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भारत मार्ट : 'मेड इन चाइना' को इस तरह टक्कर देगा 'मेड इन इंडिया'

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 15, 2024, 4:12 PM IST

Bharatmart in UAE : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएई की अपनी यात्रा के दौरान भारत मार्ट का फाउंडेशन रखा. अगले एक साल में इस मार्ट का काम पूरा हो जाएगा. इसकी मदद से भारत अफ्रीका, प. एशिया और यूरेशिया के देशों में मेड इन इंडिया प्रोडक्ट का निर्यात करेगा. भारत मार्ट यूएई के जेबेल अली पोर्ट के पास स्थित है. दुबई में चीन का पहले से दो मार्ट है. हालांकि, चीन की तुलना में भारत मार्ट का रणनीतिक लोकेशन बेहतर है. पढ़िए वरिष्ठ पत्रकार अरुणिम भुइयां की एक रिपोर्ट.

Bharat Mart
भारत मार्ट

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यूएई में भारत मार्ट का फाउंडेशन रखा. इसे डीपी वर्ल्ड कंपनी द्वारा बनाया जाएगा. भारत मार्ट को दुबई के जेबेल अली फ्री ट्रेड जोन में बनाया जा रहा है. पीएमओ द्वारा जारी बयान में कहा गया, 'भारत और यूएई के नेताओं ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत मार्ट जेबेल अली पोर्ट की रणनीतिक स्थिति और लॉजिस्टिक्स सुविधाओं का लाभ उठाकर दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार को और आगे बढ़ाएंगे. प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि भारत मार्ट खाड़ी, पश्चिम एशिया, अफ्रीका और यूरेशिया में अंतरराष्ट्रीय खरीदारों तक पहुंचने का एक प्रभावी मंच प्रदान करेगा और इसके माध्यम से भारत को सूक्ष्म, लघु और मध्यम क्षेत्रों के निर्यात को बढ़ावा देने में सुविधा होगी.'

मेगा मार्ट का उद्घाटन 2025 में होगा. यहां पर भारतीय निर्यातक अपने उत्पादों को एक छत के नीचे प्रदर्शित करेंगे. यह 10 हजार वर्ग मी. में फैला है. यहां पर वेयरहाउस, रिटेल और हॉस्पिटलिटी यूनिट उपलब्ध होंगे. इसका मुख्य मकसद ट्रेड के लिए यूएई को रणनीतिक हब के तौर पर इस्तेमाल करना है. इस प्रोजेक्ट का काफी महत्व है. 2022 में स्थापित व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) के तहत 2030 तक भारत और यूएई मिलकर अपने गैर पेट्रोलियम व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. यानी 100 बि. डॉलर का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है.

सीईपीए को उम्मीद है कि वह अगले पांच सालों में सेवा क्षेत्र में ट्रेड वैल्यू को 15 बि. डॉलर से अधिक तक ले जा सकता है. इस समझौते में क्रमशः भारत (11,908 टैरिफ लाइनें) और संयुक्त अरब अमीरात (7581 टैरिफ लाइनें) द्वारा निपटाई जाने वाली लगभग सभी टैरिफ लाइनें शामिल हैं.

जेबेल अली फ्री ट्रेड जोन दुबई का सबसे बड़ा फ्री इकोनोमिक जोन है. इसे 1985 में स्थापित किया गया था. इसने पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास में बड़ी भूमिका निभाई है. यहां पर आने वाली कंपनियों को कई तरह के कर छूट और प्रोत्साहन दिए जाते हैं. आयात निर्यात शुल्क में राहत प्रदान किए जाते हैं.

दुबई का यह जोन अंतरराष्ट्रीय व्यवसायों, विनिर्माण क्षेत्रों, अलग-अलग उद्योगों, सेवाओं, और लॉजिस्टिक्स के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यह जेबेल अली पोर्ट के पास है. लिहाजा सामानों को लाने और ले जाने में असुविधा नहीं होती है. यह दुबई और संयुक्त अरब अमीरात में विदेशी निवेश और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने का एक प्रमुख क्षेत्र बन गया है.

डीपी वर्ल्ड जीसीसी के मुख्य परिचालन अधिकारी, पार्क्स एंड जोन, अब्दुल्ला अल हाशमी ने पिछले दिसंबर में कहा था, 'भारत मार्ट दुनिया में भारत में निर्मित उत्पादों (मेड इन इंडिया) के निर्यात का समर्थन करने के लिए एक मेगा-डिस्ट्रीब्यूशन हब बनने की ओर अग्रसर है. वैसी भारतीय कंपनियों जो अफ्रीका, यूरोप और अमेरिका में अपने परिचालन का विस्तार करना चाहती हैं, उनके लिए यह बेहतरीन हब है.'

उन्होंने कहा, 'भारत और इन देशों के बीच समय और कॉस्ट दोनों की बचत होगी. भारत मार्ट में रिटेल शो रूम, वेयर हाउस, ऑफिस और सहायक सुविधाएं उन्हें विशेष मदद करेंगी. अलग-अलग कैटेगरी की वस्तुओं के लिए अलग-अलग सुविधाएं हैं, जैसे जल्द खराब होने वाला सामान से लेकर मशीनरी आइटम तक.'

एक बार इसकी शुरुआत हो गई, तो यह चीन के ड्रैगन मार्ट को टक्कर देगा. चीन के बाहर उसका सबसे बड़ा मार्ट दुबई में ही स्थित है. यूएई के इस एरिया से चीन का बहुत बड़ा बिजनेस कार्यान्वित होता है. दुबई में चीन के दो बड़े मार्ट हैं. दोनों एक दूसरे के नजदीक स्थित हैं. चीना का मार्ट-1 कई सेगमेंट में बंटा हुआ है- जैसे फर्नीचर, टेक्सटाइल, हाउसहोल्ड आइटम, बिजली के सामान, खेल का सामान और गार्मेंट वगैरह. उनके दूसरे मार्ट में बिल्डिंग मैटेरियल, होम अप्लांयस, हार्डवेयर, मशीनरी वगैरह हैं.

चीन का मार्ट वन 2.40 लाख वर्ग मीटर में फैला हुआ है. यहां पर एक साथ दो हजार कार पार्क किए जा सकते हैं. मार्ट -2 1.75 लाख वर्ग मीटर में फैला है. यहां पर 4500 पार्किंग स्पेस है. हालाँकि 2004 में पहला ड्रैगन मार्ट खुलने के साथ चीन दो दशक की प्रगति पर है, लेकिन भारत मार्ट के लिए जेएएफजेडए में इसका रणनीतिक स्थान फायदेमंद होगा. ड्रैगन मार्ट 1 और 2 दुबई इंटरनेशनल सिटी में स्थित हैं, जो ओमान के राजमार्ग पर दुबई का एक उपनगर है.

चीन और भारत के मार्ट की तुलना करें, तो भारत मार्ट जिस लोकेशन पर स्थित है, उसकी रणनीतिक पहुंच चीन से बेहतर होगी. चीन के दोनों मार्ट दुबई के सबअर्बन एरिया में है. यह ओमान जाने वाले हाईवे पर स्थित है. भारत मार्ट संयुक्त अरब अमीरात के बाजार में भारतीय निर्यातकों के लिए परिदृश्य में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली एक दूरदर्शी पहल का प्रतिनिधित्व करता है. व्यापक सुविधाओं, अत्याधुनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म और रणनीतिक स्थिति के साथ, यह व्यापार और वाणिज्य के लिए एक गतिशील केंद्र के रूप में उभरने के लिए तैयार है.

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