बेरीनाग: गंगोलीहाट तहसील मुख्यालय के नजदीक सिमलकोट गांव के रहने वाले महेन्द्र सिंह मेहता (36) 15 असम राइफल में तैनात थे. पिछले वर्ष 28 दिसम्बर को पेट्रोलिंग के दौरान वे घायल हो गये थे. पिछले तीन महीने से इम्फाल में उनका उपचार चल रहा था. 4 मार्च को उपचार के दौरान महेन्द्र सिंह मेहता का निधन हो गया. निधन की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.
महेन्द्र सिंह मेहता के साथ उनकी पत्नी ममता, बेटी पूजा (10), बेटा अर्पित (7) रहते थे. उनके घर में मां भागुली देवी और भाई-भाभी रहते हैं. शनिवार को जवान का पार्थिव शरीर लेकर 15 असम राइफल के जवान गंगोलीहाट पहुंचे. 6 गढ़वाल राइफल के सूबेदार अनिल भंडारी के नेतृत्व में सेना के जवानों के गार्ड आफ ऑनर दिया. सैन्य सम्मान के साथ जवान की अंत्येष्टि की गई. चिता को मुखाग्नि चाचा त्रिलोक सिंह भंडारी और उनके बड़े भाई शंकर सिंह मेहता ने दी.
पढ़ें- ससुरालियों के अत्याचार की इंतेहा, देवर ने किया दुष्कर्म, पति समेत चार पर FIR
जवान की मृत्य के बाद उनकी मां और पत्नी बेसुध पड़े हैं. जवान के निधन पर विभिन्न संगठनों ने शोक व्यक्त किया. जवान के निधन की खबर से बाद से ही इलाके में शोक की लहर है.