पौड़ी: जिला मुख्यालय और उसके आसपास के कस्बों में लंपी वायरस ने दस्तक दे दी है. इस बीमारी से करीब 1000 से अधिक पशुओं के चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है.पशुपालन विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस बीमारी से 8 पशुओं की मौत हो चुकी है. पशुपालन विभाग ने भी बीमारी से निपटने के लिए आवश्यक नियंत्रण को लेकर रणनीति बनानी शुरू कर दी है.
पशुपालन विभाग के अनुसार पौड़ी जिले में अभी तक आधा दर्जन ब्लाकों में यह बीमारी ने विकराल रूप धारण कर चुकी है. विभाग की माने तो इस बीमारी से 8 पशुओं की मौत हो चुकी है. इसका प्रकोप सबसे अधिक दुगड्डा ब्लॉक में देखने को मिल रहा है. इससे पशुपालकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ डीएस बिष्ट ने मुताबिक जिन पशुओं का बीमा है, उन पशुपालकों को ही राहत है. मुख्य पशुचिकित्साधिकारी ने बातया कि अभी तक करीब साढे़ 4000 हजार वैक्सीन लग चुकी हैं. जिले में करीब छह हजार पशुओं में यह बीमारी होने की आशंका जताई जा रही है. संक्रामक बीमारी होने के कारण यह एक पशु से दूसरे में फैल रही है. उन्होंने पशुपालकों को सलाह दी है कि इसमें परजीवी नाशक दवाओं को उपयोग करें.
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साथ ही संक्रमित पशुओं को चारागाहों से बाहर न छोड़ने की भी हिदायत दी गई है. दुधारू पशुओं में बीमारी की पुष्टि है तो उसके दूध को अच्छी तरह से उबाल कर ही उपयोग में लाए. उन्होंने कहा चार माह से अधिक आयु के पशुओं में टीकाकरण किया जा सकता है. वैक्सीन लगाने के लिए पशुचिकित्सक की सलाह ली जाए.