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मुरादाबाद: मंडी में ग्राहकों के इंतजार में सड़ रहा आलू, किसान परेशान

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Published : Sep 17, 2019, 2:00 AM IST

मंडी में ग्राहकों के इंतजार में सड़ रहा आलू.

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद मंडल के सम्भल जिले में सबसे अधिक आलू की पैदावार होती है. इस साल आलू की मांग घटने और मंडी में आमद बढ़ने से सैकड़ों कुंतल आलू हर रोज बर्बाद हो रहा है. मंडी में रखे आलू के बर्बाद होने के चलते किसान परेशान हैं.

मुरादाबाद: बाजार में कम कीमत के चलते सब्जियों का राजा आलू मंडी में सड़ रहा है. सितंबर के महीने में कोल्ड स्टोर में रखा आलू मंडी तक पहुंचता है और फिर बाजार में बिकता है. इस साल आलू की भरपूर पैदावार के चलते जहां कोल्ड स्टोर आलू की फसल से भरे पड़े है. वहीं मंडी में हर दिन सैकड़ों कुंतल आलू बर्बाद हो रहा है.

मंडी में ग्राहकों के इंतजार में सड़ रहा आलू.

आलू की फसल का लागत मूल्य भी किसानों को नहीं मिल पा रहा है. इसके चलते किसान परेशान हैं. मंडी में मौजूद आलू कारोबारियों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस साल आलू की कीमत आधी रह गई है और आने वाले समय में हालात सुधरने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं.

सब्जी के राजा के चल रहे बुरे दिन-

  • सब्जियों के राजा कहे जाने वाले आलू के दिन आजकल बुरे चल रहे हैं.
  • बरसात के मौसम में बाजार में मांग घटने और मंडी में आमद बढ़ने से सैकड़ों कुंतल आलू हर रोज बर्बाद हो रहा है.
  • मार्च के महीने में होने वाली आलू की पैदावार इस साल अन्य सालों के मुकाबले ज्यादा हुई थी.
  • इससे किसानों के चेहरे पर खुशी थी.
  • आलू की ज्यादा पैदावार अब किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गयी है.
  • सब्जी मंडी में आलू चार सौ से पांच सौ रुपये कुंतल बिक रहा है.
  • कोल्ड स्टोर में आलू रखने का किराया और मंडी तक लाने का भाड़ा इससे कहीं ज्यादा लग रहा है.
  • हर रोज सड़ रहें आलू से किसान परेशान हैं.

इसे भी पढ़ें- हाथरस: आलू पर मौसम की मार, किसान परेशान

खरीदार न मिलने से सड़ रहा मंडी में आलू-
आलू खरीदार न मिलने के चलते हर रोज सड़ रहा है और आलू की छंटाई कर रहें मजदूर आलू को नाले में फेंक रहे हैं. ग्राहकों के इंतजार में मंडी में रखा आलू आवारा पशुओं का भी निवाला बन रहा है. स्थानीय कारोबारियों के मुताबिक इस साल आलू की पैदावार ज्यादा होने के चलते बाजार में मांग घटी है. वहीं कीमत भी आधी रह गई है. पिछले साल आलू एक हजार रुपये प्रति कुंतल बिक रहा था, लेकिन इस साल दाम पांच सौ रुपये से ज्यादा नहीं है. जानकारों के मुताबिक इस सीजन हालात सुधरने की ज्यादा उम्मीद नजर नहीं आ रही है.

आलू उगाने वाले किसान रोजी-रोटी को लेकर परेशान-
मंडी में रखे आलू के बर्बाद होने के चलते जहां किसान परेशान हैं, वहीं सब्जियों के राजा को कब खरीदार मिलेंगे. इसका जवाब भी किसी के पास नहीं है. मुरादाबाद मंडल में सम्भल जनपद में सबसे ज्यादा आलू की खेती होती है और आलू उगाने वाले किसान अब रोजी-रोटी की चिंता को लेकर परेशान नजर आ रहें है.

Intro:एंकर: मुरादाबाद: बाजार में कम कीमत के चलते सब्जियों का राजा आलू मंडी में सड़ रहा है. सितंबर के महीने में कोल्ड स्टोर में रखा आलू मंडी तक पहुंचता है और फिर बाजार में बिकता है. इस साल आलू की भरपूर पैदावार के चलते जहां कोल्ड स्टोर आलू की फसल से भरे पड़े है वहीं मंडी में हर दिन सैकड़ों कुंतल आलू बर्बाद हो रहा है. आलू की फसल का लागत मूल्य भी किसानों को नहीं मिल पा रहा है जिसके चलते किसान परेशानियों में है. मंडी में मौजूद आलू कारोबारियों के मुताबिक पिछले साल को तुलना में इस साल आलू की कीमत आधी रह गयी है और आने वाले समय में हालात सुधरने के कोई आसार नजर नहीं आ रहें.


Body:वीओ वन: सब्जियों के राजा कहे जाने वाले आलू के दिन आजकल बुरे चल रहे है. बरसात के मौसम में बाजार में आलू की मांग घटने और मंडी में आमद बढ़ने से सैकड़ों कुंतल आलू हर रोज बर्बाद हो रहा है. दरअसल मार्च के महीनें में होने वाली आलू की पैदावार इस साल अन्य सालों के मुकाबले ज्यादा हुई थी जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी थी. आलू की यहीं ज्यादा पैदावार अब किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गयी है. सब्जी मंडी में आलू चार सौ से पांच सौ रुपये कुंतल बिक रहा है जबकी कोल्ड स्टोर में आलू रखने का किराया और मंडी तक लाने का भाड़ा इससे कहीं ज्यादा लग रहा है. हर रोज सड़ रहें आलू से किसान परेशान है और उसके सामने अब नुकसान की भरपाई कैसे हो यह सवाल खड़ा हुआ है.
बाईट; अशरफ: किसान
वीओ टू: मंडी में आया आलू खरीदार न मिलने के चलते हर रोज सड़ रहा है और आलू की छंटाई कर रहें मजदूर आलू को नाले में फेंक रहें है. ग्राहकों के इंतजार में मंडी मे रखा आलू आवारा पशुओं का भी निवाला बन रहा है. स्थानीय कारोबारियों के मुताबिक इस साल आलू की पैदावार ज्यादा होने के चलते जहां बाजार में मांग घटी है वहीं कीमतें भी आधी रह गई है. पिछले साल आलू एक हजार रुपये प्रति कुंतल के दाम बिक रहा था लेकिन इस साल दाम पांच सौ रुपये से ज्यादा नहीं मिल रहे है. जानकारों के मुताबिक इस सीजन हालात सुधरने की ज्यादा उम्मीद नजर नहीं आ रहीं.
बाईट: संजय गुप्ता: आलू कारोबारी


Conclusion:वीओ तीन: मंडी में रखे आलू के बर्बाद होने के चलते जहां किसान परेशान है वहीं सब्जियों के राजा को कब खरीदार मिलेंगे इसका जबाब भी किसी के पास नही है. मुरादाबाद मंडल में सम्भल जनपद में सबसे ज्यादा आलू की खेती होती है और आलू उगाने वाले किसान अब रोजी- रोटी की चिंता को लेकर परेशान नजर आ रहें है.
भुवन चन्द्र
ईटीवी भारत
मुरादाबाद
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