जोशीमठ का दौरा कर लौटी बीजेपी कमेटी, महामंत्री ने पार्टी को सौंपी रिपोर्ट
Published: Jan 9, 2023, 6:45 PM


जोशीमठ का दौरा कर लौटी बीजेपी कमेटी, महामंत्री ने पार्टी को सौंपी रिपोर्ट
Published: Jan 9, 2023, 6:45 PM
जोशीमठ में भू-धंसाव की स्थिति जानने के लिए बीजेपी की 14 सदस्यीय टीम मौके पर गई थी. इस दौरान टीम ने जोशीमठ में प्रभावितों से मुलाकात की और नुकसान का जायजा लिया. साथ ही एक रिपोर्ट तैयार कर शीर्ष नेतृत्व को सौंप दिया है.
देहरादूनः बीजेपी महामंत्री आदित्य कोठारी के नेतृत्व में जोशीमठ गई 14 सदस्यीय टीम ने अपनी रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को सौंप दी है. महामंत्री कोठारी ने बताया कि वे तीन दिन तक जोशीमठ के लोगों के बीच रहे और उनकी समस्याएं सुनीं. उन्होंने कहा कि संगठन ने जोशीमठ के लिए आपदा टीम का गठन किया है. जो सभी 9 वॉर्डों में जाकर वहां के लोगों को हर संभव मदद मुहैया कराएगी. वहीं, उन्होंने कहा कि इस आपदा टीम से कॉर्डिनेट करने के लिए 4 सदस्यीय टीम का भी गठन किया गया है.
उत्तराखंड बीजेपी के महामंत्री आदित्य कोठारी ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार इस पूरे प्रकरण को लेकर निरंतर काम कर रही है. जोशीमठ के लोग काफी परेशान हैं, उनको हर संभव मदद के साथ ढांढस बंधाने की भी आवश्यकता है. वहीं, उन्होंने कई बड़े सवाल भी खड़े किए हैं. उन्होंने कहा है कि जोशीमठ में क्षमता से ज्यादा बहुमंजिला इमारतें बनाई गई हैं. जिस पर रोक लगाई जानी चाहिए थी. साथ ही कहा कि वहां पर ड्रेनेज और सीवर सिस्टम प्रॉपर तरीके से नहीं है. जिसके चलते इन तमाम समस्याओं का सामना अब लोगों को करना पड़ रहा है.
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बता दें कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी के नेतृत्व में 14 सदस्यीय समिति का गठन किया गया था. जिसने जोशीमठ भू-धंसाव प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया. समिति ने भू-धंसाव से प्रभावित 5 वार्ड में हुए नुकसान का अवलोकन कर सभी पक्षों से बात की. साथ ही राहत शिविरों में जाकर व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया. इस दौरान समिति ने जोशीमठ पहुंचे सीएम धामी को भी विस्तार से जानकारी दी.
बीजेपी महामंत्री आदित्य कोठारी (BJP General Secretary Aditya Kothari) ने बताया कि समिति के सदस्यों ने सबसे पहले उन पांच वॉर्डों का निरीक्षण किया. जहां आवासीय और व्यावसायिक भवनों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. उन्होंने बताया कि समिति ने पाया कि सैकड़ों भवनों को भू-धंसाव से नुकसान पहुंचा है. इसके बाद टीम के सदस्यों ने प्रभावित भवन स्वामियों और व्यवसायियों की समस्या सुनी. इसके अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं विशेषज्ञों से वार्ता की.
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