बिहार

bihar

गोपालगंज: धतीवना पंचायत पहुंचे मंत्री जनक राम ने चौपाल लगाकर लोगों से कहा.. किसी से नहीं डरने की है जरूरत

By

Published : Jan 21, 2022, 6:24 AM IST

गोपालगंज के धतीवना पंचायत के दिवंगत मुखिया सूखल मुसहर के (Minister Janak Ram Gopalganj Visit) परिजनों से मंत्री जनक राम ने मुलाकात कर सांत्वना दी है. इस दौरान उन्होंने धतीवना पंचायत में चौपाल लगाकर लोगों को किसी से भी नहीं डरने की अपील की है. 18 जनवरी को मुखिया सूखल मुसहर की हत्या हो गई थी. इसी को लेकर धतीवना गांव पहुंचे थे मंत्री जनक राम. पढ़िए पूरी खबर...

धतीवना पंचायत पहुंचे मंत्री जनक राम
धतीवना पंचायत पहुंचे मंत्री जनक राम

गोपालगंज:बिहारके खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम गुरुवार को (Minister Janak Ram Gopalganj Visit)गोपालगंज के धतीवना पंचायत पहुंचकर पंचायत के दिवंगत मुखिया सूखल मुसहर के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी है. इस दौरान उन्होंने दलित बस्ती के लोगों के साथ बैठक कर उनको बताया कि, आपको किसी से भी डरने की जरूरत नहीं है. सरकार और प्रशासन आपके साथ है. धतीवना पंचायत के मुखिया सूखल मुसहर की हत्या के बाद दलित बस्ती के लोग पिछले तीन दिनों से घर से नहीं निकल रहे थे.

ये भी पढ़ें-बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर बिहार में 6 फरवरी तक लागू रहेंगे सभी प्रतिबंध

दरअसल, ग्रामीणों ने मंत्री जनक राम को बताया कि, मुखिया की हत्या के बाद तीन दिनों से दलित बस्ती के लोग काम पर जाने के लिए घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. वहीं मंत्री ने गांव में चौपाल लगाकर लोगों से कहा कि, किसी से भी डरने की जरूरत नहीं है. आप लोग खुलकर मुखिया सूखल मुसहर की हत्या करने वालों का नाम बताइए पुलिस कार्रवाई करेगी. इंसाफ दिलाने में सरकार पीछे नहीं हटेगी. बता दे कि, 18 जनवरी की सुबह थावे थाना क्षेत्र के धतीवना गांव में पंचायत के मुखिया सूखल मुसहर की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में पांच लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. जिसमें अबतक एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.

इस दौरान मंत्री जनक राम ने कहा कि, पुलिस प्रशासन से लगातार बात हो रही है और हत्या करने वाले बचेंगे नहीं. दलित बस्ती के लोग डरे और सहमे हुए हैं, इसलिए वहां के लोगों के बीच बैठक कर उन्हें आश्वस्त किया कि डरने की जरूरत नहीं हैं बहुत जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी होगी. पहले की शासन काल में कभी कमजोर लोगों को मुखिया और जिला पार्षद बनने का अवसर नहीं मिलाता था. बिहार में जब एनडीए की सरकार आयी तो कमजोर वर्ग के लोगों को रिजर्वेशन देकर उनकी माली हालत में सुधार लाने के लिए मुखिया-बीडीसी जिला पार्षद बनने का अवसर दिया गया.दुख की बात है कि, ऐसे लोगों के साथ घटना हो रही है जो दुख की बात है. सरकार इसपर गंभीर है और पुलिस प्रशासन को भी गंभीरता से घटना को अंजाम देने वाले पर कानूनी कार्रवाई करना होगा.

ये भी पढ़ें-यूपी में बीजेपी और जेडीयू में गठबंधन पर पेंच, RCP कम पर भी राजी लेकिन ललन की 50 प्लस पर दावेदारी!


हालांकि, मंत्री के दौरे की जो तस्वीरे सामने आयी है, वो चौंकाने वाला है. मंत्री ने लोगों के साथ जो बैठक की उसमें कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया और ना लोगों के बीच दो गज की दूरी थी, ना ही किसी के चेहरे पर मास्क था. यहां तक की मंत्री जनक राम के भी चेहरे पर मास्क नहीं था. राज्य में कोरोना बड़ी तेजी से पांव पसार रहा है. ऐसे में इस तरह की लापरवाही संक्रमण को दावत देने जैसा है.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP



ABOUT THE AUTHOR

...view details