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फतेहपुर: परिषदीय विद्यालय की लापरवाही, महीनों बाद भी बच्चों को नहीं मिली ड्रेस

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Published : Oct 25, 2019, 2:46 PM IST

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में जिले के परिषदीय विद्यालय के प्राचार्य की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां आधा सत्र पूरा होने के बावजूद भी बच्चों को अभी तक ड्रेस का वितरण नहीं किया गया है, जिसकी वजह से बच्चे घर के कपड़ों में ही स्कूल आने को मजबूर हैं.

बच्चों को नहीं किया गया ड्रेस का वितरण

फतेहपुर: सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेसिक शिक्षा में सुधार के तमाम दावे कर रहें हैं और इसके लिए बजट भी दे रहें हैं, लेकिन जिले में जिम्मेदार ही उनकी मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहें हैं. हालात यह है कि आधा सत्र पूरा होने पर भी अधिकांश छात्रों को ड्रेस वितरण नहीं हुआ है. बच्चे पुराने फटे ड्रेस पहनकर आने को मजबूर हैं. ऐसे में जब सत्र खत्म हो जाएगा तो बच्चों के ड्रेस के हजारों रुपये भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएंगे.

बच्चों को नहीं किया गया ड्रेस का वितरण.

आधा सत्र बीत जाने पर भी बच्चों को नहीं मिली ड्रेस
मामला जिले के परिषदीय विद्यालय अहिंदा कम्पोजिट स्कूल का है, जहां पर 395 बच्चों का नामांकन किया गया है लेकिन इन 395 बच्चों में से आधे से ज्यादा बच्चों को अभी तक ड्रेस नहीं मिली है. बच्चे अपनी पुरानी फटी हुई ड्रेस पहनकर स्कूल आने को मजबूर हैं.

इस मामले को लेकर प्रधानाचार्य को जिम्मेदार ठहराया गया है. प्राचार्या शाहिना जमाल से बच्चों को ड्रेस क्यों नहीं वितरित हुआ, इस बारे में सवाल किया गया तो वह कैमरे पर कारण बताने के बजाय अजीब-अजीब बातें करने लगीं. ऐसे में सवाल उठता है कि बच्चे जब पुरानी ही ड्रेस में सत्र गुजार देगें तो इनके ड्रेस का पैसा जिम्मेदार अपने खजाने में रख लेंगे.

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सभी विद्यालयों में ड्रेस वितरण करने का निर्देश है. कहीं बजट की कमी से ड्रेस वितरण नहीं हो पाया होगा.
-शिवेन्द्र प्रताप सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी

कई विद्यालय के बच्चों को नहीं मिली ड्रेस
बेसिक शिक्षा अधिकारी सभी विद्यालयों में ड्रेस वितरण की बात कर रहें हैं लेकिन जिले के कई स्कूलों में अभी तक सभी बच्चों को ड्रेस नहीं मिली है. जबकि नवम्बर माह में बच्चों को स्वेटर देने का समय आ जाता है. इससे सवाल उठता है कि कि जब बच्चे नए स्वेटर पहन लेंगे तो उनकी पुरानी ड्रेसों का क्या किया जाएगा.

Intro:फतेहपुर- सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ बेसिक शिक्षा में सुधार के तमाम दावें कर रहें हैं वहीं तमाम सुविधाओं के लिए बजट भी दे रहें हैं लेकिन जिम्मेदार ही सरकार मंशा पर पानी फेर रहें हैं। हालात यह है कि आधे सत्र पूरा होने पर भी अधिकांश छात्रों को ड्रेस नही वितरण नही हुआ। बच्चे पुराने फ़टे ड्रेस पहनकर आने को मजबूर है। ऐसे में जब पुराने ड्रेस से सत्र खत्म हो जाएगा तो बच्चों के ड्रेस के हजारों रुपए भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ जाएंगे।Body:बच्चों के ड्रेस भ्रष्टाचार के भेट चढ़ रहें

मामला फतेहपुर जिले के परिषदीय विद्यालय अहिंदा कम्पोजिट स्कूल का है। यहां पर 395 बच्चों का नामांकन है। लेकिन मजे की बात यह है कि इन 395 बच्चों आधे से ज्यादा बच्चो को आधा सत्र पूरा होने के बावजूद भी ड्रेस अभी तक नही मिली है। बच्चे अपनी पुरानी फ़टी हुई ड्रेस पहनकर स्कूल आने को मजबूर हैं। बच्चों को अभी तक ड्रेस क्यों नही मिला इसपर अध्यापक प्रधानाचार्य को जिम्मेदार ठहराया। जब प्रधानाध्यापिका शाहिना जमाल से बच्चों को ड्रेस क्यों नही वितरित हुआ तो वह कैमरे पर कारण बताने के बजाय अजीब अजीब बात करने लगीं। ऐसे में सवाल उठता है कि बच्चे जब पुरानी ही ड्रेस में सत्र गुजार देगें तो इनके ड्रेस का पैसा जिम्मेदार अपने खजाने में रख लेंगे। Conclusion:बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि सभी विद्यालयों में ड्रेस वितरण करने का निर्देश है कहीं बजट की कमी से नही हो पाया होगा।


सरकार बजट के तमाम सुविधाओं के दावें कर रही है। वहीं जब कोई मंत्री या बड़े अधिकारी का दौरा होता है तो रातोंरात बच्चों को सुविधाएं मुहैया हो जाती हैं। यहां बेसिक शिक्षा अधिकारी सभी विद्यालय में ड्रेस वितरण की बात कर रहें हैं लेकिन जिले में कई स्कूल में अभी तक सभी बच्चों को ड्रेस नही मिला। जबकि नवम्बर माह में बच्चों को स्वेटर देने का समय आ गया है। इससे प्रश्न उठ रहा है कि जब बच्चे नए स्वेटर पहन लेंगे तो उनकी पुरानी ड्रेस से ही काम जिम्मेदार चला लेंगे

बाइट बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह


अभिषेक सिंह फतेहपुर 7860904510
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