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Araria News: बेरोजगारी, जातीय गणना समेत कई मांगों को लेकर युवा राजद का एक दिवसीय धरना

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Published : Jun 5, 2023, 9:30 PM IST

अररिया में जातीय गणना की मांग, नई शिक्षा नीति और महंगाई को लेकर युवा राजद के नेताओं ने एक दिवसीय धरना दिया. इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई. पढ़ें पूरी खबर...

अररिया में युवा राजद का एक दिवसीय धरना
अररिया में युवा राजद का एक दिवसीय धरना

अररिया: बिहार के अररिया में समाहरणालय परिसर में युवा राजद के नेताओं ने जातीय गणना की मांग, नई शिक्षा नीति एवं महंगाई को लेकर एकदिवसीय धरना दिया. इस दौरान धरना में शामिल नेताओं ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए विरोध किया. इस दौरान राजद के नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आरजेडी के जिला अध्यक्ष मनीष कुमार यादव ने बताया कि आज बाबा भीमराव अम्बेडकर के संविधान को खत्म करने की साजिश चल रही है.

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मंहगाई, बेरोजगारी चरम पर है:आरजेडी के जिला अध्यक्ष मनीष कुमार यादव ने बताया कि यह धरना राज्यव्यापी आंदोलन के तहत प्रदेश के नेतृत्व के आह्वान पर दिया गया. इस मौके पर कार्यकर्ताओ ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रकट किया. धरने में शामिल राजद के नेताओं ने कहा कि नई शिक्षा नीति के कारण गरीबों को शिक्षा से दूर रखने की केंद्र सरकार की मंशा है. मंहगाई, बेरोजगारी चरम सीमा पर है. संविधान खतरे में हैं.

"केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. केंद्र सरकार के नई शिक्षा नीति व बढ़ती महंगाई को लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं जातिगत जनगणना कराने की मांग की गई है. इस धरना प्रदर्शन में जिले के सभी राजद नेता शामिल हैं."- मनीष कुमार यादव ,जिलाध्यक्ष, राजद

शिक्षा से दूर रखने की केंद्र सरकार की मंशा:नई शिक्षा नीति के कारण गरीबों को शिक्षा से दूर रखने की केंद्र सरकार की मंशा है. बताया कि संविधान खतरे में हैं. आज बाबा भीमराव अम्बेडकर के संविधान को खत्म करने की साजिश चल रही है. कई कार्यकर्ताओं ने बताया कि आज केंद्र सरकार जिस तरह का रवैया अपना रही है. उससे साफ नजर आ रही है कि वह गरीबों के हित में नहीं है.

महिला पहलवानों न्याय के सड़क पर उतरीं:उन्होंने बताया कि जिस तरह से दिल्ली में महिला पहलवानों के साथ किया गया है. उसके आरोपी संसद में बैठे हैं. और उन्हें न्याय के लिए पहलवानों को सड़क पर बैठना पड़ रहा है. यह सरकार की दोहरी नीति दिखती है. हम इसके विरोध में लगातार आवाज उठाते रहे हैं और उठाते रहेंगे.

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