मसूरी: उप जिला चिकित्सालय में एएनएम (ऑग्जिलरी नर्स मिडवाइफरी) ना होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गर्भवती के साथ दुधमुंहे बच्चों के टीकाकरण में भी परेशानियों हो रही है.
बता दें कि मसूरी उप-जिला चिकित्सालय पर शहर के साथ आसपास क्षेत्रों के दर्जनो गांव के लोग निर्भर है. मसूरी उप जिला चिकित्सालय में 6 महीने पहले एएनएम रिटायर हो गई है, जिसके बाद स्वास्थ विभाग द्वारा अस्थायी रूप से हर बुधवार एएनएम की ड्यूटी लगाई गयी है, लेकिन पिछले 2 सप्ताह से एएनएम गायब है. जिस वजह से महिलाओं के साथ बच्चों के टीकारण में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
लोगों का कहना है कि मसूरी उप जिला चिकित्सालय में पैरामेडिकल स्टाफ के साथ एएनएम नहीं है. जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही है. मसूरी भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने बताया कि मसूरी उप जिला चिकित्सालय में एएनएम ना होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसको लेकर उनके द्वारा सीएमएस डॉ. यतेंद्र सिंह से मसूरी उप जिला चिकित्सालय में एएनएम की परमानेंट नियुक्ति किए जाने की मांग की गई है.
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वहीं, उन्होंने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को भी इस पूरे मामले से अवगत कराया है. उन्होंने कहा कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी की हमेशा से प्राथमिकता रही है कि मसूरी में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए, जिसके लिए वो लगातार काम कर रहे हैं. मसूरी उप जिला चिकित्सालय के कार्यवाहक सीएमएस डॉ. मीता श्रीवास्तव ने बताया कि 6 महीने पूर्व एएनएम रिटायर हो गई थी, जिसके बाद यहां पर अस्पताल में एएनएम की स्थाई नियुक्ति नहीं हुई है.
उन्होंने कहा कि एएनएम की स्थाई नियुक्ति को लेकर उनके द्वारा कई बार अधिकारियों को कहा गया है, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है. वहीं, अस्पताल में प्रसव सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर खोला जाना जरूरी है, उसको लेकर भी अधिकारियों से लगातार मांग की जा रही है.