कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन के 42 दिन पूरे हो चुके हैं, इस लॉकडाउन में मानों सबकी जिंदगी ठहर सी गई हो. वहीं ऐसे में सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना मलिन बस्तियों में रहने वाले परिवारों को करना पड़ रहा है. इन लोगों की रोजी-रोटी दिहाड़ी मजदूरी से ही चलती थी. लेकिन वैश्विक कोरोना महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन में इनकी जिदंगी थम सी गई है.