ETV Bharat / bharat

असम: दुनिया की सबसे ऊंची 2-लेन रोड वाली 'सेला सुरंग' का काम होने वाला है पूरा

author img

By

Published : Sep 28, 2022, 5:18 PM IST

Updated : Sep 28, 2022, 5:25 PM IST

असम के पश्चिम कामेंग जिले (West Kameng District) में सबसे ऊंचाई पर बनाई जा रही 'सेला सुरंग' का काम पूरा ही होने वाला है. यह सुरंग दुनिया की पहली टू-लेन रोड टनल होने वाली है, जिसे समुद्र तल से करीब 13,000 फीट की ऊंचाई पर बनाया जा रहा है.

सेला सुरंग
सेला सुरंग

तेजपुर (असम): पश्चिम कामेंग जिले (West Kameng District) में सबसे ऊंचाई पर बनाई जा रही 'सेला सुरंग' (Sela Tunnel) का काम पूरा होने के करीब है. जानकारी के अनुसार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) सितंबर के अंत में इस साइट का दौरा करने वाले हैं. यह टनल दुनिया की पहली टू-लेन रोड टनल है, जिसे समुद्र तल से 13,000 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है. कुल 11.204 किमी की लंबाई और 9.220 किमी की पैदल दूरी के साथ सुरंग, पश्चिमी अरुणाचल प्रदेश में दिरांग को तवांग से जोड़ेगी. सेला दर्रे की पूरी बर्फ से ढकी पर्वत श्रृंखला को पार करते हुए, 9.220 किमी तक भारत-चीन सीमा तक पहुंचेगी.

सेला सुरंग
सेला सुरंग

दो सुरंगों में एक ट्यूब की 8.8 किमी लंबाई के अलावा, दो ट्यूब को एक 1,555 मीटर डबल-साइड ट्यूब और एक 90 मीटर आउट-ऑफ-ट्यूब कनेक्टिंग सेल टनल से जोड़ा गया है. सुरंग में अत्याधुनिक लाइट सीसीटीवी कैमरे और निकास द्वार होंगे. निकास द्वार की निगरानी सीमा सड़क संगठन के प्रभारी अधिकारी द्वारा की जाएगी और किसी भी समय होने वाली किसी भी अवांछित घटना पर पैनी नजर रहेगी. डीजीबीआर ने जनवरी में सेना दिवस पर अपनी यात्रा के दौरान एस्केप ट्यूब का पहला विस्फोट शुरू किया था, सुरंग पहले ही पूरी खुदाई से गुजर चुकी है.

सेला सुरंग
सेला सुरंग

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 फरवरी, 2019 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग को बालीपारा-चारद्वार-तवांग सड़क के माध्यम से हर मौसम में संपर्क प्रदान करने के लिए सेला सुरंग की आधारशिला रखी थी. सुरंग का निर्माण 1 अप्रैल, 2019 को शुरू हुआ और पहला विस्फोट 31 अक्टूबर को हुआ था. सेला सुरंग की खुदाई वर्तमान में चल रही है, क्योंकि इसमें 1,555 मीटर सुरंग से बचने वाली ट्यूब का अंतिम विस्फोट भी पूरा कर दिया गया है, जो शेड्यूल से काफी पहले पूरा हो गया था.

पढ़ें: Rajasthan Crisis: सोनिया ने गहलोत को नहीं दिया मिलने का समय !

कोविड-19 (COVID-19) की सीमाओं और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के बावजूद पिछले 6-10 महीनों में काम की गति में काफी वृद्धि हुई है. हालांकि, इस साल जनवरी से पश्चिमी अरुणाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी और उसके बाद हुई, भारी बारिश के कारण कनेक्टिंग रोड का काम पूरा नहीं हुआ है. कनेक्टिंग रोड अक्टूबर के बजाय अप्रैल 2023 में बनकर तैयार हो जाएगी. एक बार पूरा हो जाने पर सेला टनल दुनिया की सबसे लंबी टू-लेन रोड टनल होगी, जो 13,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर होगी और जिसे नवीनतम न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM) का उपयोग करके बनाया गया है.

सेला सुरंग
सेला सुरंग

सेला सुरंग तवांग के लोगों के लिए वरदान साबित होगी, क्योंकि यह यात्रा के समय को कम करेगी और सेला दर्रे के पार तेजी से आवाजाही सुनिश्चित करेगी. यह न केवल अरुणाचल प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, बल्कि पूरे उत्तर पूर्व में प्राकृतिक आपदाओं और प्रतिकूल मौसम की स्थिति में, यह कर्मचारियों के स्थानांतरण के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी. यह विशेष रूप से विभिन्न सुरक्षा बलों और सीमा पर तैनात भारतीय सेना के लिए मील का पत्थर साबित होगी.

Last Updated : Sep 28, 2022, 5:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.