बिहार

bihar

अररिया में डेंगू के 20 मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप, तेज हुई फॉगिंग

By

Published : Oct 18, 2022, 7:22 AM IST

अररिया में लगातार डेंगू के बढ़ते मरीज (Dengue Cases Increased in Araria) को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अब अलर्ट मोड पर आ गया है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में अबतक डेंगू के कुल 20 केस सामने आए हैं. इसके बाद अररिया और फारबिसगंज के शहरी इलाके में फॉगिंग कराई जा रही है. पढ़ें पूरी खबर..

अररिया में डेंगू के 20 मरीज मिले
अररिया में डेंगू के 20 मरीज मिले

अररिया:बिहार में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है. इसी कड़ी में अररिया जिले में भी 20 मामले (20 dengue patients found in Araria) मिले हैं. बढ़ते डेंगू के मरीज को लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ अब नगर परिषद भी अलर्ट मोड पर है और जगह-जगह फाॅगिंग कराई जा रही है. लगातार डेंगू के बढ़ते मरीज को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अब अलर्ट मोड पर आ गया है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में अबतक डेंगू के कुल 20 केस सामने आए हैं.

ये भी पढ़ेंः प्रदेश में रिकॉर्ड आंकड़े की ओर डेंगू, पटना में इसके डंक से 9 वर्षीय मासूम की मौत

जिले में फाॅगिंग कर दी गई तेजःजिले में डेंगू के लगातार बढ़ते मामले को लेकर अररिया और फारबिसगंज के शहरी इलाके में फॉगिंग तेज कर दी गई है लेकिन ग्रामीण इलाकों में फॉगिंग नियमित नहीं होने से ग्रामीणों में नाराजगी है. अररिया शहर के लोगों ने भी बताया कि इस तरह की फॉगिंग लगातार करने की जरूरत है. वहीं अररिया नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी भवेश कुमार ने दावा किया है कि शहर में लगातार फॉगिंग कराई जा रहा है. उन्होंने लोगों को हिदायत देकर जलजमाव न होने दें, इसी में डेंगू के मच्छर पनपते हैं. साथ ही सोने के समय मच्छरदानी और पूरे आस्तीन का कपड़ा पहनना है. इससे डेंगू से बचा जा सकता है. वहीं मोहल्लों में गंदगी भी पसरी हुई नजर आई.

"हमलोग सब जगह फाॅगिंग करवा रहे हैं. जहां पानी जमाव होता है वहां भी फाॅगिंग करवा रहे हैं. कूड़े वाली गाड़ियों से अनाउंसमेंट करवा कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि घरों में गमले, कूलर, टंकियों में पानी जमा नहीं होने दें" - भावेश कुमार, अररिया कार्यपालक पदाधिकारी

कब होता है डेंगू?: शरीर में प्लेटलेट की मात्रा एक लाख से लगभग पांच लाख होती है और इसकी मात्रा पचास हजार से जैसे-जैसे नीचे आती है तो उस व्यक्ति में डेंगू का प्रकोप बढ़ जाता है, इससे बचने के लिए कूलर या अन्य कोई भी सामान में पानी नहीं जमने देना चाहिए, अगर पानी जमता है तो इस बीमारी की संभावना बढ़ जाती है.

डेंगू बढ़ने के प्रमुख कारण: सितंबर के महीने में सामान्य से अधिक बारिश होना. साल 2019 में भी ऐसा ही हुआ था जो डेंगू के मच्छर के पनपने के लिए महीना होता है और उसे नर्चर कंडीशन भी मिल रहे हैं. हाइजीन और साफ सफाई के प्रति लोगों में लापरवाही होना, 2020 और 2021 में कोरोना के कारण लोगों ने साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया. लोगों ने अपने आसपास गंदगी नहीं होने दी. किसी प्रकार का कोई इधर उधर का सामान नहीं छुए, हाइजीन पर विशेष ध्यान दिया, जिसके कारण ऐसा नहीं हो पाया, लेकिन अब कोरोना के बाद लोगों में फिर से लापरवाही आई. लोगों ने हाथ पैर की साफ सफाई पर विशेष ध्यान नहीं दिया जिससे भी इसका असर पड़ा.

सूबे में बढ़ी प्लेटलेट्स की मांगः सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पूरे प्रदेश में जहां चार हजार के करीब डेंगू के मरीज हैं, वहीं पटना में इनकी संख्या 2600 से अधिक है. अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. प्लेटलेट्स की संख्या घटने पर मरीज अस्पताल में एडमिट हो रहे हैं. पूरे प्रदेश में डेंगू पैर पसारने लगा है. सूबे में डेंगू के आंकड़ों पर नजर डालें तो संख्या 4200 के पार चली गई हैं. डेंगू के मामले बढ़ने के साथ-साथ हॉस्पिटलाइज्ड मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है और इसके साथ ही प्लेटलेट्स की मांग (Demand for platelets increased in patna) भी बढ़ गई है. प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू मरीजों की भीड़ अधिक बढ़ रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details