लखनऊ : नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के दौरान भी नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही जारी रहती है. मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान सड़कों पर गड्ढे व गंदगी और फ्लीट की कई गाड़ियों के फंसने के मामले में नगर आयुक्त ने कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है.
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने मुख्यमंत्री के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जाते समय मटियारी चौराहे के पास सड़कों पर गड्ढे न गंदगी मिलने और लापरवाही के मामले में जोनल अधिकारी को हटाकर अन्य के खिलाफ कार्रवाई की है. जोनल अधिकारी मनोज यादव को हटाकर मुख्यालय से संबद्ध किया गया है, जबकि जोन सात में तैनात और अभियंता अरुण मेहता और सफाई निरीक्षक देवेंद्र वर्मा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है. सुपरवाइजर अवधेश को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा.
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह का कहना है कि 'वीआईपी मोमेंट की जानकारी पूर्व में संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों को दी गई थी. इसके बावजूद लापरवाही बढ़ती गई, जिसे माफ नहीं किया जा सकता. नगर निगम स्तर पर जिसकी लापरवाही पाई गई थी उनके खिलाफ कार्यवाही की गई है. सड़क में गड्ढे होने के मामले में लोक निर्माण विभाग ने एनएचएआई की सड़क होने की बात कह कर फिलहाल पल्ला झाड़ दिया है. उल्लेखनीय की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समन्वय बैठक देवा रोड स्थित एक होटल पर आयोजित की गई थी, जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सह सरकार्यवाह अरुण कुमार संघ के क्षेत्र प्रचारक, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री व सरकार के कई मंत्री इस बैठक में शामिल हुए. बैठक में जाते समय मुख्यमंत्री की फ्लीट की गाड़ियां फंसे होने के बाद नगर आयुक्त ने कार्रवाई की है.'