श्रीनगर: उत्तराखंड निवासी वरिष्ठ प्रोफेसर पीएम काला ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है. प्रोफेसर पीएम काला को एजुकेशन एक्सेलेंस अवॉर्ड 2024 मिलने जा रहा है. प्रोफेसर पीएम काला को ये अवॉर्ड शिक्षा के क्षेत्र बेहतरीन कार्य करने के लिए दिया जा रहा है. प्रोफेसर पीएम काला देश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में प्रशासनिक अधिकारी सहित अध्यापन का कार्य कर चुके हैं.
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रोफेसर पीएम काला ने किया कमाल, एजुकेशन एक्सेलेंस अवॉर्ड से होंगे सम्मानित - Education Excellence Award 2024
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Apr 12, 2024, 5:54 PM IST
Education Excellence Award 2024, Professor PM Kala प्रोफेसर पीएम काला को एजुकेशन एक्सेलेंस अवॉर्ड 2024 से सम्मानित किया जायेगा. प्रोफेसर पीएम काला सुमाड़ी गूम/पौखाल के रहने वाले हैं. वे एनआईटी उत्तराखंड में कुलसचिव भी रहे
वरिष्ठ प्रोफेसर पीएम काला निर्वतमान में साहू जैन कालेज नजीबाबाद में प्रोफेसर पद पर कार्यरत हैं. वे पिछले विगत 26 वर्षों से उच्च शिक्षा /प्रशासन /शोध के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय /राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय हैं. प्रोफेसर पीएम काला सयुंक्त राष्ट्र संघ के क्षमता विकास कार्यक्रम के तहत एडिस अबाबा विश्वविद्यालय इथियोपिया में विषय विशेषज्ञ के तौर पर भी सेवाएं दे चुके हैं. वे एनआईटी उत्तराखंड में कुलसचिव भी रहे. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय/राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न शोध पत्रों/ शोध कार्यों में भी काला का योगदान है. 26 साल के उच्च शिक्षा में किये गए कार्यों के लिए उन्हें के लिए उन्हें हरियाणा की संस्था गुरु फाउंडेशन द्वारा बेंगलुरु में 13 अप्रैल को 'एजुकेशन एक्सेलेंस अवॉर्ड 2024' से सम्मानित किया जायेगा.
वरिष्ठ प्रोफेसर पीएम काला मूल रूप से पौड़ी जनपद के मूल गांव सुमाड़ी गूम/पौखाल के रहने वाले हैं. उनके पिता एसएम कॉलेज चंदौसी (उप्र) में प्रोफ़ेसर (संस्कृत विभागाध्यक्ष) के रूप में कार्यरत थे. जिसके कारण उनकी समस्त शिक्षा चन्दौली में ही हुई. उन्होंने एसएम कालेज चंदौसी (रुहेलखंड विवि ) से विधि में स्नातक किया. डीएवी कॉलेज देहरादून (गढ़वाल विश्वविद्यालय) से उन्होंने आगे की पढ़ाई पूरी की. उनके पिता प्रो मथुरा प्रसाद काला भी उच्च शिक्षा में सक्रिय रहे. उनकी माता गृहणी थी. ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रोफेसर पीएम काला ने कहा उनकी ये उपलब्धि उनके माता पिता ,गुरुजनों ,उनके छात्रों की है. उन्होंने कहा आगे भी वे शिक्षा जगत में अपना योगदान देते रहेंगे.