मुजफ्फरनगर. यूक्रेन पर रूसी हमले का आज 8वां दिन है. भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय छात्र-छात्राओं को यूक्रेन से सही सलामत निकालकर देश लाने का अभियान शुरू किया है. हालांकि गुजरते हर दिन के साथ यूक्रेन में स्थिति और भी गंभीर होती जा रही है. यूक्रेन रूस युद्ध विराम पर जोर देते हुए खाप चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि इस मामले में भारत सरकार को पहल करते हुए दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करते हुए युद्ध विराम कराना चाहिए.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री को कहा था कि रूस और यूक्रेन मामले में हस्तक्षेप करें. यूक्रेन में भारत के लगभग 20 हजार बच्चे हैं. उन्हें भारत लाने की पहल की जाए. वहां शायद किराया भी बहुत बढ़ा दिया गया है. उन्होंने कहा कि वहां छात्रों को बहुत परेशानी हो रही है. ऐसा नहीं होना चाहिए था.
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ऐसी आपातकालीन परिस्थितियों में भारत सरकार को कदम उठाना चाहिए. भारत सरकार को चाहिए कि वह यूक्रेन-रूस युद्ध में हस्तक्षेप करें क्योंकि विदेशों में हमारे भारत के प्रधानमंत्री की बहुत अच्छी छवि है. इस युद्ध की वजह से पूरी दुनिया इसकी चपेट में आ जाएगी. भारत के प्रधानमंत्री को सबसे पहले युद्ध विराम की पहल करनी चाहिए. प्रधानमंत्री को रूस के राष्ट्रपति से युद्धविराम पर बात करनी चाहिए.
पड़ोसी का झगड़ा घर तक आ जाएगा. यह अच्छी बात नहीं है. इसलिए प्रधानमंत्री को अति शीघ्र युद्ध विराम की पहल करते हुए दोनों देश के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्रियों से बात कर युद्ध को रोकने की पहल करनी चाहिए. युद्ध में यूक्रेन पूरी तरह से तबाह हो गया है. वहां कुछ नहीं बचा है.