सुलतानपुर: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (Assembly election 2022) में सरकार किसकी होगी, इसका फैसला राज्य की जनता ही करेगी, लेकिन प्रदेश का सुलतानपुर जिला ऐसा है, जिससे उत्तर प्रदेश की सत्ता का द्वार खुलता है. पिछले 50 सालों का इतिहास रहा है कि यहां पर सत्तारूढ़ दल का विधायक ही विराजमान रहा है. सुलतानपुर सीट-188 (sultanpur assembly constituency) से मौजूदा समय में इस सीट से भाजपा के विधायक सुर्यभान सिंह (Suryabhan Singh) हैं. वह यहां से अपनी दूसरी पारी खेल रहे हैं. इससे पहले सुलतानपुर जिले में जयसिंहपुर की अवाम ने 1989 में जनता दल के उम्मीदवार सूर्यभान सिंह (Suryabhan Singh) को सत्ता की चाबी सौंपी थी. जनता पार्टी से टूटकर अलग हुई जनता दल ने 1989 में उत्तर प्रदेश की सत्ता पर पहली बार कब्जा जमाया था.
'सुलतानपुर जिला', यूपी विधानसभा चुनाव (UP assembly election) के समय सभी पार्टियों के जहन में रहता है. यही वजह है कि 2017 में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसी सीट से अपने चुनावी रैलियों का आगाज किया था. बीजेपी ने भी अपने बड़े-बड़े दिग्गजों का नंबर यहां लगाया था. बडे़ चेहरों में बीजेपी की रीढ़ कहे जाने वाले व वर्तमान गृह मंत्री अमित शाह जनसभा के लिए सुलतानपुर के सियासी मैदान में उतरे थे. यही वजह थी कि जिले के सुलतानपुर विधानसभा सीट-188 (sultanpur assembly constituency seat-188) से 2017 में सुर्यभान सिंह (Suryabhan Singh) ने भारी बहुमत के साथ जीत हासिल की और दो बार से पांव जमाए हुई सपा पार्टी को यहां से चलता किया. 2017 की मोदी लहर में भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई थी, लेकिन आगामी चुनाव 2022 में भाजपा के लिए मुश्किलें काफी ज्यादा होंगी. इसके पहले 2007 और 2012 में सपा ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी और बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. इसलिए यह कहना बेहद मुश्किल है कि 2022 में इस सीट पर किसका प्यादा बैठेगा. समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बसपा सत्ता में वापस आने के लिए सारे पैतरों का इस्तेमाल करेगी.
पिछले चार विधानसभा चुनावों में दो बार सपा और दो ही बार बीजेपी ने यहां अपना सिक्का जमाया है. फिलहाल 2017 में भारी बहुमत के साथ आई बीजेपी का इस सीट पर कब्जा है. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से उम्मीदवार रहे सूर्यभान सिंह (Suryabhan Singh) ने सपा, बसपा के उम्मीदवारों को पराजित करते हुए 86500 वोट पाकर जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी के लिए सीट पर दावेदारी आसान नहीं रहने वाली है. यह देखना दिलचस्प होगा कि विधानसभा चुनाव 2022 (vidhansabha election 2022) सीट पर कौन कब्जा जमाता है? आइए कुछ आंकड़ों से समझते हैं इस सीट का पूरा समीकरण
सपा भाजपा के बीच सुलतानपुर विधानसभा में होगा संग्राम
समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच विधानसभा चुनाव में सुल्तानपुर विधानसभा सीट से संग्राम होने की प्रबल संभावना जताई जा रही है. दोनों तरफ के उम्मीदवार टिकट लेने को लेकर सक्रिय हो गए हैं. सुलतानपुर विधानसभा सीट के लिए कुल मतदाता की संख्या 3,73,256 है. यहां 1,93,241 पुरुष और 1,79,998 महिला वोटर हैं. भारतीय जनता पार्टी से संत बक्स सिंह चुन्नू, पूजा कसौधन, प्रवीण अग्रवाल, विजय रघुवंशी प्रबल दावेदार के रूप में सामने आ रहे हैं. वहीं समाजवादी पार्टी से पूर्व विधायक अनूप संडा और पूर्व सांसद ताहिर खान की चर्चा चल रही है.
वर्ष 2017 के आंकड़ों के अनुसार मतदाता और जातीय समीकरण
यहां तकरीबन 15 % ब्राह्मण वोटर हैं, जिनकी संख्या (48547) है. इनके अलावा 8 % क्षत्रीय वोटर हैं, जिनकी संख्या (25892) है. वहीं यादव 10 % हैं, जिसकी संख्या (32365), मुस्लिम 7 % (22655), दलित 19 % (61493), कुर्मी 13 % (42074), कायस्थ 2 % (6473), निषाद 5 % (16182), प्रजापति 3 % (9709), मौर्य 5 % (16182), वैश्य 4 % (12946), पाल 4 % (12946), अन्य 5 % (16182) हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक जो पार्टी ब्राह्मणों, दलितों, यादवों और कुर्मियों को लुभाने में कामयाब होगी और जातिवाद का कार्ड खेलेगी वह सत्ता में आएगी.
एक नजर पिछले नतीजों पर
2017 के नतीजे
17वीं विधानसभा के चुनाव में मोदी लहर में अच्छे-अच्छे दिग्गज धाराशाही हो गए थे. सुलतानपुर जिले की पांच विधानसभा सीट में चार विधानसभा सीटों पर बीजेपी काबिज हुई थी. इसमें सुलतानपुर विधानसभा सीट पर सूर्यभान सिंह (Suryabhan Singh) ने सपा, बसपा के उम्मीदवारों को हराते हुए 86,500 वोटों के साथ जीत दर्ज की थी.
2012 के नतीजे
16 वीं विधानसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी के अनूप सांडा ने बीएसपी के मो. ताहिर खान को मात दी थी. पीइसीपी के चंद्र भद्र सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे, जबकि बीजेपी के ओम प्रकाश पांडेय चौथे स्थान पर रहे थे.
2007 के नतीजे
15 वीं विधानसभा के चुनावों में समाजवादी पार्टी के अनूप सांडा ने बीजेपी के ओम प्रकाश पांडेय को हराया था. कांग्रेस के मुईद अहमद तीसरे स्थान पर रहे थे, जबकि चौथे स्थान पर बीएसपी के डॉ. अखंड प्रताप सिंह रहे थे.
2002 के नतीजे
14 वीं विधानसभा के चुनावों में बीजेपी के ओम प्रकाश पांडेय ने कांग्रेस के मोइद अहमद को हराया था. समाजवादी पार्टी के मालिक जाहिन तीसरे स्थान पर रहे थे, जबकि बीएसपी के डॉ. ओम प्रकाश चौथे स्थान पर रहे थे.
2017 में विधानसभा चुनाव परिणाम
क्रमांक | उम्मीदवार का नाम | पार्टी | वोट |
1 | सूर्यभान सिंह | बीजेपी | 86,786 |
2 | मुजीब अहमद | बसपा | 54,393 |
3 | अनूप सांडा | सपा | 53,238 |
4 | राम दुलार पाठक | सर्व संभाव | 1859 |
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