बिलासपुरवासियों के अच्छे दिन, खोला गया तारबाहर अंडर ब्रिज, लोगों ने मनाई होली और दिवाली ! - Bilaspur Tarbahar under bridge
बिलासपुरवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग के बाद बुधवार को तारबाहर अंडर ब्रिज पर आवाजाही शुरू कर दी गई है. इससे स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है.
बिलासपुर:बिलासपुर वासियों के अच्छे दिन शुरू हो गए हैं. लंबी मांग के बाद बुधवार से तारबाहर अंडर ब्रिज पर आवागमन शुरू कर दिया गया है. आवागमन शुरू होने पर स्थानीय लोगों ने पटाखा फोड़कर और एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर की. आवागमन शुरू होने से स्थानीय लोगों की कई समस्याएं अब खत्म होगी.
स्थानीय लोगों ने किया था आंदोलन: दरअसल, बिलासपुर के सिरगिट्टी परिक्षेत्र को जोड़ने वाले अंडर ब्रिज का काम रेलवे ने लगभग पूरा कर लिया है. स्थानीय लोगों के आने-जाने के लिए फिलहाल इसे शुरू कर दिया गया है. शहर के सबसे व्यस्त रोड पर बने तारबाहर अंडरब्रिज की दीवार को काटकर नए एक्सटेंशन ब्रिज से जोड़कर इस काम को पूरा किया गया है. 12 साल पहले अधूरे तारबाहर अंडरब्रिज को लेकर पिछले साल बड़ी संख्या में लोगों ने जन-आंदोलन किया था. इसके बाद रेलवे प्रशासन ने इस पर संज्ञान लिया था. क्षेत्र के तीन हजार से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर अभियान चलाकर अंडरब्रिज बनाने की मांग की थी. इसमें क्षेत्र की कामकाजी महिलाएं, पुरुष और स्कूली बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. इन लोगों ने रेलवे प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर अंडरब्रिज निर्माण करने की गुहार लगाई थी.
अधूरे अंडरब्रिज से लोगों को हो रही थी दिक्कतें:तारबाहर फाटक की समस्या से निजात दिलाने के लिए अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया था, लेकिन सिरगिट्टी के अंतिम छोर के पास रेलवे लाइन पर मौजूद दो पटरी पर बने फाटक को अंडरब्रिज से कवर नहीं किया गया था. इससे लोग बाईपास फाटक में अक्सर फंस जाते थे और जाम की स्थिति बन जाती थी. इस समस्या से परेशान लोगों आंदोलन और धरना प्रदर्शन किया. इसके बाद सिरगिट्टी छोर पर बाईपास के अधूरे अंडरब्रिज को एक्सटेंशन कर जोड़ा गया. बुधवार को नवनिर्मित अंडर ब्रिज को लोगों के आवागमन के लिए खोल दिया गया है. इससे क्षेत्र के लोग काफी खुश हैं. स्थानीय लोगों ने खुशी में पटाखे फोड़े. साथ ही एक दूसरे को मिठाई खिलाई.
बता दें कि सिरगिट्टी की ओर से कोरमी, बसिया, धुमा, नगपुरा, धमनी, काडार सहित कई दर्जन गांव हैं, जिनका निस्तार या रोजगार शहर में होता है. यहां से उन्हें रोज सुबह-शाम गुजरना पड़ता है. यहां हमेशा रेलवे फाटक बंद रहने से लोगों को परेशानी होती थी. इस रास्ते से करीबन 50 हजार से अधिक लोग रोजाना आवागमन करते हैं. ईटीवी भारत ने कई बार यहां के लोगों की समस्याओं को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसके बाद काम शुरू होने पर तारबाहर अंडर ब्रिज की सौगात अब लोगों को मिली है.