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कड़ाके की ठंड में गरीब खुले में सोने को मजदूर, नगर निगम के रैन बसेरों की खुली पोल

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Published : Dec 28, 2022, 12:02 PM IST

अलीगढ़ में कड़ाके की ठंड में गरीबों और बेसहारा लोगों के लिए नगर निगम की ओर से किए गए इंतजामों की पोल खुल गई है. नगर निगम ने जो रैन बसेरे बनाए हैं, वह केवल औपचारिकता ही नजर आ रहे हैं.

अलीगढ़ नगर निगम के रैन बसेरों की खुली पोल
अलीगढ़ नगर निगम के रैन बसेरों की खुली पोल

अलीगढ़ नगर निगम के रैन बसेरों की खुली पोल

अलीगढ़: शीत लहर के साथ कड़ाके की ठंड में मजदूर, गरीब लोगों के साथ यात्रियों को ठंड से राहत दिलाने में नगर निगम के अधिकारी कई शेल्टर होम के साथ 4 वाहनों से शहर के प्रत्येक इलाके से गरीबों और बेसहारों को शेल्टर होम तक पहुंचा कर ठंड से निजात दिलाने का दावा कर रहे हैं. वहीं, शहर के विभिन्न क्षेत्र रसलगंज, मालगोदाम, कंपनी बाग, सराय हकीम आदि इलाकों में बेघर गरीब खुले आसमान के नीचे जमीन पर बिस्तर लगाकर सोते नजर आ रहे हैं. यात्री खुले आसमान तले लकड़ियां या कूड़ा करकट जलाकर ठंड से राहत लेने का प्रयास कर रहे हैं. यह नजारा नगर निगम की पोल खोल रहा है.

नगर निगम के अधिकारी कह रहे हैं कि अब कोई भी मजदूर, मुसाफिर और बेसहारा खुले आसमान के नीचे नहीं सोएगा. सबको नगर निगम द्वारा लगाए गए वाहन से शेल्टर होम तक पहुंचाया जाएगा. लेकिन, जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. मंगलवार देर रात कड़कती ठंड में सर्वे किया गया और ऐसे लोगों से बात की जो आज भी खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर है.

मजदूर यतन कुमार निवासी हरदुआगंज ने बताया कि वह मजदूरी करता है. कभी-कभी वह लेट हो जाता है, इसलिए घर नहीं जा पाता है. इसीलिए उसको अपना बिस्तर खुले आसमान के नीचे लगाना पड़ता है. उसने बताया कि इस समय सर्दी बहुत है. लेकिन, क्या करें मजबूरी है. इसीलिए उसको जमीन पर सोना पड़ता है. जब यतन से सवाल पूछा गया कि नगर निगम ने आप जैसे लोगों की मदद के लिए अलाव और शेल्टर होम की व्यवस्था की है तो वहां क्यों नहीं जाते. इस पर यतन ने बताया कि उसको इस बारे में कुछ जानकारी ही नहीं है. न ही कोई उसके पास आकर उसको बताता है. इसीलिए, उस जैसे दर्जनों लोग खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हैं.

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कई मार्केट और बाजार में बनी दुकानों के सामने मजदूर और गरीब ठंड में खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हैं. नौरंगाबाद के रहने वाले मजदूर अतर सिंह ने बताया कि रात 11 बजे तक काम करते हैं. घर जाने के लिए गाड़ी नहीं मिलती तो सड़क पर सो जाते हैं. अतर सिंह ने बताया कि अलाव बस स्टैंड कंपनी बाग पर ही जल रहा है. हालांकि, नगर निगम दावा कर रहा है कि ठंड से बचने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं. लेकिन, हकीकत कुछ और नजर आ रही है. हालांकि, डीएम इंद्र विक्रम सिंह के निर्देश पर एडीएम सिटी मीनू राणा ने जमालपुर इलाके के शमशाद मार्केट में पैदल मार्च कर रैन बसेरों का निरीक्षण किया. लेकिन, रैन बसेरे खाली ही दिखे. वहीं, नगर आयुक्त अमित आसेरी ने कहा कि अस्थायी शेल्टर होम बनाए गए हैं. इसमें लोगों के सोने की व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि ठंड से बचाव के लिए नगर निगम द्वारा शहर में 21 स्थानों पर अलाव जलाया जा रहा है.

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