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गया: रिहायशी इलाके में चट्टान खिसकने से लोगों में दहशत, सरकार से लगाई मदद की गुहार

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Published : Aug 30, 2019, 9:38 AM IST

गया शहर में पहाड़ का चट्टान खिसकने से आवागमन बाधित हो गया है. स्कूली बच्चे और स्थानीय लोग जान हथेली पर रख कर आ-जा रहे हैं. वहीं, स्थानीय लोगों ने सरकार से जान बचाने की गुहार लगायी है.

गया में खिसक रहा पहाड़

गया: शहर के मेहंदीबाग मुहल्ले के वार्ड नं 43 के लोग चट्टान खिसकने से डरे-सहमें हैं. एक बड़ा चट्टान खिसककर सड़क और घर पर आ गिरा था. चट्टान गिरने से स्थानीय लोग भय में हैं. वहीं, बच्चे जान हथेली पर रखकर स्कूल जा रहे हैं.

13 अगस्त को एक बड़ा चट्टान खिसककर घर पर आ गिरा था और घर से होते हुए ये सड़क पर आ गया. इससे अब तक आवगमन बाधित है. स्कूली बच्चे और स्थानीय लोग जान हथेली पर रखकर किसी तरह गुजर रहे हैं. जबकि पहाड़ का अन्य हिस्सा गिरने की कगार पर है. मुहल्ला वासियों ने सरकार से गुहार लागाई है कि उन्हें खिसकती चट्टानों से बचाया जाए.

स्कूली छात्रा

स्कूल जाने से डर रही हैं बच्चियां
चट्टान गिरने से 200 घरों के लोगों के लिए संकट की स्थिति बन गई है. प्राथमिक विद्यालय मेहंदीबाग के छात्र चट्टान को पार कर किसी तरह स्कूल जा रहे हैं. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए एक छात्रा ने बताया कि स्कूल जाने में डर लगता है. पता नहीं कब चट्टान की चपेट में आ जाएं. सीएम से मांग करते हुए उसने कहा कि जल्द से जल्द पहाड़ के चट्टान को हटवा दें.

स्थानीय महिला

गिरने की कगार पर दूसरा चट्टान
एक स्थानीय महिला ने ईटीवी भारत को बताया कि उनका बेटा दिव्यांग है. उसे आने-जाने में काफी दिक्कत होता है. रास्ते पर चट्टान गिरने से काफी परेशानी है. वहीं, दूसरा चट्टान भी गिरने की कगार पर है. हमेशा डर लगा रहता है. यहां लोग जान जोखिम में डालकर रह रहे हैं. वहीं, स्थानीय युवक ने बताया कि पहाड़ के बीच में पेड़ था. तेज बारिश में पहाड़ से बड़ा चट्टान गिर गया. चट्टान गिरने से रास्ता बंद है. इसकी शिकायत वार्ड पार्षद से की. वार्ड पार्षद ने चट्टान को चंदा कर हटाने की बात कही. प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिल पा रहा.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

जिलाधिकारी को कराया गया अवगत
वार्ड पार्षद विनोद कुमार ने बताया कि चट्टान गिरने से सड़क मार्ग बंद है. किसी तरह आने-जाने का रास्ता बनाया गया है. चट्टान बहुत बड़ा है, जबकि गली बहुत संकीर्ण है. उस जगह पर जेसीबी और मालवाहक गाड़ी नहीं जा सकता. इस संबंध में जिलाधिकारी को अवगत करवाया गया है. गौरतलब है कि गया में चट्टान खिसकने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पूर्व शाहमीर तकिया मुहल्ला में एक बड़ा चट्टान गिरा था. उसे देखने के लिए खुद मुख्यमंत्री पहुंचे थे. उसी तरह की घटना की पुनरावृत्ति मेंहदीबाग मुहल्ला में होता दिख रहा है.

Intro:गया शहर के वार्ड नं 43 के मेहंदी बाग मुहल्ला पहाड़ पर बसा हुआ है। 13 अगस्त को पहाड़ का एक बड़ा चट्टान खिसकर सड़क और घर पर गिर गया था। सड़क पर गिरने से आवगमन बाधित हो गया है। स्कूल के बच्चे और स्थानीय लोग जान हथेली पर रखकर पहाड़ वाला रास्ता पार करते हैं। पहाड़ का अन्य हिस्सा गिरने के कगार पर है , मुहल्ला वासियों गुहार लगा रहे हैं खिसकती पहाड़ से हमलोग को बचाया जाए।


Body:गया शहर पहाड़ो से घिरा हुआ है। शहर के कई मुहल्ला पहाड़ो पर बसा हुआ है। ऐसे ही एक मुहल्ला शहर के वार्ड नं 43 में है जो पहाड़ो पर बसा हुआ है। इस मुहल्ला में 13 अगस्त को पहाड़ से एक बड़ा चट्टान गिर गया था। चट्टान सड़क और एक घर पर गिरा था। हालांकि की चट्टान गिरने से कोई हताहत नही हुआ था। लेकिन चट्टान गिरने के बाद आवगमन का रास्ता बंद हो गया। 200 घरों के लोगो के लिए ये बड़ा आफत था, इनके साथ ही प्राथमिक विद्यालय मेहंदी बाग के छात्रों का भी स्कूल जाने ले लिए दिक्कत होने लगा। मुहल्ला वासी किसी तरह आने जाने के लिए रास्ता तो बना दिये लेकिन वो रास्ता जोखिम भरा है। स्कूली बच्चे को अभिभावक या स्कूल के शिक्षक पार करवाते हैं।

मुहल्ला वासी कुंती देवी बताती हैं मेरे बेटा दिव्यांग हैं , आने जाने में उसको काफी दिक्कत होता है। पहाड़ से नीचे जाने के लिए यही रास्ता है। इस रास्ता पर पहाड़ का बड़ा चट्टान गिर गया है। पहाड़ पर स्कूल हैं स्कूल के बच्चे बहुत मुश्किल से आ पाते हैं। ये गिर गया तो इसको हटाया जा सकता है लेकिन जो गिरनेवाला उसका सुध कोई नही ले रहा है। लगता हैं जैसे पहाड़ खिसक के गिर रहा है। एक बड़ा चट्टान भी गिरने के कगार पर है। हमलोग जान जोखिम में डालकर रह रहे हैं।

सन्नी कुमार ने बताया पहाड़ के बीच मे पेड़ था पेड़ धीरे धीरे बड़ा हुआ और उस दिन तेज बारिश हुआ है। पहाड़ से बड़ा चट्टान गिर गया। आने जाने का रास्ता बंद हो गया है। वार्ड पार्षद से जब मिलने गए तो वार्ड पार्षद ने कहा चंदा करके हटा लो।

प्राथमिक विद्यालय मेहंदी बाग की छात्रा ने बताया हमलोग पहाड़ के रास्ता पार करने में डर लगता हैं। आने वक़्त घर के लोग साथ मे आते हैं। छुट्टी के वक़्त स्कूल के शिक्षक पार करवाते हैं। इधर से गुजरते हैं लगता है पहाड़ के उपर से चट्टान गिर जाएगा। मुख्यमंत्री से मांग करते है जल्द से जल्द पहाड़ हटा दे।


Conclusion:वार्ड पार्षद विनोद कुमार ने बताया पहाड़ का बड़ा चट्टान गिर गया है ,सूचना मिलते ही देखने गया था। किसी आदमी को नुकसान नही पहुचा था। सड़क मार्ग बंद हो गया है। उसको थोड़ा बहुत साफ करवाकर आने जाने के लिए बनाया गया है। चट्टान बहुत बड़ा हैं और गली बहुत संकीर्ण हैं। वहाँ जेसीबी और मालवाहक गाड़ी नही जा सकता है। इस संबंध में जिलाधिकारी को अवगत करवाये गए।

गया में ये पहाड़ से बड़ा चट्टान गिरने का पहला मामला नही है इससे पूर्व शाहमीर तकिया मुहल्ला में भी एक बड़ा चट्टान गिरा था। इतना बड़ा चट्टान था उसके गिरने से बड़ा नुकसान होनेवाले था। खुद मुख्यमंत्री को चट्टान को देखने आना पड़ा था। उसी तरह का निमंत्रण मेहदीबाग मुहल्ला खिसकता हुआ पहाड़ दे रहा है।

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