कोरबा: केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह बुधवार को कोरबा पहुंचे. यहां उन्होंने चैतुरगढ़ की मां महिषासुर मर्दिनी का नाम लेकर अपने भाषण की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. साथ ही कहा कि वोट बैंक के लिए कांग्रेस नक्सलवाद और आतंकवाद का पोषण करती रही है. उन्होंने नक्सलवाद को छत्तीसगढ़ का नासूर बताया. इसके बाद उन्होंने राम मंदिर और धारा 370 पर भी बयान दिया. केंद्र की फ्लैगशिप योजनाओं का जिक्र कर शाह ने जनता से वोट की अपील की. साथ ही उन्होंने कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत को लापता बताया.
मैंने सरोज को कहा था जरूर आऊंगा: अमित शाह ने कहा कि, "जब चुनाव का समय आता है. तब लोग मेरे पास आते हैं और मुझे कहते हैं कि आप हमारे यहां चुनावी रैली जरूर करें, लेकिन कोरबा एक ऐसी सीट है, जहां मैने खुद सरोज पांडे को कहा था कि मैं आपके यहां जरूर आऊंगा. छत्तीसगढ़ रामलला का ननिहाल है और आज मैं भगवान राम के ननिहाल वालों के सामने आया हूं."
कांग्रेस ने राम मंदिर का निमंत्रण ठुकराया: अमित शाह ने कहा कि, "70 साल से कांग्रेस ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लटका के रखा हुआ था. जब इसका निर्माण हुआ, तब प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को उन्होंने ठुकरा दिया. मैं आश्चर्यचकित रह गया कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को कोई कैसे ठुकरा सकता है. राहुल बाबा और खड़गे सभी को निमंत्रण भेजा था, लेकिन कांग्रेस पार्टी माइनॉरिटी के वोट बैंक के खिसकने के डर से भगवान राम जन्मभूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को दुत्कार दिया. छत्तीसगढ़ तो राम का ननिहाल है, इसलिए जब कांग्रेस के लोग वोट मांगने आएंगे, तब उनसे पूछना कि हमारे आराध्य भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को आप लोगों ने क्यों ठुकराया था. आप किस मुंह से वोट मांगने आए हैं."
नक्सलवाद का पोषण करती है कांग्रेस:नक्सल समस्या पर अमित शाह ने कहा कि, "भूपेश बघेल की सरकार थी. तब नक्सलवाद समाप्त नहीं हुआ. विष्णुदेव सरकार बनते ही राज्य में 350 नक्सलियों को अरेस्ट किया गया. कई लोगों ने सरेंडर किया. आज मैं आपको कहने जा रहा हूं कि कांग्रेस पार्टी ने सालों से चुनाव जीतने के लिए नक्सलवाद और आतंकवाद का पोषण किया है, लेकिन अब चिंता करने की बात नहीं है. यहां कमल फूल की सरकार बन गई है. केन्द्र में मोदी जी के कमल फूल की सरकार बनने वाली है. नक्सलवाद को अब जाना ही होगा."