रामपुर: जिला फॉरेस्ट ऑफिसर ए.के कश्यप अभी कुछ दिन पहले पोकलेन मशीन को सीज करने को लेकर चर्चाओं में थे. इस मामले पर डीएफओ से वकीलों ने विवाद किया था. जिस पर पांच वकीलों के खिलाफ डीएफओ ने मामला दर्ज कराया था.
अब एक बार फिर वह चर्चा में हैं. इस बार डीएफओ ने नए बने पीपली डैम के निर्माण को अवैध बता दिया है. इस मामले को लेकर सिंचाई राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख और डीएफओ ए.के कश्यप के बीच ठन गई है. दोनों एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं.
पीपली डैम को लेकर बयानबाजी
पीपली वन में पीपली डैम अभी कुछ दिन पहले ही नया बना है, जिसको लेकर डीएफओ ने सवाल खड़े कर दिए हैं. डीएफओ के मुताबिक पीपली डैम अवैध है और इसकी किसी तरह की भारत सरकार से अनुमति नहीं ली गई थी. वह इसके कागज की छानबीन में लगे हुए हैं कि किसने इसकी एनओसी दी थी और कितना पैसा खर्च हुआ.
वहीं डीएफओ के इस आरोप के बाद जब सिंचाई राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख से बात की गई तो उन्होंने कहा कि डीएफओ का दिमाग सही नहीं है. नवाबों के टाइम पर बना डैम टूट चुका था. हमारी सरकार में सीएम योगी ने यह डैम बनवाया और सीएम योगी का कहना है कि जहां भी डैम टूटे हैं और नहरें बंद हैं, हम वहां पर डैम बनवाने का और नहरें चालू कराने का काम कर रहे हैं.