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अयोध्या में विपक्षी नेताओं की उपस्थिति उन्हें मोदी के समर्थक की भूमिका में डाल देती: थरूर

By PTI

Published : Jan 27, 2024, 9:49 PM IST

Congress MP Shashi Tharoor : कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि अयोध्या में विपक्षी नेताओं की उपस्थिति उन्हें मोदी के समर्थक की भूमिका में डाल देती, इसलिए वहां नहीं गए. उन्होंने कहा कि आम चुनाव के बाद वहां जाएंगे. साथ ही उन्होंने दावा किया की सीएम ममता बनर्जी अभी इंडिया गठबंधन में हैं. Chief Minister Mamata Banerjee

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कोलकाता : कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शनिवार को इस बात पर जोर दिया कि अयोध्या में राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दौरान विपक्षी नेताओं की मौजूदगी उन नेताओं को उस भूमिका में ला देती जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहायक की भूमिका में नजर आते. थरूर ने संबंधित समारोह को भी मोदी का बताया है. उन्होंने 22 जनवरी के कार्यक्रम में शामिल न होने के कांग्रेस नेतृत्व के फैसले का समर्थन करते हुए आम चुनाव खत्म होने के बाद वहां जाने की इच्छा व्यक्त की और कहा कि तब तक मंदिर की ओर से राजनीतिक ध्यान हट जाएगा.

तिरुवनंतपुरम के सांसद ने कहा, 'कांग्रेस की स्थिति बहुत स्पष्ट है. कांग्रेस पार्टी के सदस्य अपने धर्म और आस्था के पालन के लिए स्वतंत्र हैं और पार्टी सभी के धर्म का सम्मान करती है. इसलिए मैं मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए जाता हूं, न कि राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए.' उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'यह विशेष कार्यक्रम (प्राण प्रतिष्ठा समारोह) अनिवार्य रूप से आमंत्रित विपक्षी नेताओं को प्रधानमंत्री अभिनीत तमाशे के लिए एक तरह की सहायक भूमिका में धकेलने वाला था. मैंने नहीं सोचता कि कांग्रेस को ऐसी सहायक भूमिका निभाने की जरूरत है.'

पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को सम्मानपूर्वक अस्वीकार कर दिया था. थरूर ने इस बात पर भी जोर दिया कि लोगों को यह समझना चाहिए कि भगवान राम या किसी भी हिंदू देवी-देवता पर भाजपा का एकाधिकार नहीं है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि बड़ी संख्या में कांग्रेस के लोग राजनीति से इतर (अयोध्या) मंदिर जाएंगे. ैं स्वयं (अयोध्या) जाकर मंदिर देखना पसंद करूंगा, लेकिन मैं ऐसा केवल (आम) चुनाव के बाद ही करूंगा, जब सारा राजनीतिक ध्यान खत्म हो जाएगा। हम भाजपा की राजनीतिक कवायद का हिस्सा नहीं बनना चाहते.'

थरूर ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और कांग्रेस के बीच चल रहे सीट-बंटवारे के विवाद पर किसी सवाल का जवाब देने को लेकर अनिच्छा जताई और कहा कि इस मामले पर पार्टी नेतृत्व विचार कर रहा है. उन्होंने कहा, 'इस पूरे गठबंधन या सीट-बंटवारे पर राज्य-दर-राज्य आधार पर चर्चा की जा रही है. किसी के पास भी एकतरफा समाधान नहीं है.' थरूर ने इस सवाल को भी टाल दिया कि क्या कांग्रेस, टीएमसी के समर्थन से पश्चिम बंगाल में जीवित रहना चाहती है.

उन्होंने कहा, 'हम सभी का ध्यान भाजपा-नीत केंद्र सरकार को सत्ता से बेदखल करने की अनिवार्य आवश्यकता पर है. नई दिल्ली में मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को बदलना होगा और यही हम सभी का अंतिम उद्देश्य है.ट बिहार के मुख्यमंत्री एवं जद(यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के साथ हाथ मिलाने की संभावना पर थरूर ने कहा, 'मैं मीडिया में इस पर नजर रख रहा हूं. यह मेरी जिम्मेदारी के क्षेत्र में नहीं है. जब ऐसा कोई घटनाक्रम होगा, तो आप इस बारे में पार्टी की ओर से अवश्य सुनेंगे.'

शशि थरूर का दावा- ममता बनर्जी अभी भी इंडिया गठबंधन में हैं

शशि थरूर ने कहा कि भले ही ममता ने खुद को कांग्रेस से दूर कर लिया है, लेकिन कांग्रेस आलाकमान अभी भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ रिश्ते मजबूत करने पर जोर दे रहा है. उन्होंने दावा किय कि 'हमें लगता है कि ममता जी अभी भी इंडिया गठबंधन में हैं. तृणमूल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले कहा था कि तृणमूल पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के साथ सहमत नहीं है और तृणमूल ने गतिरोध के लिए राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को भी जिम्मेदार ठहराया है. थरूर ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस आम तौर पर बीजेपी को हराना चाहती है. थरूर ने कहा, 'हम (इंडिया गठबंधन) मूल रूप से भाजपा को हराना चाहते हैं. यही मुख्य उद्देश्य है.' कांग्रेस सीट बंटवारे को लेकर एक-एक राज्य पर विचार कर रही है, के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं केरल से हूं. जहां कोई सीट बंटवारा नहीं होगा. सीपीआई (एम) और कांग्रेस के बीच संभवतः कोई बातचीत नहीं होगी. हालांकि, कर्नाटक में, हमें विश्वास है कि हम सीपीआई के साथ सीट-बंटवारे का गठबंधन बनाएंगे.

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