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आपसी विवाद के चलते SSP से की सिपाही पत्नी की शिकायत, जांच हुई तो लपेटे में पति भी आया

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Published : Jul 17, 2021, 4:30 PM IST

पति की शिकायत के बाद सिपाही पत्नी निलंबित
पति की शिकायत के बाद सिपाही पत्नी निलंबित

मुरादाबाद में शादी के बाद शैक्षणिक प्रमाण पत्रों में फर्जीवाड़ा कर यूपी पुलिस में सिपाही की नौकरी पाने वाली महिला सिपाही और उसके पति के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. शादी के बाद यूपी पुलिस में नौकरी मिलने के बाद पत्नी से विवाद होने के बाद पति ने मुरादाबाद एसएसपी से शिकायत की थी.

मुरादाबादः जिले में एक वाकया ऐसा आया जिसने एक सोची समझी साजिश का पर्दाफाश कर दिया. ये वाकया एक महिला सिपाही से जुड़ा है. जिसने शादी के बाद शैक्षणिक प्रमाण पत्रों में फर्जीवाड़ा कर यूपी पुलिस में सिपाही की नौकरी पा ली. लेकिन उसकी ये जालसाजी ज्यादा देर दिनों तक टिक न सकी. पति से किसी बात को लेकर उससे विवाद हो गया. जिसके बाद पति ने ही एसएसपी के सामने जाकर उसका भंडाफोड़ दिया. जिसके बाद जांच हुई और इस फर्जीवाड़े में दोनों को ही दोषी पाया गया. फिलहाल दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है.

शैक्षणिक अभिलेखों में की थी छेड़छाड़

पति-पत्नी के इस विवाद ने सूबे में हुई पुलिस विभाग की भर्तियों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. हरदोई के माधौगंज थाना क्षेत्र के गांव चंपापुरवा निवासी सरोज यादव का यूपी पुलिस में चयन हुआ था. जिसकी वर्तमान में तैनाती महिला थाना सिविल लाइन मुरादाबाद में चल रही है. 2020 के अक्टूबर महीने में महिला सिपाही के पति सरोज कुमार उर्फ अरविंद यादव ने एसएसपी को पत्र भेजकर शिकायत की थी. पत्र में आरोप लगाया था कि महिला सिपाही सरोज यादव ने शादी के बाद अपने शैक्षणिक अभिलेखों में छेड़छाड़ कर उम्र कम करवाया. इसके बाद यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर भर्ती हुई थी. इस शिकाय की जांच सीओ कोतवाली इंदु सिद्धार्थ द्वारा की गई.

फर्जीवाड़े से पा गई पुलिस विभाग में नौकरी

पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो पाया कि महिला सिपाही सरोज यादव ने शादी के बाद फर्जीवाड़ा करके शैक्षणिक प्रमाण पत्रों में अपना नाम रीना यादव पुत्री जीत बहादुर जन्मतिथि 6 मई 1990 के स्थान पर सरोज यादव पुत्री जीत बहादुर जन्मतिथि 11 नवंबर 1992 कर लिया था. इसके बाद उसने नाम बदलकर हाईस्कूल, इंटर और बीए की परीक्षा पास कर ली थी. इसी फर्जीवाड़े से तैयार प्रमाणपत्रों के बल पर ही महिला ने सिपाही की नौकरी पा ली. जांच रिपोर्ट के आधार पर ऑफिस में तैनात चरित्र पंजिका लिपिक अमर सिंह की ओर से सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी गई है. तहरीर के आधार पर आरोपी महिला सिपाही सरोज यादव और उसके पति के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है.

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बताया जा रहा है कि पति ने ही उसका नाम बदलकर उम्र कम कराने के लिए फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था. महिला का पति सरोज कुमार उर्फ अरविंद यादव एक शिक्षक है. जानकारी के मुताबिक किसी बात को लेकर पति-पत्नी में विवाद चल रहा था. इसी विवाद के बाद ही पति सरोज कुमार उर्फ अरविंद यादव ने एसएसपी को प्रार्थनापत्र देकर पत्नी की शिकायत की थी.

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एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने बताया कि महिला थाने में तैनात एक महिला आरक्षी के खिलाफ शिकायत मिली थी. जिसने अपना नाम और जन्म तारीख बदलकर नियुक्ति हासिल की है. इस संबंध में जाच की गई तो ये आरोप सही पाए गए. शिकायत की जांच में पाया गया कि गलत तरीके से दस्तावेज तैयार करने में महिला सिपाही का पति भी शामिल है. सिविल लाइंस थाने में दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. महिला सिपाही को निलंबित कर दिया गया है. प्रकरण की विवेचना में और भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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