ETV Bharat / state

काशी के फूलों की खुशबू से महकेगा विदेश, बनारस से 598 मीट्रिक टन का हुआ निर्यात

author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 20, 2023, 12:17 PM IST

Updated : Dec 20, 2023, 12:28 PM IST

1
1

वाराणसी के गुलाब (Roses of Varanasi) के फूलों को खाड़ी देशों को भेजा गया है. इसके अलावा अन्य फलों और सब्जियों के सैंपल को भी भेजा गया है. यह सभी उत्पाद बाबतपुर एयरपोर्ट से गल्फ कंट्री के लिए निर्यात किया गया है.


वाराणसीः काशी के गुलाब के फूलों को पहली बार खाड़ी देशों में भेजा गया है. अब यहां के फूलों की खुशबू विदेश में भी अपनी खूबसूरती बिखेरेंगे. इसके अलावा यहां मटर की खेप और अन्य सब्जियों के साथ गन्ने का सैंपल भी भेजा जा रहा है. इसके अलावा मंगलवार को 3.5 मीट्रिक टन कृषि उत्पाद लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से खाड़ी देश को निर्यात किया गया है. कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण के चेयरमैन अभिषेक देव ने इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.


किसानों को उद्यमी बना रही सरकार
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बिचौलियों को हटाकर किसानों को उद्यमी बना रही है. पूर्वांचल के उद्यमी किसान अब निर्यातक बन रहे हैं. पूर्वांचल के खेतों से निकला फ्रेश गुलाब खाड़ी देश के लिए निर्यात किया गया है. कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने वाराणसी में एफपीओ के साथ एक बैठक भी की. एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव ने गुलाब के फूलों की खेप को हरी झंडी दिखाकर खाड़ी देश (यूएई) के लिए रवाना किया. पूर्वांचल क्षेत्र की अग्रणी निर्यातक कंपनी एवं किसानों के समूह मेसर्स नॉर्थ एग्रो फॉर्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने निर्यात किया.

कृषि निर्यात में तीसरे स्थान पर यूपी
चेयरमैन अभिषेक देव ने बताया कि मेसर्स सेवराई फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड और मेसर्स जमानिया फेड फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने फूलों को निर्यात करने लायक तैयार किया है. एपीडा के चैयरमैन ने बताया कि उत्तर प्रदेश में वित्त वर्ष 2022-23 में 18991.43 करोड़ रुपये के साथ पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक राज्य था. एपीडा के अथक प्रयासों से मात्र 8 माह (23 अप्रैल से 23 सितंबर) में 10,620 करोड़ रुपये का कृषि निर्यात कर तीसरा पायदान हासिल करने में सफल रहा है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में गुजरात 27,434.61 करोड़ रुपये के कृषि निर्यात के साथ पहले एवं महाराष्ट्र 19,899.12 करोड़ रुपये के कृषि निर्यात के साथ दूसरे स्थान पर है.


598 मीट्रिक टन का हुआ निर्यात
अभिषेक देव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के 'वोकल फॉर लोकल' और 'आत्मनिर्भर भारत' के आह्वान को ध्यान में रखते हुए एपीडा स्थानीय स्तर पर प्राप्त कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो 2019 में लगभग शून्य निर्यात से बढ़कर वर्ष 2023-24 के केवल 8 महीनों में 598 मीट्रिक टन हो गया है. वाराणसी में एलबीएसआई हवाई अड्डे से नवंबर 2023 में मासिक 100 मीट्रिक टन से अधिक अभूतपूर्व कृषि निर्यात हुआ है. बता दें कि केंद्र और प्रदेश सरकार ने इसके लिए अलग से व्यवस्था तैयार की है, जिसकी मदद से उत्पादों को स्टोर किया जा सकता है.

स्वदेशी कृषि उत्पादों का निर्यात
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश से अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्वदेशी और जीआई टैग वाले कृषि उत्पादों को निर्यात करने के लिए निर्बाध प्रयास किए गया है. विभिन्न प्रकार के कृषि उत्पाद जैसे ताजे फल और सब्जियां (हरी मिर्च, आम, भिंडी, आलू, सिंघाड़ा, करौंदा, केला, जिमीकंद, कुंदरू, लौकी, परवल, अरवी, अदरक आदि), गेंदे का फूल, चावल आदि को सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात किया गया है, जो वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए पूर्वांचल की क्षमता को प्रदर्शित करता है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार काशी के एयरपोर्ट से सब्जियां भेजी गई थीं.

यह भी पढ़ें- न कांपा हाथ न पसीजा कलेजा: इकलौते बेटे ने पैसे के लिए पिता को गोली से उड़ाया, बहन को भी धमकाया

यह भी पढ़ें- क्रिकेट खेलने पर पीटते थे पिता, CSK ने मेरठ के समीर को 8.40 करोड़ में खरीदा, अब IPL में दिखाएंगे बल्लेबाजी का दमखम

Last Updated :Dec 20, 2023, 12:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.