगंज और मोकामा विधानसभा क्षेत्र में होने वाला उपचुनाव बीजेपी और महागठबंधन दोनों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई मानी जा रही है. गोपालगंज से महागठबंधन की ओर से आरजेडी ने अपने प्रत्याशी के रूप में मोहन प्रसाद गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है, जबकि बीजेपी ने दिवंगत विधायक सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को उम्मीदवार बनया है. इधर, बसपा ने बड़ा दांव खेलते हुए आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव की मामी और साधु यादव की पत्नी इंदिरा देवी (Sadhu Yadav wife Indira Yadav) को प्रत्याशी बनाया है.

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तेजस्वी की मामी बिगाड़ेंगी महागठबंधन का गणित: इस बीच, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी गोपालगंज से चुनाव लड़ने की घोषणा की है. ऐसी स्थिति में महागठबंधन का गणित गड़बड़ाने की संभावना बनने लगी है. आरजेडी का वोट बैंक एम वाई (यादव, मुस्लिम) समीकरण माना जाता है. बसपा ने आरजेडी नेता लालू प्रसाद के साले साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव को प्रत्याशी बनाया है. गोपालगंज में साधु यादव की बेहतर पकड़ रही है.

2020 चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे थे साधु:साल 2020 में हुए विधानसभा आम चुनाव में गोपालगंज से बसपा के टिकट पर लड़े साधु यादव लगभग 42,000 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे. साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव को बसपा से टिकट मिलने के बाद गोपालगंज में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार नजर आ रहे हैं. पिछले चुनाव में यहां बीजेपी के उम्मीदवार सुभाष सिंह ने जीत दर्ज की थी और दूसरे नंबर पर साधु यादव रहे थे.

वहीं, महागठबंधन की ओर से कांग्रेस उम्मीदवार आसिफ गफूर तीसरे नंबर पर रहे. इस बार महागठबंधन की ओर से आरजेडी चुनाव मैदान में है. ऐसे में तय माना जा रहा है कि साधु यादव की पत्नी के उतरने से यादवों का वोट कटेगा. इधर, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के गोपालगंज में उपचुनाव लड़ने से बीजेपी को फायदा हो सकता है.

ऐसे में अगर एआईएमआईएम चुनाव मैदान में उतरती है तो वह किसी मुस्लिम प्रत्याशी को यहां से टिकट देगी. ऐसे में ओवैसी का प्रत्याशी आरजेडी के वोटबैंक में सेंध लगाएगा, जिसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा. ऐसी स्थिति में पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता सुभाष सिंह के निधन के बाद खाली हुई गोपालगंज सदर विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला रोचक होने वाला है. बिहार की गोपालगंज और मोकामा विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है. 6 नवंबर को इसकी मतगणना होगी और उसी दिन नतीजे जारी होंगे. दोनों सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया अभी चल रही है.

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