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गया: मेयर, डिप्टी मेयर और पार्षदों ने DRDA निदेशक के खिलाफ DM से की शिकायत

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Published : Sep 4, 2019, 3:23 PM IST

शहर के मेयर वीरेंद्र पासवान और डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव सहित  अन्य कई पार्षद देर शाम जिलाधिकारी से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे. पार्षदों के शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी से पिछले दिनों मेयर और डिप्टी मेयर को अपमानित करने के मामले में डीआरडीए निदेशक के खिलाफ शिकायत की.

जनप्रतिनिधी

गया:मेयर और डिप्टी मेयर सहित अन्य पार्षदों ने डीआरडीए के निदेशक के खिलाफ डीएम से शिकायत की. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में मेयर और डिप्टी मेयर के प्रवेश में डीआरडीए निदेशक के रोक लगाने के मामले में मेयर, डिप्टी मेयर सहित अन्य पार्षदों ने डीएम से निदेशक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. वहीं, नगर निगम के पार्षदों ने सफाई व्यवस्था को ठप करने की चेतावनी दी थी. डीएम ने डीआरडीए निदेशक को मेयर और डिप्टी मेयर से क्षमा याचना करने का निर्देश दिया है.

जनप्रतिनिधियों का शिष्ट मंडल

'मुख्यमंत्री के गया-भ्रमण कार्यक्रम की घटना'
डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि पिछले शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गया-भ्रमण कार्यक्रम था. इस दौरान समाहरणालय के सभाकक्ष में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ उनकी बैठक थी. बैठक में शामिल होने के लिए सरकारी दस्तावेज पूरा करने के बाद वे और मेयर पहुंचे थे. लेकिन डीआरडीए के निदेशक संतोष कुमार ने उन्हें अंदर प्रवेश नहीं करने दिया और बगल के कक्ष में बैठा दिया. उन्होंने कहा कि इस तरह से जनप्रतिनिधियों को अपमानित करना कहीं से भी ठीक नहीं है. स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक के दौरान नगर निगम के जनप्रतिनिधियों को खोज रहे थे. लेकिन वहां पर बताया गया कि निगम के कोई भी जनप्रतिनिधी नहीं आए हैं.

डीआरडीए निदेशक के खिलाफ डीएम से की शिकायत

'डीआरडीए निदेशक को क्षमा याचना करने का निर्देश'
डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि हमारी शिकायत पर जिलाधिकारी ने अविलंब फोन कर डीआरडीए के निदेशक संतोष कुमार को क्षमा याचना करने का निर्देश दिया है. साथ ही डिप्टी मेयर ने यह भी कहा कि 18 हजार राशन कार्ड रद्द कर दिया गया है. इसे लेकर पार्षदों को आम जनता के कोपभजन का शिकार होना पड़ता है. इस संबंध में भी जिलाधिकारी से बात हुई है. साथ ही राशन कार्ड, विधवा पेंशन, वृद्धा पेंशन सहित अन्य कई योजनाएं जो जनहित में लोगों को मिलनी चाहिए. इसके लिए भी व्यापक वार्ता हुई है. इसे अविलंब दूर करने का निर्देश जिलाधिकारी ने दिया है.

डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव
Intro:मेयर व डिप्टी मेयर सहित अन्य पार्षदों ने डीआरडीए के निदेशक के खिलाफ डीएम से की शिकायत,
मामला मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में मेयर व डिप्टी मेयर के जाने पर डीआरडीए के निदेशक द्वारा लगाई गई रोक से जुड़ा,
नगर निगम के पार्षदों ने सफाई व्यवस्था को ठप करने की दी थी चेतावनी,
डीएम ने डीआरडीए निदेशक को क्षमा याचना करने का दिया निर्देश।


Body:गया: शहर के मेयर वीरेंद्र पासवान व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव सहित आज अन्य कई पार्षद देर शाम जिलाधिकारी से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। पार्षदों के एक शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी अभिषेक सिंह से मुलाकात की और गत दिनों डीआरडीए के निर्देशक द्वारा अपमानित किए जाने की शिकायत जिलाधिकारी से की।
इस मौके पर डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि विगत शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गया भ्रमण कार्यक्रम था। इस दौरान समाहरणालय के सभाकक्ष में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ उनकी बैठक थी। बैठक में शामिल होने के लिए सरकारी दस्तावेज पूरा करने के बाद वे और मेयर पहुंचे थे। लेकिन डीआरडीए के निदेशक संतोष कुमार के द्वारा उन्हें अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया और बगल के कक्ष में बैठा दिया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह से जनप्रतिनिधियों को अपमानित करना कहीं से भी ठीक नहीं है। स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक के दौरान नगर निगम के जनप्रतिनिधियों को खोज रहे थे। लेकिन वहां पर बताया गया कि निगम के कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं आए हैं। मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि आज शहर की आबादी 7 लाख के करीब है। ऐसे में सफाई से लेकर पेयजल नाली आदि की व्यवस्था नगर निगम के जनप्रतिनिधियों के द्वारा ही की जाती है। विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला में भी लाखों यात्री देश-विदेश से आते हैं। उनकी भी सारी व्यवस्था निगम के द्वारा की जाती है। ऐसे में निगम के जनप्रतिनिधियों को अपमानित करना कहीं से भी ठीक नहीं है। इन तमाम बातों की शिकायत जिलाधिकारी से की गई। जिसके बाद जिलाधिकारी ने अविलंब फोन कर डीआरडीए के निदेशक संतोष कुमार को क्षमा याचना करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने या निर्णय लिया था कि पितृपक्ष मेला 12 सितंबर से शुरू होगा। उसी दिन हम लोग अनिश्चितकाल के लिए नगर निगम की सारी सेवाएं बंद कर देंगे। क्योंकि हमारे कंधों पर पूरे शहर की जिम्मेवारी होती है। ऐसे में पार्षदों को अपमानित करना सही नहीं है। लेकिन जिलाधिकारी के द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद हम लोगों ने सारी व्यवस्था बदस्तूर जारी करने का निर्णय लिया है।
डिप्टी मेयर ने यह भी कहा कि 18 हजार राशन कार्ड रद्द कर दिया गया है। इसे लेकर पार्षदों को आम जनता का कोभाजन होना पड़ता है। इस संबंध में भी जिलाधिकारी से बात हुई है। साथ ही राशन कार्ड, विधवा पेंशन, वृद्धा पेंशन सहित अन्य कई योजनाएं जो जनहित में लोगों को मिलनी चाहिए। इसके लिए भी व्यापक वार्ता हुई है। इसे अविलंब दूर करने का निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया है ।

बाइट- मोहन श्रीवास्तव, डिप्टी मेयर।

रिपोर- प्रदीप कुमार सिंह
गया




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