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श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में पहली बार 16 शिवलिंगों का रुद्राभिषेक, नई परंपरा की शुरुआत - Kashi Vishwanath Temple

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 16, 2024, 8:58 AM IST

Kashi Vishwanath Temple
Kashi Vishwanath Temple

वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में चैत्र नवरात्रि की सप्तमी पर पहली बार एक साथ 16 शिवलिंगों का रुद्राभिषेक किया गया. इसमें मंडलायुक्त के अलावा अन्य लोगों ने भी हिस्सा लिया.

KASHI VISHWANATH TEMPLE

वाराणसी : श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन और न्यास की तरफ से मंदिर में धार्मिक आयोजनों की शुरुआत की गई. इसके तहत शहर के विभिन्न छोटे मंदिरों में पूजन पाठ करवाया गया. इसके साथ ही विश्वनाथ मंदिर परिसर में मौजूद मंदिरों और शिवलिंगों के पूजन-पाठ की प्रक्रिया भी शुरू करा दी गई है. इसी क्रम में सोमवार को विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने पहली बार स्थापित 16 अलग-अलग शिवलिंगों और शिव कचहरी में रुद्राभिषेक का आयोजन करवाया. इस दौरान मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी से लेकर कर्मचारी और खुद कमिश्नर कौशल राज शर्मा भी मौजूद रहे.

Kashi Vishwanath Temple

चैत्र नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा संकल्पित श्री काशी विश्वनाथ धाम स्थित श्री विश्वनाथ महादेव के अतिरिक्त अन्य समस्त प्रधान रुद्र विग्रहों पर एक साथ रुद्राभिषेक महायज्ञ का आयोजन किया गया. मंडलायुक्त वाराणसी एवं श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के पदेन सभापति कौशल राज शर्मा ने अमृतेश्वर महादेव का, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य पं प्रसाद दीक्षित ने अविमुक्तेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक किया.

Kashi Vishwanath Temple

इसी कड़ी में पं दीपक मालवीय ने तारकेश्वर महादेव का, प्रो. ब्रज भूषण ओझा ने दण्ड पाणीश्वर महादेव का, मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने नीलकंठेश्वर महादेव का, अपर मुख्य कार्यपालक निखिलेश कुमार मिश्र ने मांधातेश्वर महादेव का, एसडीएम शंभू शरण ने चंद्रगुप्तेश्वर महादेव का, एडीसीपी ममता रानी चौधरी ने मनोकामेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक किया.

Kashi Vishwanath Temple

तहसीलदार शेखर एल मिनी ने गंगेश्वर महादेव का, न्यास के अन्य अधिकारियों में अवधेश पांडेय ने श्री विश्वनाथ राजसभा का, एके सिंह द्वारा कुबेरेश्वर महादेव का, श्री रामेश्वर पाठक द्वारा नवग्रह का, आरएन सिंह द्वारा बालमुकुंदेश्वर महादेव का एवं दीनदयाल ने त्रिसंदेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक किया. याजक की भूमिका का निर्वहन कर धाम की भव्यता, राष्ट्र के वैभव, सनातन धर्म के विस्तार एवं विश्व कल्याण की मनोकामना की गई.

Kashi Vishwanath Temple

रुद्राभिषेक के बाद मंडलायुक्त वाराणसी ने शक्तिपीठ माता विशालाक्षी के दर्शन प्राप्त कर नवरात्रि पर्व की सप्तमी तिथि पर कालरात्रि मां काली का दर्शन पूजन भी किया. चैत्र नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर महाकाली के पूजन का विशेष महत्व है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास इस चैत्र नवरात्रि में प्रत्येक तिथि पर विशिष्ट आयोजन करता है.

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