ETV Bharat / international

रूस के साथ वैगनर की बगावत, पुतिन ने कहा- देशद्रोह की सजा मिलेगी

author img

By

Published : Jun 24, 2023, 2:22 PM IST

Updated : Jun 24, 2023, 3:36 PM IST

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को एक आपातकालीन टेलीविजन संबोधन में कहा कि वैगनर समूह के भाड़े के बल द्वारा किया गया 'सशस्त्र विद्रोह' देशद्रोह है और जिसने भी रूसी सेना के खिलाफ हथियार उठाए हैं, उन्हें दंडित किया जाएगा. इस बारे में सब कुछ जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...

Etv Bharat
Etv Bharat

मास्को : रूस के लिए भाड़े के सैनिकों के तौर पर काम करने वाले वैगनर मर्सिनरी प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन और रूसी सरकार के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नवीनतम जानकारी यह है कि वैगनर सेना अब मॉस्को से लगभग 500 किमी दूर वोरोनिश शहर में सैन्य सुविधाओं पर नियंत्रण स्थापित कर चुकी है. आरआईए समाचार एजेंसी ने कहा कि शनिवार को पुतिन ने राष्ट्र को संबोधित किया. वैगनर के मॉस्को के करीब पहुंचने पर पुतिन ने कहा कि सेना के खिलाफ हथियार उठाने वाला हर कोई गद्दार है.

Wagner majors rebellion with Russia
मास्को की सड़कों पर उतरी सेना

हमारा जवाब कठोर होगा : पुतिन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आज सुबह टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान में जनता को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि सेना के खिलाफ हथियार उठाने वाला हर कोई गद्दार है. उन्होंने मौजूदा 'विद्रोह' में भाग लेने वाले सभी लोगों को दंडित करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि 'हमारा जवाब कठोर होगा'. पुतिन ने जनता के सामने वैगनर लड़ाकों पर नकेल कसने का संकल्प लिया. पुतिन ने शनिवार को कहा कि हमारा जवाब कठोर होगा. हालांकि पुतिन ने माना कि स्तोव-ऑन-डॉन में स्थिति कठिन है.

मॉस्को में सरकारी इमारतों, परिवहन सुविधाओं की सुरक्षा बढ़ाई गई
रूसी समाचार एजेंसी TASS समाचार एजेंसी ने सुरक्षा सेवा के एक सूत्र के हवाले से बताया कि मॉस्को में सरकारी इमारतों, परिवहन सुविधाओं और अन्य प्रमुख स्थानों पर शुक्रवार रात सुरक्षा बढ़ा दी गई है. मीडिया रिपोर्ट में समाचार एजेंसी रॉयटर्स के हवाले से कहा जा रहा है कि पहले येवगेनी प्रिगोझिन रूसी सेना पर आरोप लगाया था. बीबीसी के मुताबिक, मास्को में इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. मॉस्को की सड़कों पर सैन्य ट्रक भी देखे गए है.

उन्होंने बिना कोई सबूत दिये कहा था कि रूसी सेना ने उनके लड़ाकों के ऊपर बमबारी की. जिसमें बड़ी संख्या में उनके लड़ाके मारे गये. तब प्रिगोझिन ने रूसी सैनिकों को दंडित करन की कसम भी खाई थी. उस समय रूसी रक्षामंत्रालय ने प्रिगोझिन के आरोपों का खंडन किया था. उन्होंने कहा था कि उनके आरोप सच्चे नहीं हैं और उकसावे और झूठी सूचनाओं पर आधारित हैं.

Wagner majors rebellion with Russia
वैगनर मर्सिनरी प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन

क्यों गुस्से में है वैगनर लड़ाकों का प्रमुख
प्रिगोझिन पिछले कई महीनों से खुले तौर पर रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव पर अक्षमता के आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों ने यूक्रेन में लड़ाई के दौरान वैगनर लड़ाकों को गोला-बारूद और समर्थन देने से इनकार कर दिया है. पिछले कुछ महीनों में रूसी रक्षा मंत्री और वैगनर मर्सिनरी येवगेनी प्रिगोझिन के बीच का विवाद रूस के सबसे बड़े घरेलू संकट में बदलता नजर आ रहा है. रूस के यूक्रेन पर 'विशेष सैन्य अभियान' के मद्देनजर यह और भी दिलचस्प रूप ले रहा है.

वैगनर मर्सिनरी प्रमुख ने किये कई खुलासे
घटनाक्रम में यह बदलाव येवगेनी प्रिगोझिन के एक बयान के कुछ घंटे बाद आया है. जिसमें उन्होंने कहा कि उनके वैगनर लड़ाके यूक्रेन से रूस की सीमा पार कर गए थे और 'पुरी तरह से' मॉस्को की सेना के खिलाफ जाने के लिए तैयार थे. हालांकि, इससे पहले वैगनर मर्सिनरी प्रमुख ने रूसी सरकार या सेना के खिलाफ किसी भी तरह के सशस्त्र विद्रोह करने से इनकार किया था. शुक्रवार को, प्रिगोझिन ने मंत्रालय के साथ अपने बढ़ते तीखे विवाद में एक नई रेखा पार करते हुए कहा था कि 16 महीने पहले यूक्रेन पर हमला करने के लिए पुतिन का घोषित तर्क सेना के शीर्ष अधिकारियों द्वारा गढ़े गए झूठ पर आधारित था. प्रिगोझिन ने एक वीडियो क्लिप में कहा कि युद्ध की आवश्यकता पैदा की गई क्योंकि शोइगु मार्शल बनना चाहते थे. ताकि, उसे दूसरा 'हीरो' (रूस का) पदक मिल सके. युद्ध के लिए पुतिन के तर्क का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यूक्रेन के विसैन्यीकरण के लिए युद्ध की आवश्यकता नहीं थी.

रूसी सुरक्षा एजेंसी एफएसबी की वैगनर लड़ाको से अपील: प्रिगोझिन के आपराधिक और देशद्रोही आदेशों को न माने
इस बीच रूस की एफएसबी सुरक्षा ने सशस्त्र विद्रोह के लिए प्रिगोझिन के खिलाफ एक केस दर्ज किया है. एजेंसी की ओर से कहा गया है कि प्रिगोझिन ने रूसी क्षेत्र पर एक सशस्त्र नागरिक संघर्ष की शुरुआत का आह्वान किया था. उनका आचरण रूसी की सेना की 'पीठ में छुरा घोंपने' जैसा है. एजेंसी ने अपने बयान में कहा कि हम वैगनर मर्सिनरी के सेनाओं से आग्रह करते हैं कि वह ऐसी गलतियां ना करें जिसे बाद में ठीक नहीं किया जा सके.

बयान में कहा गया है कि किसी भी तरह से रूस की सरकार या जनता के खिलाफ कार्रवाई में शामिल होना उनके हित में नहीं होगा. प्रिगोझिन के आपराधिक और देशद्रोही आदेशों को न माने. हमें उन्हें गिरफ्तार करने में मदद करें. राज्य समाचार एजेंसी टीएएसएस ने क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव के हवाले से कहा कि रूस की सभी मुख्य सुरक्षा सेवाएं पुतिन को 'चौबीस घंटे' रिपोर्ट कर रही हैं. मेयर सर्गेई सोबयानिन ने अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा कि मॉस्को में सुरक्षा कड़ी की जा रही है.

प्रिगोझिन का पहला संदेश रात के दो बजे आया
स्थानीय समय के अनुसार शुक्रवार रात लगभग दो बजे प्रिगोझिन ने टेलीग्राम ऐप पर एक संदेश पोस्ट किया जिसमें कहा गया कि उनकी सेना रोस्तोव में रूसी सेना के खिलाफ विद्रोह के लिए पूरी तरह से तैयार है. वैगनर लड़ाके उनके रास्ते में आने वाले किसी भी व्यक्ति को खत्म करने के लिए तैयार है. शनिवार तड़के लगभग 5 बजे (0200 GMT), क्षेत्रीय राजधानी रोस्तोव-ऑन-डॉन और मॉस्को के बीच एम-4 मोटरवे पर वोरोनिश क्षेत्र के प्रशासन ने टेलीग्राम पर कहा कि एक सैन्य काफिला राजमार्ग पर है. संदेश में निवासियों से इसका उपयोग करने से बचने का आग्रह किया गया था.

Wagner majors rebellion with Russia
वैगनर लड़ाकों का मुख्यालय.

'वैगनर के रास्ते जो आएगा, खत्म हो जाएगा'
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रिगोझिन ने कहा है कि वैगनर मर्सिनरी के 25000 लड़ाके मॉस्को की ओर बढ़ रहे हैं. उनके कई उन्मादी ऑडियो संदेश मीडिया में प्रसारित हो रहे हैं, जिसमें वह कह रहे हैं, "जिन्होंने हमारे जवानों को नष्ट किया, जिन्होंने हजारों रूसी सैनिकों के जीवन को नष्ट कर दिया, उन्हें दंडित किया जाएगा. मैं अनुरोध करता हूं कि कोई भी प्रतिरोध न करे..." उन्होंने वैगनर के रास्ते में आने वाली किसी भी जांच चौकी या वायु सेना को नष्ट करने की धमकी भी दी है. ऑडियो संदेश में कहा जा रहा है कि हम 25,000 लोग हैं. हम यह पता लगाने जा रहे हैं कि देश में अराजकता क्यों हो रही है.

  • BREAKING: Footage reportedly showing clashes between Wagner Group forces and Russian military near Rostovpic.twitter.com/EUPyB78Wqc

    — The Spectator Index (@spectatorindex) June 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मॉस्को की ओर बढ़ रहा सैन्य वाहनों का एक काफिला
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए असत्यापित फुटेज में विभिन्न सैन्य वाहनों का एक काफिला दिखाया गया है. जिसमें फ्लैटबेड ट्रकों पर कम से कम एक टैंक और एक बख्तरबंद वाहन शामिल है. यह स्पष्ट नहीं था कि वे कहां थे, या काफिले में ढके हुए ट्रकों में लड़ाकू विमान थे या नहीं. कुछ वाहनों पर रूसी झंडे लहरा रहे थे. रोस्तोव-ऑन-डॉन स्थित चैनलों पर फुटेज में सैन्य वर्दी में हथियारबंद लोगों को शहर में क्षेत्रीय पुलिस मुख्यालय के पास से पैदल निकलते हुए देखा जा सकता था.

सैन्य तख्तापलट से प्रिगोझिन का इनकार
साथ ही दक्षिणी सैन्य जिले के मुख्यालय के बाहर तैनात टैंक भी देखे जा सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रॉयटर्स ने दिखाए गए स्थानों की पुष्टि की है. लेकिन यह निर्धारित नहीं किया जा सका कि फुटेज कब शूट किये गये हैं. प्रिगोझिन ने इस बात से इनकार किया कि वह सैन्य तख्तापलट करने की कोशिश कर रहे है. उन्होंने कहा कि वह अपने लड़ाकों को यूक्रेन से बाहर रोस्तोव ले आये हैं. वैगनर समर्थक टेलीग्राम चैनल द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में उन्हें रूस के विशाल दक्षिणी सैन्य जिले के मुख्यालय में आराम से दो जनरलों के साथ बातचीत करते हुए देखा गया है.

रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु को मिलने का निमंत्रण
वीडियो में वह जनरलों से कह रहे हैं कि हम यहां पहुंचे हैं. हम रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव का स्वागत करना चाहते हैं. जब तक वे नहीं आते, हम यहीं रहेंगे. अगर उन्हें आने में ज्यादा देर हुई तो हम रोस्तोव शहर की नाकाबंदी करेंगे फिर मॉस्को के लिए प्रस्थान करेंगे. मीडिया रिपोर्ट में समाचार एजेंसी रॉयटर्स के हवाले से कहा जा रहा है कि प्रिगोझिन ने मांग की कि रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव, रोस्तोव में उनसे मिलने आएं. रोस्तोव यूक्रेनी सीमा पर स्थित एक शहर है.

सेना के लेफ्टिनेंट-जनरल ने की अपील
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रिगोझिन के साथ एक सैन्य काफिला भी चल रहा है. जो मास्को से महज 1,200 किलोमीटर (750 मील) की दूर रह गया है. रूसी स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि एक सैन्य काफिला वास्तव में यूरोपीय रूस के दक्षिणी हिस्से को मॉस्को से जोड़ने वाले मुख्य मोटरवे पर है. नागरिक सूचना के तहत निवासियों को इस रास्ते को अपनाने से बचने की चेतावनी दी गई है. सेना के लेफ्टिनेंट-जनरल व्लादिमीर अलेक्सेयेव, (जो बाद में रोस्तोव-ऑन-डॉन के वीडियो में प्रिगोझिन के साथ दिखाई दिए) ने एक वीडियो अपील जारी कर प्रिगोझिन से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है.

शीर्ष नेतृत्व को नियुक्त करने का अधिकार केवल राष्ट्रपति को
सेना के लेफ्टिनेंट-जनरल व्लादिमीर अलेक्सेयेव ने अपने संदेश में कहा है कि सशस्त्र बलों के शीर्ष नेतृत्व को नियुक्त करने का अधिकार केवल राष्ट्रपति को है. आप उनके अधिकार का अतिक्रमण करने की कोशिश कर रहे हैं. यूक्रेन में रूसी सेना के डिप्टी कमांडर आर्मी जनरल सर्गेई सुरोविकिन ने एक वीडियो में कहा कि दुश्मन सिर्फ हमारी आंतरिक राजनीतिक स्थिति खराब होने का इंतजार कर रहा है. उन्होंने कहा कि इससे पहले कि बहुत देर हो जाए. आपको रूसी लोगों के राष्ट्रपति की इच्छा और आदेश का पालन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि आप अपने कदम पीछे ले लें और उनके स्थायी ठिकानों पर लौटा जाएं.

इस वीडियो के सामने आने से गहराया विवाद
वैगनर के करीबी टेलीग्राम चैनल पर एक असत्यापित वीडियो में वैगनर बलों के खिलाफ हवाई हमले का कथित दृश्य दिख रहा है. इसमें एक जंगल में छोटी-छोटी जगहों पर आग लगी हुई है. पेड़ उखड़े पड़े हैं और कई शव बिखरे हुए हैं. हालांकि, किसी हमले का कोई प्रत्यक्ष प्रमाण वीडियो में नजर नहीं आ रहा है. इस वीडियो के बारे में लिखा गया है कि वैगनर लड़ाकों के शिविरों पर एक मिसाइल से हमला किया गया था. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमला पीछे से किया गया था, यानी यह रूसी सेना द्वारा किया गया था.

प्रिगोझिन पर सशस्त्र विद्रोह का आरोप
रूस की एजेंसियों ने शुक्रवार को प्रिगोझिन पर सशस्त्र विद्रोह का आरोप लगाया था. उनपर आरोप है कि उन्होंने बिना कोई सबूत दिये रूसी सेना पर गंभीर आरोप लगाए और उसके खिलाफ साजिश रची है. बता दें कि पिछले महीने ही वैगनर मिलिशिया ने यूक्रेनी शहर बखमुट पर कब्जा करने में रूसी सेना की मदद की थी.

मॉस्को के घटना क्रम पर दुनिया की नजर
इधर, व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने कहा कि वाशिंगटन में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को स्थिति के बारे में जानकारी दी गई है. पोलिश राष्ट्रपति का कहना है कि पोलैंड रूस में स्थिति की निगरानी कर रहा है. उन्होंने शनिवार को कहा कि पोलैंड के राष्ट्रपति ने रूस की स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्रालय के साथ परामर्श किया. उन्होंने कहा कि वारसॉ स्थिति पर नजर रख रहा है.

आंद्रेज डूडा ने ट्विटर पर लिखा कि रूस की स्थिति के संबंध में, आज सुबह हमने प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्रालय के साथ-साथ सहयोगियों के साथ परामर्श किया. उन्होंने कहा कि हमारी पूर्वी सीमा से परे घटनाओं की निगरानी निरंतर आधार पर की जा रही है. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि रूसी राज्य हाल के समय की अपनी सबसे बड़ी सुरक्षा चुनौती का सामना कर रहा है. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि आने वाले घंटे, रूस के सुरक्षा बलों और विशेष रूप से रूसी नेशनल गार्ड की वफादारी इस संकट से निपटने में महत्वपूर्ण होगी. यह हाल के दिनों में रूसी राज्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण चुनौती है.

Last Updated :Jun 24, 2023, 3:36 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.