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जागर सम्राट बनेंगे स्वास्थ विभाग के ब्रांड एंबेसडर, क्षय रोग नियंत्रण में निभाएंगे अहम भूमिका

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Published : Mar 23, 2021, 8:56 PM IST

Updated : Mar 23, 2021, 9:54 PM IST

जागर सम्राट बनेंगे स्वास्थ विभाग के ब्रांड एंबेसडर
जागर सम्राट बनेंगे स्वास्थ विभाग के ब्रांड एंबेसडर

देहरादून के सीएमओ डॉ. अनूप डिमरी ने टीबी उन्मूलन अभियान में सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण से ब्रांड एंबेसडर बनने की पेशकश की, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया.

देहरादून: देश में हर साल 24 मार्च को विश्व टीबी (क्षय रोग) दिवस के रूप में मनाया जाता है. राजधानी देहरादून में लोगों को क्षय रोग के प्रति जागरूक करने के लिए 19 मार्च से अलग-अलग कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में स्वास्थ विभाग की ओर से मीडिया सैनिटाइजेशन वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनूप डिमरी और प्रसिद्ध जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने भी भाग लिया. वहीं, विश्व क्षय रोग दिवस के दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस बीमारी के संबंध में जनता को जागरूक करने पर बल दिया.

उन्होंने कहा कि टीबी रोग के प्रति लोगों में जानकारी का अभाव है. टीबी से स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था पर पड़ने वाले विनाशकारी प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने और वैश्विक टीबी महामारी को समाप्त करने के लिए मनाया जाता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में टीबी फैलने का मुख्य कारण इस बीमारी के प्रति लोगों का सचेत न होना है. लोग इसे शुरूआती दौर में गंभीरता से नहीं लेते हैं. उन्होंने कहा कि टीबी किसी को भी हो सकता है, लेकिन नियमित दवा के सेवन से यह ठीक भी हो जाता है.

जागर सम्राट बनेंगे स्वास्थ विभाग के ब्रांड एंबेसडर

प्रदेश को टीबी से मुक्त करने के लिए विभाग की ओर से विभिन्न गतिविधियों को मीडिया के समक्ष साझा किया गया. इस दौरान देहरादून के सीएमओ डॉ. अनूप डिमरी ने टीबी उन्मूलन अभियान में सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण से ब्रांड एंबेसडर बनने की पेशकश की, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया.

इस दौरान टीबी उन्मूलन की जानकारी देते हुए सीएमओ डॉ. डिमरी ने कहा कि टीबी के साथ जो कमी रही है कि लोग इस बीमारी को छुपाते हैं. मरीज यह नहीं समझते कि इस बीमारी के छुपाने से उनका कितना अहित होगा. उन्होंने कहा कि बीमारी छुपाने से नहीं, बल्कि उसे सामने लाने से दूर होती है. इसमें जांच से लेकर इलाज तक की सभी सुविधाएं निशुल्क दी जा रही है. यदि मरीज को 2 हफ्ते से अधिक खांसी हो तो उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपना परीक्षण जरूर करवाना चाहिए.

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उन्होंने बताया कि सरकार ने मरीजों के लिए घर तक दवाइयां पहुंचाने का इंतजाम किया है. मरीज के घर तक दवाई पहुंचाने वाले व्यक्ति को विभाग की ओर से प्रशिक्षित किया जाता है. जब वह व्यक्ति मरीज को 6 माह तक दवाइयों का कोर्स पूरा कराता है तो सरकार उस व्यक्ति को एक हजार रुपए की धनराशि देती है.

जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने भी इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पूरा सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि अपने कार्यक्रमों में वह टीबी के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे. ताकि इस बीमारी का समूल नाश किया किया जा सके.

स्वास्थ्य विभाग ने क्षय रोग प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से यह भी बताया कि इस बीमारी से ग्रसित मरीज को 500 रुपए पोषण भत्ता भी दिया जाता रहा है, जो मरीज के खाते में ट्रांसफर किया जाता है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक अब तक देहरादून जनपद में 2 करोड़ 93 लाख 19 हजार रुपए लोगों के खातों में ट्रांसफर किए जा चुके हैं.

Last Updated :Mar 23, 2021, 9:54 PM IST
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