गौलापार क्षेत्र में हाथियों का आतंक, स्कूल परिसर की चारदीवारी तोड़ मचाया उत्पात

author img

By

Published : Sep 21, 2022, 1:31 PM IST

Updated : Sep 21, 2022, 2:32 PM IST

Elephant herd enters Bagjala Junior High School

गौलापार क्षेत्र में हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को हाथियों का झुंड बागजाला जूनियर हाईस्कूल में घुसा. इस दौरान हाथियों के झुंड ने स्कूल की चारदीवारी भी तोड़ी.

हल्द्वानी: तराई पूर्वी वन प्रभाग में इन दिनों हाथियों के आतंक (Elephant terror in Gaulapar region) से लोग परेशान हैं. शाम ढलते ही हाथी जंगलों से निकलकर ग्रामीण इलाकों में पहुंच रहे हैं. ऐसे में लोगों में दहशत बनी हुई है. दो दिन पहले रात में हाथियों के झुंड ने चिड़ियाघर बगजाल रोड पर सड़क पर खड़े राहगीरों का रास्ता रोक दिया था. मंगलवार देर रात हाथियों के झुंड ने बागजाला जूनियर हाईस्कूल की चारदीवारी तोड़ (Elephants broke the school boundary wall) दी. साथ ही हाथियों के झुंड ने स्कूल परिसर में जमकर उत्पात मचाया.

हाथियों के झुंड ने बागजाला जूनियर हाईस्कूल(Elephant herd enters Bagjala Junior High School) में बने शौचालय को भी तोड़ दिया. साथ ही कई अन्य जगहों को भी हाथी ने नुकसान पहुंचाया है. घटना के बाद से ग्रामीण डर के साए में हैं. चारदीवारी टूटने से विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था चरमरा गई है. विद्यालय परिसर में बच्चों को खतरा बना हुआ है. स्थानीय लोगों ने वन विभाग से मांग की है कि जल्द हाथियों के आतंक से निजात दिलाई जाए.

गौलापार क्षेत्र में हाथियों का आतंक

पढे़ं- राजू श्रीवास्तव का सरोवर नगरी से था गहरा नाता, दो साल पहले कॉर्बेट नेशनल पार्क में मनाया था जन्मदिन

अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय में बच्चे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. विद्यालय में वर्तमान में 95 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. गौरतलब है कि पूर्व में भी हाथियों के आतंक से कई लोगों की जान जा चुकी है. हाथी शाम ढलते ही ग्रामीण इलाकों में पहुंच रहे हैं. जिसे लोग दहशत के साए में हैं. वन संरक्षक पश्चिमी वृत दीपचंद सती का कहना है कि जिन जगहों पर हाथियों का मूवमेंट ज्यादा है उन जगहों पर गश्त बढ़ाई गई है. साथ ही हाथियों के मूवमेंट की निगरानी की जा रही है.

Last Updated :Sep 21, 2022, 2:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.