वाराणसी: जिले के सारनाथ के चौखंडी स्तूप के समीप मलिन बस्ती के चार बच्चों को गुरुवार की शाम एक टेंपो चालक बहला-फुसलाकर रिंग रोड के पास ले गया. लेकिन तभी बच्चे धीरे से टेंपो से उतर कर भाग निकले. घर पहुंचे बच्चों से पुलिस ने पूछताछ की है.
जब बच्चों से अधिकारियों ने पूछा तो बच्चों ने बताया कि घर के समीप रहने वाला टेंपो ड्राइवर अपनी टेंपो में बैठा कर रिंग रोड की ओर ले गया था. किसी गाड़ी वाले से बच्चे खरीदने की बात कर रहा था. जिसके बाद हम लोग मौका देखकर वहां से भाग निकले.
ये हैं महत्वपूर्ण बिंदु
- मलिन बस्ती के 4 बच्चों को एक टेंपो चालक बहला-फुसलाकर रिंग रोड के पास ले गया.
- टेंपो चालक किसी गाड़ी वाले से बच्चे खरीदने की बात कर रहा था.
- समझदारी दिखाते हुए सभी बच्चे अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से भाग निकले.
मलिन बस्ती के नाबालिग बच्चें अपनी झोपड़ी के सामने खेल रहे थे. तभी एक युवक ऑटो लेकर आया और कहा कि सब को घुमा दे. चारों नाबालिक बच्चे ऑटो में बैठ गए. ऑटो चालक बच्चों को सिंहपुर रिंग रोड की तरफ ले गया. काफी देर तक घुमाता रहा अंधेरा होने पर एक कार चालक से बच्चों को बेचने की बातचीत कर रहा था. इसी बीच नौ वर्षीय बच्ची की अनहोनी की आशंका हुई. समझदारी दिखाते हुए वह सभी बच्चों को लेकर अंधेरे का फायदा लेते हुए रिंग रोड से भाग कर घर पहुंची.
सारनाथ थानाध्यक्ष का कहना है कि ऑटो चालक भी स्थानीय निवासी है, जो दिव्यांग भी है और हमेशा शराब पीकर रहता है. जहां तक बच्चों के खरीदने और बेचने की बात है उस पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता है, क्योंकि बच्चों ने बताया है कि किसी कार चालक से वह बच्चा खरीदने की बात कर रहा था. फिर भी बच्चों के परिवार वालों को यह पूरी घटना की जानकारी दे दी गई है, लेकिन बच्चों के परिवार वालों ने किसी भी प्रकार की कोई तहरीर नहीं दी है. पुलिस फिर भी थाने में ऑटो चालक से पुलिस पूछताछ करेगी.