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उत्तराखंड में नेशनल गेम्स से ठीक पहले 5 मेधावी खिलाड़ियों का रिजाइन, छोड़ने की वजह भी बताई

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Published : Jun 13, 2023, 8:50 PM IST

उत्तराखंड में साल 2024 में 38वें नेशनल गेम्स का आयोजन होना है, लेकिन उससे पहले ही 5 मेधावी खिलाड़ियों ने रिजाइन दे दिया है. ये सभी खिलाड़ी देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के एक्सीलेंसी सेंटर में ट्रेनिंग ले रहे थे. रिजाइन देने वालों में गोल्ड मेडलिस्ट मानसी नेगी समेत अन्य खिलाड़ी शामिल हैं.

Players Resignation from Excellence Center
मेधावी खिलाड़ियों का रिजाइन

देहरादून (उत्तराखंड): उत्तराखंड में आगामी 2024 में 34वां नेशनल गेम्स प्रस्तावित है, लेकिन उससे पहले ही उत्तराखंड को खिलाड़ियों ने बड़ा झटका दिया है. नेशनल गेम्स से ठीक पहले देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के एक्सीलेंसी सेंटर से 5 खिलाड़ियों ने रिजाइन दे दिया है.

उत्तराखंड में होने वाले नेशनल गेम्स को लेकर खेल विभाग अपनी तैयारियां दुरुस्त बता रहा है. अवस्थापना विकास को लेकर खेल विभाग ने तमाम इन्फ्राट्रक्चर खड़ा किया है तो वहीं अब विभाग का पूरा फोकस ऑपरेशनल तैयारियों पर है, लेकिन नेशनल गेम्स से ठीक पहले देहरादून में खेल विभाग के सबसे बड़े एक्सीलेंसी सेंटर महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज से 5 मेधावी खिलाड़ी रिजाइन देकर चले गए हैं. इन खिलाड़ियों में नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट मानसी नेगी, सूरज पंवार, अंशुल, राधा और राजन शामिल हैं.
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महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के प्राचार्य ने बताई ये वजहः महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के प्राचार्य राजेश ममगाईं से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इन पांचों खिलाड़ियों के जाने की अपनी-अपनी अलग वजह है. राजेश ममगाईं के मुताबिक, रायपुर एक्सीलेंसी सेंटर से राधा और राजन की खराब परफॉर्मेंस को देखते हुए उन्हें हटाने की तैयारी की जा रही थी, लेकिन उन्होंने पहले ही अपना रिजाइन दे दिया.

इसके अलावा अंशुल स्पोर्ट्स कोटे से आर्मी में भर्ती हो गए हैं. वो अब आर्मी से खेलेंगे. इसके अलावा दो खिलाड़ी मानसी नेगी और सूरज नेशनल कैंप में प्रैक्टिस कर रहे हैं. इन दोनों ने अपने निजी कारणों की वजह से रायपुर एक्सीलेंसी सेंटर से रिजाइन दिया है.
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खिलाड़ियों ने बताई रिजाइन की ये वजहः वहीं, दूसरी तरफ जब हमने खिलाड़ियों से उनके रिजाइन के बारे में जानकारी लेनी चाही तो खिलाड़ियों का कहना है कि महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज एक्सीलेंसी विंग में उस तरह का माहौल नहीं रहा है कि वहां पर कुछ सीखा जाए. खिलाड़ियों का कहना है कि उनके कोच को वहां से हटा दिया गया है. अब स्पोर्ट्स कॉलेज के कोच ही वहां पर ट्रेनिंग दे रहे हैं.

स्पोर्ट्स कॉलेज के कोच के पास पहले से ही स्पोर्ट्स कॉलेज के 60 बच्चे हैं और बाहर से आने वाले खिलाड़ी भी उन्हीं के अंडर कोचिंग लेते हैं. इस तरह से रायपुर एक्सीलेंसी में अब उन्हें इतनी सुविधाएं उपयोगिता नजर नहीं आ रही है कि वो वहां पर अपने ट्रेनिंग को जारी रख पाएं, इसलिए उन्होंने वहां से रिजाइन दे दिया है.

नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट मानसी नेगी ने दिया रिजाइनः रिजाइन देने वाली राधा और राजन देहरादून एक्सीलेंसी सेंटर से पौड़ी एक्सीलेंसी सेंटर चले गए हैं तो वहीं मानसी नेगी और सूरज का भी कहना है कि उन्हें देहरादून में अब उस तरह की सुविधा नहीं मिल पा रही है. इसलिए उन्होंने रिजाइन दे दिया है.

एक्सीलेंसी विंग से कोच अनूप बिष्ट का पौड़ी ट्रांसफरः जानकारी के मुताबिक, महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के एक्सीलेंसी विंग से कोच अनूप बिष्ट का पौड़ी ट्रांसफर किया गया है. उसके बाद लगातार 5 बच्चों ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स एक्सीलेंसी सेंटर से रिजाइन दे दिया है. विभाग की मानें तो पौड़ी में एक बेहतर कोच की जरूरत है. ऐसे में अनूप बिष्ट की उत्कृष्ट सेवाओं और उनके बेहतरीन परफॉर्मेंस को देखते हुए उन्हें पौड़ी एक्सीलेंसी सेंटर को विकसित करने के लिए भेजा गया है.
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वहीं, देहरादून के महाराणा प्रताप एक्सीलेंसी विंग में कोच का अतिरिक्त प्रभार महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के कोच को दे दिया गया है. इस तरह से एक कोच के ऊपर तकरीबन 80 से 90 बच्चों की जिम्मेदारियां आ गई है. जबकि, एक कोच से बेहतर परफॉर्मेंस लेने के लिए उसके पास ज्यादा से ज्यादा 10 से 15 खिलाड़ी ही ट्रेनिंग के लिए दिए जाने चाहिए.

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