रायपुर: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व माना गया है. इस तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा आराधना की जाती है. छह मार्च को विजया एकादशी का व्रत रखा जाएगा. ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से साधक को भगवान श्री हरि विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है. भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. हर महीने दो एकादशी पड़ती है. 6 मार्च को पड़ने वाली एकादशी विजया एकादशी के नाम से जानी जाती है.
कब मनाई जाएगी एकादशी ?:हिंदू पंचांग के मुताबिक फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस दिन एकादशी तिथि की शुरुआत 6 मार्च को सुबह 6 बजकर 31 से होगी. इसका समापन यानी 7 मार्च को सुबह 4 बजकर 12 मिनट पर होगा. ऐसे में विजया एकादशी का व्रत 6 मार्च 2024 को रखा जाएगा.
श्री हरि को विजया एकादशी के दिन करें प्रसन्न, जानिए पूजन विधि और मुहूर्त
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Mar 3, 2024, 4:50 AM IST
|Updated : Mar 6, 2024, 6:52 AM IST
Worship On Vijaya Ekadashi विजया एकादशी के दिन विधि विधान से पूजन कर भगवान विष्णु को प्रसन्न किया जा सकता है.इस बार फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष में विजया एकादशी आ रही है.इस दिन यदि जातक विधि विधान से पूजन कर लें तो श्री हरि से मनचाहा फल प्राप्त कर सकते हैं. Ekadashi 2024 Pujan method and time
विजया एकादशी पूजन विधि और मुहूर्त ?:विजया एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में सुबह उठकर स्नान से निवृत होकर साफ सुथरे कपड़े पहने इसके बाद खुद को शुद्ध कर लें. हाथ में गंगाजल लेकर व्रत का संकल्प ले. इसके बाद पूजा की चौकी पर भगवान विष्णु की तस्वीर या मूर्ति को स्थापित करें. पूरे विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा आराधना करनी चाहिए. पीले रंग का फल, फूल और मिठाई भगवान विष्णु को अवश्य अर्पित करें. दीपक जलाकर आरती करें. विष्णु चालीसा का पाठ करें. अंत में भगवान को भोग अर्पित करने के बाद प्रसाद को पहले खुद ग्रहण करें.इसके बाद दूसरे को दें.