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गर्व का दिन: नरेंद्र सिंह नेगी और दीवान बजेली संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित

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Published : Apr 9, 2022, 1:22 PM IST

Updated : Apr 9, 2022, 7:48 PM IST

Sangeet Natak Akademi Award
संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार

उत्तराखंड के लिए आज का शनिवार दोहरी खुशी लाया है. आज पहाड़ की दो-दो प्रतिभाओं का राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान हुआ है. प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी और लेखक दीवान सिंह बजेली को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. दिल्ली के विज्ञान भवन में उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने ये सम्मान दिया.

दिल्ली/देहरादून: अपने गीतों में पहाड़ का हर रंग घोलने वाले लोकप्रिय गायक नरेंद्र सिंह नेगी आज संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किए गए. नेगी के साथ लेखक दीवान सिंह बजेली का भी सम्मान हुआ. उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दोनों को दिल्ली के विज्ञान भवन में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया.

44 हस्तियों का हुआ सम्मान: शनिवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में देशभर की 44 हस्तियों के साथ उत्तराखंड से लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को भी प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया. नरेंद्र सिंह नेगी को उत्तराखंड में लोक संगीत के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए वर्ष 2018 के पुरस्कार के लिए चुना गया था.

Sangeet Natak Akademi Award
नरेंद्र सिंह नेगी का सम्मान.

12 अप्रैल को प्रस्तुति भी देंगे: नरेंद्र सिंह नेगी 12 अप्रैल को दिल्ली के मंडी हाउस में लोकगीतों की प्रस्तुति भी देंगे. इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी मौजूद रहेंगे.

Sangeet Natak Akademi Award
दीवान बजेली को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार.

पौड़ी में हुआ नरेंद्र सिंह नेगी का जन्म: 12 अगस्त 1949 को पौड़ी में जन्मे नरेंद्र सिंह नेगी ने जीवन शैली, संस्कृति, राजनीति को लेकर अनगिनत गीत गाए हैं. नए गायकों के आने के बावजूद उत्तराखंड के लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी के गीतों की चमक बरकरार है.

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दीवान सिंह बजेली का परिचय: अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर तहसील के कलेत गांव में जन्मे दीवान सिंह बजेली का लेखन में 30 वर्षों का अनुभव है. फोन पर जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि वर्तमान में वह अपने परिवार के साथ दिल्ली में रह रहे हैं. थियेटर और फिल्म से जुड़े विषयों पर उनकी कलम हमेशा सामाजिक जागरूकता और नागरिकों को सामर्थ्यवान बनाने में अपना योगदान देती रही है.

Sangeet Natak Akademi Award
उत्तराखंड के लिए गर्व का दिन.

देश के प्रमुख समाचार पत्रों टाइम्स ऑफ इंडिया, हिंदुस्तान टाइम्स, इकोनॉमिक टाइम्स, फाइनेंशियल एक्सप्रेस और स्टेट्समैन आदि में उनके क्रिटिक्स प्रकाशित होते रहे हैं. स्थानीय स्तर पर कुमाऊं लोक कथाओं और कहानियों को दुनिया भर में पहचान दिलाने में भी योगदान दिया है. चिल्ड्रेंस वर्ल्ड में उनके प्रकाशन में इसकी बानगी मिलती है. थियेटर और सिनेमा जगत में भी उनकी क्षमता को हर स्तर पर सराहना मिली है. लेखक बजेली साहित्य कला परिषद दिल्ली के द्वारा गठित कई समितियों से भी जुडे़ हैं. इसके अलावा मोहन उप्रेती द्वारा स्थापित पर्वतीय कला केंद्र के अध्यक्ष पद पर भी सेवाएं दे रहे हैं.

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दीवान सिंह बजेली की रचनाएं: मोहन उप्रेती द मैन एंड हिज आर्ट, द थियेटर ऑफ़ भानु भारती-ए न्यू पर्सपैक्टिव, यात्रिक-जर्नी इन थियेट्रिकल आर्ट्स और उत्तराखंड कल्चर इन दिल्लीः मिरियाड ह्यूज ऑफ़ हिमालयन आर्ट्स प्रमुख हैं.
मुख्यमंत्री ने दी बधाई: वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी एवं दीवान सिंह बजेली को संगीत नाट्य अकादमी पुरस्कार मिलने पर बधाई दी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पारंपरिक लोकगीत के क्षेत्र में नरेन्द्र सिंह नेगी तथा अदाकारी के क्षेत्र में दीवान सिंह बजेली को दिए गए सम्मान से प्रदेश का भी मान बढ़ा है.

Last Updated :Apr 9, 2022, 7:48 PM IST
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