शिमला: हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट इस समय देश में सबसे हॉट सीट में मानी जा रही है. बॉलीवुड क्वीन कंगना के यहां से भाजपा टिकट पर मैदान में उतरने से मंडी सीट सभी की चर्चा के केंद्र में आ गई. उनके मुकाबले कांग्रेस ने युवा नेता और कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह को टिकट दिया है. दूसरी बार शिमला ग्रामीण सीट से विधानसभा चुनाव जीते विक्रमादित्य सिंह इस समय कैबिनेट मंत्री भी हैं. अब उनके चुनाव लड़ने से एक ऐसी जिज्ञासा पैदा हो गई है, जिसके बारे में हर कोई जानने को उत्सुक है. जिज्ञासा ये कि चुनाव जीतने की स्थिति में वे केंद्र की राजनीति में सक्रिय हो जाएंगे या फिर उनकी रूह हिमाचल की राजनीति में ही रमी रहना चाहेगी. विक्रमादित्य सिंह ने ईटीवी से खास बातचीत में इस जिज्ञासा को शांत करने वाली कुछ बातें कही हैं. विक्रमादित्य सिंह के साथ पूरी बातचीत सुनने के लिए यहां क्लिक करें.
चुनाव जीते तो दिल्ली या शिमला ?
विक्रमादित्य सिंह ने इशारा किया कि अब दिल्ली का रुख किया है तो वहीं जाएंगे. विक्रमादित्य सिंह ने शिमला में अपने निजी आवास होली लॉज में ईटीवी से बातचीत में कहा कि प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद से ही शायद उन्हें टिकट मिला है. वे चुनाव जीतने के लिए ही लड़ेंगे. विक्रमादित्य सिंह ने आत्मविश्वास से भरे शब्दों में कहा कि मंडी सीट पर निश्चित रूप से कांग्रेस की जीत होगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली में हिमाचल की जनता की आवाज को उठाएंगे. युवा नेता ने कहा कि उनके पिता वीरभद्र सिंह दो दशक तक केंद्र में सांसद और केंद्रीय मंत्री के रूप में सक्रिय रहे. अब प्रभु श्रीराम के आशीष से उन्हें टिकट मिला है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उन्होंने तो मंडी से टिकट नहीं मांगा था, लेकिन पार्टी को लगा तो उन्हें मौका मिला है.
"हम जीतने के लिए लड़ेंगे और मंडी में कांग्रेस की जीत होगी. आगामी फैसला पार्टी आलाकमान करेगा. लेकिन जब चुनाव लड़ रहे हैं तो दिल्ली का रुख किया है और वहां हिमाचल की आवाज उठाएंगे. मेरे पिता भी दो दशक तक दिल्ली में रहे और हिमाचल का प्रतिनिधित्व सांसद से लेकर मंत्री के रूप में किया. मैं भी बेबाकी से हिमाचल की आवाज बुलंद करूंगा."- विक्रमादित्य सिंह, कांग्रेस उम्मीदवार, मंडी लोकसभा सीट