अब 3D मैप से देख सकेंगे बनारस की भव्यता, वाराणसी में कहां बना है यह 3D स्ट्रक्चर, कैसे देख सकेंगे

अब 3D मैप से देख सकेंगे बनारस की भव्यता, वाराणसी में कहां बना है यह 3D स्ट्रक्चर, कैसे देख सकेंगे
Varanasi News : वाराणसी में देखने के लिए काफी चीजें हैं लेकिन, पर्यटकों के पास कई बार इतना समय नहीं होता कि वे सभी जगह पर जा सके. इसके बावजूद एक व्यवस्था बनाई गई है जिसके जरिए पर्यटक सभी जगहों को एक जगह से ही देख सकते हैं और उसकी भव्यता को निहार सकते हैं. आईए जानते है कैसे ये संभव है.
वाराणसी: आप बनारस आ रहे हैं और पूरे बनारस को देखने का मन है लेकिन समय काम है तो अब आप एक जगह पर बनारस की परिकल्पना के साथ उसकी भव्यता और पौराणिकता को निहार सकेंगे. वाराणसी के अर्धचन्द्राकार घाट हों या आइकोनिक बिल्डिंग यह सब एक जगह एक स्वरूप में देखना संभव हो पाएगा. वाराणसी स्मार्ट सिटी की ओर से दशाश्वमेध घाट के पास बने दशाश्वमेध भवन में थ्री डी स्कल्पचर मैप बनवाया गया है.
इसे एक नजर में देख कर वाराणसी के महत्वपूर्ण स्थानों के बारे में जानकारी मिल सकेगी. योगी सरकार ने दशाश्वमेध घाट पर वर्षों से पड़े ख़ाली स्थान पर दशाश्वमेध भवन (टूरिस्ट प्लाजा) को मार्केट के रूप में विकसित किया है. काशी आने वाले पर्यटक दशाश्वमेध घाट का रुख जरूर करते हैं. अब इन सैलानियों को काशी के पर्यटन स्थल शहर के प्रमुख और जरूरत के महत्वपूर्ण स्थानों की जानकारी के लिए भटकना नही पड़ेगा.
घाट के पहले ही योगी सरकार ने दशाश्वमेध भवन में थ्री-डी स्कल्पचर मैप बनवाया है. जिस पर काशी के अर्धचंद्राकार घाट, नव्य भव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम, ऐतिहासिक बेनिया बाग़ व टाउनहाल, मानमंदिर वेधशाला, नेपाली मंदिर, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेण्टर, नमो घाट का नमस्ते स्कल्पचर, लाइब्रेरी, ट्रॉमा सेण्टर, मारवाड़ी अस्पताल समेत वाराणसी की कई आइकॉनिक इमारतें उकेरी गई हैं.
28 करोड़ से व्यावसायिक केंद्र बनाः स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन ने बताया कि दशाश्वमेध भवन में करीब 7.5 मीटर लम्बाई व 3.0 मीटर चौड़ाई का थ्री डी मैप स्कल्पचर लगाया गया है. जिसकी ऊंचाई लगभग 0.75 मीटर है. थ्री-डी स्कल्पचर मैप ब्रॉन्ज से बना है. उन्होंने बताया कि ये भवन काशी में आने वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण होगा. यहां थ्री डी मैप स्कल्पचर के माध्यम से एक नजर में वाराणसी के महत्वपूर्ण और जरूरत की जगहों के बारे में पर्यटकों को जानकारी मिल जाएगी. 28 करोड़ की लागत से तीन मंजिल दशाश्वमेध भवन व्यावसायिक केंद्र के रूप में विकसित किया गया है.
