लखनऊ: जब सस्ता किराया और लग्जरी गाड़ी से आपको कोई आपकी मंजिल तक पहुंचा दे, तो से बेहतर क्या हो सकता है. लेकिन जब आपकी यही खुशी कुछ देर में ही आपको कंगाल बना दे, तो शायद आपको सतर्क रहने की जरूरत है. क्योंकि आपको लिफ्ट देकर सस्ते दाम में मंजिल तक पहुंचाने वाली गाड़ी में लुटेरे भी हो सकते है, जो लग्जरी गाड़ी दिखा कर सस्ते दाम पर में मुकाम तक पहुंचाने का ऑफर देकर कार में बैठाने के बाद सुनसान देखकर सवारियों को लूट (Passengers robbed with luxury vehicles) रहे हैं. हाल ही में लखनऊ पुलिस के एक ऐसे ही गैंग का भंडाफोड़ करते हुए सीमावर्ती थानों को सतर्क किया है.
कम पैसों में लग्जरी गाड़ी से मुकाम तक पहुंचाने का देते लालच: राजधानी में काम करने वाले हों या फिर अन्य राज्यों से अपने घर जाने के लिए लखनऊ होकर गुजरने वाले लोग हों, यह सभी राजधानी के रायबरेली रोड, हरदोई-सीतापुर रोड और पूर्वांचल जिलों की ओर जाने वाले फैजाबाद रोड पर सवारी गाड़ियों के इंतजार में खड़े होते है. हालांकि इस दौरान कुछ ऐसे निजी गाड़ी चालक भी होते है, जो उन जिलों की ओर जाते है और वहां खड़ी सवारियों को बैठा उनकी मंजिल तक छोड़ देते हैं. इसी का फायदा कुछ ऐसे गैंग उठा रहे है, जो लोगों को लूटने के इरादे से इन्ही इलाकों में लग्जरी गाड़ी से आते है. सरकारी और निजी सवारी गाड़ी से भी कम दाम पर उनकी मंजिल तक पहुंचाने का झांसा दे कर गाड़ी में बिठा लेते है. फिर सुनसान इलाके पर ले जाकर वहां पहले से मौजूद अपने साथियों को मदद से सवारियों को लूट लेते हैं.
चोरी की गाड़ी लेकर चलते है रोजाना बदलते हैं रूट प्लान: लखनऊ एडीसीपी सैय्यद अली अब्बास बताते है, कि हाल ही में उनकी टीम ने इसी तरह के एक गैंग के दो लोगों को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में सामने आया था कि इनके गैंग में एक दर्जन से अधिक लोग शामिल हैं. इनके पास चोरी की लग्जरी गाड़ियां मौजूद हैं. ये अलग अलग रोड पर रोजाना निकलते और सवारियों को बिठा कर उनके साथ लूट पाट करते है. इसके बाद फिर सभी अपना रूट प्लान बदल कर दूसरे मार्ग में खड़ी सवारियों को निशाना बनाते थे. एडीसीपी के मुताबिक, ये ऐसे लोगों को अपनी गाड़ी में बैठाते है, जो अन्य राज्यों से मजदूरी कर घर जा रहे होते है. इसके पीछे का कारण मजदूरों द्वारा लूट को शिकायत करने की संभावना कम होती है.
ऐसे होती है सवारियों के साथ लूट:
- गैंग के दो लोग लग्जरी गाड़ी लेकर रात में सभी ऐसे पॉइंट्स पर चक्कर लगाते हैं, जहां सवारियां खड़ी होती हैं.
- गैंग के अन्य साथी पहले से ही रास्ते में खड़े होकर गाड़ी में मौजूद अपने साथियों का इंतजार करते हैं.
- अकेले खड़ी सवारी दिखने पर उनके पास अपनी लग्जरी गाड़ी रोकते हैं और फिर उनकी मदद करने के नाम पर कम पैसों में उन्हे मंजिल तक पहुंचाने को कहते हैं.
- कम पैसा सुन और लग्जरी गाड़ी देख सवारी भी तुरंत मान जाती हैं.
- तीन अलग अलग जगहों से एक एक सवारी बैठाने के बाद उन्हें करीब 30 किलोमीटर ले जाकर उनसे लूटपाट कर सड़क पर छोड़ देते हैं.
हर ठंड में एक्टिव हो जाते है ऐसे गैंग, पुलिस करती रहती है जागरूक: डीसीपी आशीष श्रीवास्तव बताते है कि बीती ठंड में ऐसा ही एक गैंग एक्टिव था, जो अयोध्या मार्ग पर जाने वाले सवारियों को गाड़ी में लिफ्ट देने के बहाने बिठाते थे और फिर उनसे लूटपाट करते थे. पुलिस ने अवध बस स्टेशन और पुलिस जीप के द्वारा अनाउंसमेंट भी कराया था कि किसी भी अनजान निजी गाड़ी में न ही लिफ्ट लें और न ही पैसा देकर बैठें.
उस दौरान कई ऐसी वारदात भी सामने आई थीं. लिहाजा इस बार भी हमारी टीम सतर्क थी. इसी दौरान हमने राजधानी के बंथरा निवासी आदित्य और बहराइच के नितिन यादव को गिरफ्तार किया था, जो अयोध्या, गोरखपुर और बस्ती जाने वाली सवारियों के साथ लूट कर रहे थे. इस गैंग कई सदस्य फरार हैं. उनकी भी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा गैंग का खुलासा होने पर हमने सीमाओं पर स्थित थानेदारों को भी अलर्ट किया है. (Crime News UP)
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