वाराणसी: मकर संक्रांति के अवसर पर आसमानों में पतंगों की भरमार देखी जा सकती है, लेकिन ये शौक लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. शहर में बिक रहे चाइनीज मांझे का लोग शिकार हो रहे हैं. पतंगों को उड़ाने में इस्तेमाल होने वाले चाइनीज मांझे के बहिष्कार को लेकर वाराणसी की छात्राओं ने संकल्प लिया है. सोमवार को सुबह-ए-बनारस संस्था और मैदागिन क्षेत्र स्थित वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कॉलेज की छात्राओं ने 'चाइना भगाओ, जान बचाओ' का नारा दिया. संस्था की ओर से इस मकर संक्रांति पर पतंगो को उड़ाने में चाइनीज मांझे के इस्तेमाल नहीं करने की अपील की गई.
जानलेवा है चाइनीज मांझा
चाइनीज मांझे की चपेट में अब तक कई लोग आ चुके हैं. ये मांझा इतना खतरनाक है कि इसकी चपेट में आने से कई लोगों ने अपनी जान गवाई है. कुछ माह पहले इसी चाइनीज मांझे की चपेट में आने से एक मासूम की जान चली गई थी. क्या बच्चे, क्या बड़े सभी इस कातिलाना मांझे के शिकार होते हैं.
चाइनीज मांझे के कारण होने वाली घटनाओं को देखते हुए न्यायालय द्वारा भी चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक लगाई गई है. मगर अभी भी कुछ लोग चोरी छुपे इस कातिल मांझे की बिक्री कर रहे हैं. यही कारण है कि आये दिन लोग इसकी चपेट में आ जाते हैं और उनकी जान खतरे में पड़ जाती है.
सुबह-ए-बनारस ने जिला प्रशासन से की अपील
चाइनीज मांझे की बिक्री को लेकर सुबह-ए-बनारस संस्था के विजय कपूर ने जिला प्रशासन से अपील की कि जिला प्रशासन से कुछ भी छुपा हुआ नहीं है. इस खतनाक मांझे के दुष्परिणाम लगातार सामने आते जा रहे हैं. इसकी बिक्री को लेकर जिला प्रशासन को सख्ती से पेश आना होगा. अन्यथा न जाने कितने लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं.