लखनऊ : अस्पताल में इन दिनों वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि बीते एक सप्ताह पहले लगातार बारिश हुई, लेकिन अचानक से मौसम में परिवर्तन हुआ. फिर से भीषण गर्मी पड़ने लगी, जिसके कारण लोगों की तबीयत बिगड़ने शुरू हो गई है. वायरल बुखार से लोग परेशान हैं और इस समय वायरल बुखार चार से पांच दिन तक रह रहा है. मरीज तेज बुखार, सिर दर्द और बदन में दर्द की समस्या के साथ मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं.
मौसम परिवर्तन के कारण इन दिनों अस्पताल की ओपीडी में काफी भीड़ हो रही है. ज्यादातर मरीज त्वचा रोग और वायरल बुखार से पीड़ित हो रहे हैं. इस मौसम में होने वायरल फीवर में मरीज को उल्टी, दस्त, मन मचलना, घबराहट, बैचेनी और बुखार मरीजों को हो रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक, वातावरण में मौजूद नमी से फंगल इंफेक्शन के मरीज बढ़ रहे हैं. इसके अलावा कीड़े काटने के मामले भी ज्यादा आ रहे हैं. इसी तरह नमी के कारण कंजक्टिवाइटिस की परेशानी भी बढ़ रही है.
इन बातों का रखें ख्याल : सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 'मौसम में जब भी परिवर्तन होता है, उस समय सीजनल वायरल फीवर तेजी से फैलता है. जब गर्मी से बरसात ऋतु आती है उस समय त्वचा से संबंधित रोग तेजी से फैलते हैं. इसके अलावा अस्पतालों में उल्टी, दस्त, बुखार वाले मरीज तेजी से बढ़ जाते हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि जब बारिश होती है उस समय साफ-सफाई अच्छे से नहीं होती है. मच्छर पनपते हैं, जिसके कारण यह बीमारियां होती हैं. ऐसे में लोगों को ध्यान देना चाहिए कि इस मौसम में अपने घर की साफ-सफाई अच्छे से करें ताकि वहां पर मच्छर न पनपने पाए. अगर कहीं गढ्ढा है और पानी भरा हुआ है तो उसे साफ कर दें. कूलर में पानी भर के न रखें, समय-समय पर कूलर का पानी बदलते रहें. बच्चों को और खुद फुल बांह का कपड़ा पहनाएं. घर के बाहर जा रहे हैं तो धूप से बचने का इंतजाम करें. छाता लें या फिर अपने शरीर को ढककर चलें. इन सभी बातों के अलावा खानपान का भी विशेष ख्याल रखें. उन्होंने कहा कि यह सब बीमारी इधर-उधर का खाना खाने और साफ-सफाई नहीं होने के कारण होती है तो इसलिए बाहर या पार्टी में खाना खाने से बचें. फ्रिज में रखा हुआ भोजन ना करें.'
इन अस्पतालों में बढ़े मरीज : हजरतगंज स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में बीते एक हफ्ते में त्वचा रोग विभाग को ओपीडी में 35 प्रतिशत मरीज बढ़े हैं. बलरामपुर अस्पताल में 20 से 30 फीसदी तो लोकबंधु अस्पताल में 30 फीसदी मरीज ज्यादा आ रहे हैं, वहीं लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि 'इस समय अस्पताल में कंजक्टिवाइटिस के रोजाना 40 से 50 आ रहे हैं, वहीं सिविल अस्पताल में 35 से 50 मरीज आ रहे हैं, बलरामपुर अस्पताल में भी आई फ्लू के मरीज काफी बढ़े हैं.'
बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. अतुल अग्निहोत्री ने बताया कि 'यहां कंजक्टिवाइटिस के रोजाना सात से आठ मरीज ही आ रहे हैं. बिना इलाज फंगल इंफेक्शन ठीक नहीं होता है. इस मौसम में कीड़ों के काटने से भी फंगल इफेक्शन स्किन एलर्जी होती है. इससे त्वचा में सूजन और रैशेज हो सकते हैं. कभी-कभी जी मिचलाना या हल्का बुखार भी हो सकता है.