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बिहार में बन रहे देश का सबसे बड़े पुल का हिस्सा ध्वस्त, तीन पिलर का गर्डर गिरा, 1 की मौत - bakour bridge collapsed

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 22, 2024, 8:49 AM IST

Updated : Mar 22, 2024, 12:15 PM IST

Bakour Bridge Collapse: बिहार के सुपौल में बन रहा देश का सबसे बड़ा पुल का हिस्सा ध्वस्त हो गया है. पुल का तीन पिलर का गर्डर गिर गया है, जिसकी चपेट में आकर कई लेबर घायल हो गए जबकि एक की मौत हो गई. पढ़ें पूरी खबर

बकौर पुल धवस्त
बकौर पुल धवस्त

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सुपौल: बिहार के सुपौल में बन रहा देश का सबसे बड़ाबकौर पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. बताया जा रहा है कि पुल का तीन पिलर का गर्डर गिरा है. घटना सुबह के करीब साढ़े सात बजे की बताई जा रही है. इस घटना में कई मजदूरों के दबने की खबर है, जिसमें से 1 की मौत हो गई है, वहीं अन्य का रेस्क्यू किया जा रहा है. बकौर पुल के निर्माण की लागत 1200 करोड़ रुपए की बताई जा रही है.

कई मजदूर दबे: कोसी नदी पर भारत माला परियोजना के तहत इस प्रोजेक्ट पर काम चल रहा था. तभी अचानक पिलर संख्या 153 और 154 के बीच का 3 सेगमेंट क्रेन से छूटकर गिर पड़ा. इस घटना में पुल पर काम कर रहे बंगाल के कई मजदूर दब गए. वहीं सूचना मिलने के बाद एसपी और डीएम मौके पर पहुंचे और मलबा हटाने की तैयारी में जुटे हैं.

पुल का गर्डर गिरा

"7:30 बजे सूचना मिली कि पुल का गर्डर ध्वस्त हो गया है. जिसके बाद हमलोग रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 11 लोगों को निकाले, जिसमें एक की मौत हो गई. घायलों में सभी का इलाज अलग-अलग अस्पताल में चल रहा है. कुछ लोगों का माइनर इंजरी है. क्रेन मंगवाया जा रहा है, जिससे मलबा हटाया जाएगा. संभावना है कि कुछ और लोग मलबे में दबे होंगे."- कौशल कुमार, डीएम

हादसे के बाद पुल निर्माण के अधिकारी फरार: हादसे के बाद पुल पर काम कर रहे पुल के अधिकारी-कर्मचारी फरार हो गए हैं. बाकी जो इस हादसे की चपेट में आए उन्हें स्थानीय लोगों ने बाइक के जरिए अस्पताल पहुंचाया. एक स्थानीय के मुताबिक अब तक वो लोग 15 से 20 लोगों को बाइक के माध्यम से अस्पताल पहुंचा चुके हैं.

घटनास्थल पर लोगों की भीड़

स्थानीय लोगों का दावा:स्थानीय लोगों ने 35-40 लोगों के मरने का दावा किया है. उनका कहना है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. अभी तक मौके पर पुलिस प्रशासन और रेस्क्यू टीम नहीं पहुंची है. पुल गिरने की घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है. पुल पर काम कर रहे स्टाफ के भाग जाने से भी लोग गुस्से में हैं.

"पुल की गुणवत्ता गड़बड़ है, हमलोग शुरू से ही इसकी शिकायत कर रहे थे. लेकिन हमपर ही रंगदारी मांगने का आरोप लगाया जाता था. अगर कोई भी आवाज उठाता था तो पुलिस को भेज देते थे, जिसके बाद सबने बोलना छोड़ दिया. लगभग 35-40 लोगों की मौत हुई है, लेकिन कंपनी के एक भी लोग यहां नहीं पहुंचे है. हमलोग बाइक से 15-20 लोगों को अस्पताल पहुंचाए हैं."-सुरेंद्र प्रसाद यादव, स्थानीय

पुल का लगभग काम पूरा: इस पुल में कुल 171 पिलर बन रहे हैं. जिसमें डेढ़ सौ से ज्यादा पिलर का निर्माण हो चुका है. एप्रोच पथ का काम होना बाकी है. मधुबनी और सुपौल के बीच बकौर पुल का निर्माण किया जा रहा है. यह देश का सर्वाधिक लंबा पुल है. असम के भूपेन हजारिका ब्रिज से भी एक किलोमीटर लंबा है.

देश का सबसे लंबा बकौर पुल

10.2 किमी है पुल की लंबाई: केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय इस पुल को बना रहा है. पुल की लंबाई लगभग 10.2 किलोमीटर है. इस महापुल के बनने से पुल सुपौल और मधुबनी के बीच की दूरी सिमटकर 30 किलोमीटर की रह जाएगी. इस पुल के न होने पर बरसात में संपर्क कट जाता था. यही नहीं 100 किलोमीटर की दूरी भी बढ़ जाती थी. बिहार में पुल गिरने का ये सिलसिला कोई नया नहीं हैं. इससे पहले भी पुल गिरने के हादसे हो चुके हैं.पुल के धवस्त होने से इसके निर्माण कार्य पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.

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Last Updated :Mar 22, 2024, 12:15 PM IST

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