बेरीनाग: गंगोलीहाट के जाखनी उप्रेती गांव में गुलदार के हमले में घायल बच्चे की मौत हो गई है. बुधवार की रात करीब 9 बजे परिजनों के साथ खड़े चार साल के यश को घर की छत से गुलदार उठा ले गया था. परिजनों के हल्ला मचाने पर उसे करीब 25 मीटर दूर छोड़ गया. परिजन रात को उसे सीएससी गंगोलीहाट लाए. प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर पिथौरागढ़ रेफर कर दिया. वहां से भी हल्द्वानी भेज दिया गया. जहां उसने दम तोड़ दिया.
बताया जा रहा है कि सीएससी गंगोलीहाट के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉक्टर नसीमा बानो ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला मुख्यालय रेफर कर दिया था. एंबुलेंस उपलब्ध न होने के कारण परिजन प्राइवेट कार से उसे पिथौरागढ़ ले गए. जिला अस्पताल में उपचार के बाद स्थिति में सुधार न होने पर उसे हल्द्वानी के लिए रेफर किया गया. आज जब परिजन उसे हल्द्वानी ले जा रहे थे तो बाराकोट के आसपास उसकी मौत हो गई.
बच्चे की मौत की सूचना मिलते ही गंगोलीहाट क्षेत्र में आक्रोश फैल गया. भगवान सिंह के दो बच्चे हैं. बड़ी लड़की है. जबकि, यश छोटा बेटा था. बेटे के मौत के बाद घर कोहराम मच गया है. ग्रामीणों ने जल्द गुलदार को मारने की मांग की है. परिजनों ने वन विभाग में नौकरी देने और 20 लाख का मुआवजा देने की मांग रखी है. भगवान सिंह ड्राइविंग का काम करता है.
वहीं, बच्चे का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम सीएचसी गंगोलीहाट में कराया जा रहा है. इधर, वन विभाग ने गांव में पिजरा लगा दिया है. रेंजर मनोज सनवाल ने बताया कि वन विभाग की टीम गांव में मौजूद है और लगातार गश्त कर रही है. गांव में पिंजरा लगा दिया गया है. गुलदार को पकड़ने और मारने की कार्रवाई की जाएगी. पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के लिए वन विभाग की ओर से कार्रवाई शुरू कर दी गई है.